भाजपा ने सुरेश प्रभु को AP से उतारा, अकबर MP से, RJD की मीसा भारती ने पर्चा भरा
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भाजपा ने सुरेश प्रभु को AP से उतारा, अकबर MP से, RJD की मीसा भारती ने पर्चा भरा

रेल मंत्री सुरेश प्रभु और जाने माने पत्रकार एम जे अकबर के नाम राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए आज भाजपा के उम्मीदवारों की दूसरी सूची में सामने आए, एक को आंध्रप्रदेश और दूसरे को मध्यप्रदेश से चुनाव मैदान में उतारा जा रहा है। आंध्रप्रदेश में सहयोगी सत्तारूढ़ तेदेपा ने प्रभु के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है।

भाजपा ने सुरेश प्रभु को  AP से उतारा, अकबर MP से, RJD की मीसा भारती ने पर्चा भरा

नयी दिल्ली: रेल मंत्री सुरेश प्रभु और जाने माने पत्रकार एम जे अकबर के नाम राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए आज भाजपा के उम्मीदवारों की दूसरी सूची में सामने आए, एक को आंध्रप्रदेश और दूसरे को मध्यप्रदेश से चुनाव मैदान में उतारा जा रहा है। आंध्रप्रदेश में सहयोगी सत्तारूढ़ तेदेपा ने प्रभु के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है।

इस चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए एक दिन शेष रहने के बीच भाजपा ने यह घोषणा की जबकि केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू, मुख्तार अब्बास नकवी, जाने माने अधिवक्ता राम जेठमलानी, राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पुत्री मीसा भारती समेत विभिन्न दलों के कई उम्मीदवारों ने आज नामांकन दाखिल किया।

भाजपा से जुड़े थिंक टैंक की अगुवाई करने वाले और मध्यप्रदेश के पार्टी मामलों के प्रभारी पार्टी उपाध्यक्ष सहस्रबुद्धे और विकास महात्मे को महाराष्ट्र से पार्टी ने उम्मीदवार बनाया गया है जबकि शिवप्रताप शुक्ला उत्तर प्रदेश से एवं महेश पोद्दार झारखंड से चुनाव लड़ेगे। पार्टी ने कल 12 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। भाजपा महासचिव राम माधव छह उम्मीदवारों की सूची में नहीं है। सूत्रों ने कहा कि शीघ्र संभावित फेरबदल के बाद उन्हें संगठन में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। राममाधव का नाम राज्यसभा के लिए होड़ में शामिल था।

रोचक बात यह है कि मध्यप्रदेश की भाजपा चुनाव समिति ने राज्यसभा की दो सीटों के लिए जिन 12 उम्मीदवारों की सिफारिश केंद्रीय चुनाव समिति से की थी उनमें अकबर का नाम नहीं था। लेकिन अकबर अंत समय में उनसभी से आगे निकल गए। इसी बीच भोपाल से प्राप्त खबर के अनुसार एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने कहा, ‘अकबर कल भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने के लिए पहले ही भोपाल पहुंच चुके हैं।’ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन के छोटे बेटे बसंत सोरेन को इस खनिज संपदा समृद्ध राज्य से अपना उम्मीदवार बनाया है।

शुक्ला उत्तर प्रदेश से वरिष्ठ भाजपा नेता हैं जहां पार्टी अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले एक ब्राह्मण चेहरा को सामने रखना चाहती है क्योंकि यह समुदाय पार्टी के लिए एक अहम आधार वर्ग है। पोद्दार झारखंड से वरिष्ठ पार्टी नेता हैं। राम माधव ने कल ट्वीट किया था कि वह आंध्रप्रदेश से उम्मीदवार नहीं होंगे जैसी कि अटकले हैं। उन्होंने हाल ही असम और उससे पहले जम्मू कश्मीर में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभायी थी।  एक वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता ने बताया कि राम माधव ने राज्यसभा उम्मीदवारी से खुद को हटा लिया। अन्य पार्टी महासचिव अनिल जैन भी मध्यप्रदेश से राज्यसभा की होड़ में थे लेकिन अकबर को वरीयता दी गयी। वह फिलहाल राज्यसभा में झारखंड का प्रतिनिधित्व करते हैं।

प्रभु फिलहाल ऊपरी सदन में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन सहयोगी दल तेदेपा द्वारा अनुरोध स्वीकार कर लिए जाने के बाद उन्हें आंध्रप्रदेश भेजा गया है। फिलहाल राज्यसभा में भाजपा के 14 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है लेकिन महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड जैसे राज्यों में अपनी ताकत बढ़ने से उसके सभी 18 उम्मीदवारों के राज्यसभा पहुंचने में मदद मिल सकती है।

राज्यसभा के लिए आज जिन अन्य प्रमुख उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया, उनमें केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अंबिका सोनी शामिल हैं। शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर, राम कुमार वर्मा और हषर्वर्धन सिंह ने राजस्थान से भाजपा की ओर से नामांकन पत्र दाखिल किया। वर्मा और वर्धन ऊपरी सदन में राजस्थान से नये चेहरे हैं। हषर्वर्धन सिंह राजस्थान के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह के पौत्र हैं और उनका डुंगरपुर के पूर्ववर्ती शाही परिवार से संबंध हैं जबकि वर्मा आरबीआई के सेवानिवृत अधिकारी है और सामाजिक कार्यो से जुड़े हुए हैं।

भाजपा के पूर्व सांसद जेठमलानी और लालू प्रसाद की पुत्री मीसा ने बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवारों के रूप राजद कोटे से पर्चा भरा जबकि जदयू नेता शरद यादव भी आज चुनावी समर में उतरे। यादव के अलावा जदयू से रामचंद्र प्रसाद सिंह भी पार्टी से ऊपरी सदन के लिए नामित हैं। लालू प्रसाद ने पटना में संवाददाताओं से कहा, ‘महागठबंधन के सभी उम्मीदवार निश्चित तौर पर जीतेंगे।’

चंडीगढ़ में ग्रामीण विकास मंत्री बिरेन्दर सिंह ने हरियाणा से राज्यसभा के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया जबकि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने पंजाब से पर्चा भरा। अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने झारखंड से पर्चा दाखिल किया। रांची से प्राप्त खबर के अनुसार झारखंड में भाजपा की गठबंधन सहयोगी आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) ने द्विवार्षिक राज्यसभा चुनावों में भाजपा के उम्मीदवार को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। बीजद के तीन वरिष्ठ नेताओं प्रसन्न आचार्य, विष्णु दास और एन भास्कर राव ने ओडिशा से नामांकन पत्र दाखिल किया।

कर्नाटक में पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों जयराम रमेश और ऑस्कर फर्नांडीज सहित तीन कांग्रेसी उम्मीदवारों ने बेंगलुरू में पर्चा भरा। पूर्व आईपीएस अधिकारी केसी राममूर्ति (कांग्रेस) और बीएम फारूक (जेडीएस) ने भी नामांकन पत्र जमा किये। उत्तर प्रदेश से पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने लखनऊ में अपना पर्चा भरा।

इसी बीच विजवाड़ा से प्राप्त खबर के अनुसार आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु राज्य से राजयसभा की एक सीट के लिए तेदेपा-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार होंगे और वह कल हैदराबाद में नामांकन दाखिल करेंगे।

उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच का काम एक जून को होगा और तीन जून तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि 15 राज्यों के 55 सदस्यों के जून और अगस्त के बीच सेवानिवृत होने के कारण चुनाव जरूरी हो गया था। राजस्थान और कर्नाटक से क्रमश: कांग्रेस के आनंद शर्मा और निर्दलीय विजय माल्या द्वारा सीट छोड़ने के कारण भी इन दोनों सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं।

इन 57 सीटों में से 14-14 कांग्रेस और भाजपा के पास हैं जबकि छह सीट बसपा और पांच सीट जदयू के पास हैं। तीन-तीन सीट सपा, बीजद और अन्नाद्रमुक के पास है। दो-दो सीट द्रमुक, राकांपा और तेदेपा के पास है जबकि एक सीट शिवसेना के पास है। सबसे अधिक 11 सदस्य उत्तरप्रदेश से सेवानिवृत हो रहे हैं जबकि तमिलनाडु और महाराष्ट्र से छह-छह सदस्य सेवानिवृत हो रहे हैं।

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