क्या इस शख्स से मुलाकात के बाद BJP ने PDP के साथ तोड़ा गठबंधन?
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क्या इस शख्स से मुलाकात के बाद BJP ने PDP के साथ तोड़ा गठबंधन?

माना जा रहा है कि घाटी के हालातों का जायजा अजित डोभाल से लेने के बाद अमित शाह ने गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया है.

(फाइल फोटो)

नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों पर लगातार हो रही पत्थरबाजी और रमजान के महीने में सीजफायर के ऐलान के बाद बढ़ी आतंकी घटनाओं, पाकिस्तानी गोलाबारी और अन्य मसले पर घाटी के हालातों को लेकर बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूट गया है. माना जा रहा है कि घाटी में हालातों पर बीजेपी नेताओं और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की हुई बैठक में संभवतः बीजेपी ने यह फैसला लिया होगा. 

दरअसल, घाटी के हालातों को लेकर मंगलवार(19 जून) को अमित शाह ने राज्य के नेताओं के साथ बैठक की. शाह और जम्मू कश्मीर की बैठक के तुरंत बाद ही बीजेपी के महासचिव राम माधव ने जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीडीपी के साथ बीजेपी के गठबंधन का ऐलान कर दिया. अमित शाह और बीजेपी नेताओं की मुलाकात से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बीच मुलाकात हुई थी. माना जा रहा है कि संभवतः बीजेपी ने पीडीपी के साथ गठबंधन तोड़ने का फैसला अजित डोभाल के साथ मुलाकात के बाद ही ले लिया था. 

शाह से मुलाकात के दौरान डोभाल ने उन्हें घाटी के ताजा हालातों की जानकारी दी थी. डोभाल ने शाह को बताया कि घाटी में आतंकियों पर कार्रवाई के लिए किस तरह के प्लान बनाए जा सकते हैं, ताकि बड़े पैमाने पर एक्शन लिया जा सके. सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक घाटी के हालातों को शांतिपूर्ण बनाए जाने के लिए केंद्र सरकार किसी बड़े एक्शन की तैयारी कर रही थी, लेकिन राज्य सरकार का सहयोग उसे नहीं मिल रहा था. राज्य के हालातों को देखते हुए बीजेपी ने यह फैसला लिया है.

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में डोभाल ने शाह को कहा कि पिछले एक महीने से घाटी में संघर्षविराम के बाद अब तक आतंकियों के खिलाफ सेना की अब तक की सबसे बड़ी फौज मौजूद है. उन्होंने बताया कि घाटी में हालातों को शांतिपूर्ण किया जा सके, इसके लिए सेना और सत्तासीन सरकार सभी पहलूओं पर मिलकर काम कर रही है. 

2019 चुनावों की तैयारी में हैं शाह
उल्लेखनीय है कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां कमर कस चुकी हैं. राज्य के हालातों के बीच बीजेपी वहां की राजनीति को और सत्तासीन सीएम महबूबा मुफ्ती के प्लान को समझने की कोशिश में लगी थी, जो कि नाकाम रही. सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक महबूबा मुफ्ती की केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात में कोई ठोस फैसला ना आने के बाद पीडीपी से गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया गया है.

बीजेपी के महासचिव और जम्मू कश्मीर के प्रभारी राममाधव का कहना है कि बीजेपी ने घाटी में पीडीपी के साथ गठबंधन तोड़ने का फैसला देशहित के मद्देनजर लिया है. 

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