तीन तलाक की तुलना 'राम के अयोध्या में जन्म' से करने को बीजेपी ने बेतुका, बेकार और वाहियात बताया
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तीन तलाक की तुलना 'राम के अयोध्या में जन्म' से करने को बीजेपी ने बेतुका, बेकार और वाहियात बताया

तीन तलाक और भगवान राम की जन्मभूमि, दोनों को आस्था का मामला बताने वाली कांग्रेस नेता और अधिवक्ता कपिल सिब्बल की टिप्पणी पर उनकी कटु आलोचना करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि उनका तर्क बेतुका, वाहियात और महिला विरोधी है और ऐसी बातों की स्वीकार्यता कभी भी नहीं को सकती है .

तीन तलाक पर सिब्बल के तर्क को बीजेपी ने  बेतुका, बेकार और वाहियात बताया (File photo)

जालंधर: तीन तलाक और भगवान राम की जन्मभूमि, दोनों को आस्था का मामला बताने वाली कांग्रेस नेता और अधिवक्ता कपिल सिब्बल की टिप्पणी पर उनकी कटु आलोचना करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि उनका तर्क बेतुका, वाहियात और महिला विरोधी है और ऐसी बातों की स्वीकार्यता कभी भी नहीं को सकती है .

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश शांतिदूत ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘कपिल सिब्बल का तर्क बेतुका, बेकार और वाहियात है . देश को पता है कि ऐसा कुतर्क वही दे सकते हैं . भागवान राम की जन्मभूमि से तीन तलाक के मसले को जोड़ना मानसिक दिवालियेपन का द्योतक है .’’ शांतिदूत ने कहा, ‘‘सिब्बल ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से दलील देते हुए न केवल हिंदुओं की भावनाओं को बल्कि भारतीय नारी के सम्मान को भी ठेस पहुंचाया है और इसके लिए समाज उन्हें कभी माफ नहीं करेगा .’’

कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा: 'तीन तलाक' आस्था का मामला, जैसे भगवान राम का जन्मस्थान

संघ से भाजपा में आए प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सिब्बल को यह पता होना चाहिए कि भगवान राम की जन्मभूमि का मसला और तीन तलाक का ममाला दोनों अलग-अलग हैं. दोनों मामलों की तुलना हो ही नहीं सकती है . पहला मामला आस्था का है और दूसरा मामला नारी के सम्मान का है .’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘मैंने खुद भी कुरान का अध्ययन किया है, और विद्वानों ने भी कहा है कि कुरान में तीन तलाक के बारे में कुछ नहीं कहा गया है . जब यह मसला नारी के सम्मान से जुड़ा है तो इसे आस्था बता कर महिलाओं पर इसे थोपने का कोई मतलब नहीं है .’’ गौरतलब है कि सिब्बल ने तीन तलाक के मामले को अयोध्या में राम जन्मभूमि से जोड़ते हुए कहा था कि यह आस्था का विषय है .

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