महाराष्ट्र राज्य विधानमंडल के ऊपरी सदन के लिए 16 जुलाई को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी महाराष्ट्र विधान परिषद में सबसे बड़ी पार्टी बन जएगी. चुनाव आयोग (ईसीआई) ने पिछले सप्ताह निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 11 ईएमएलए (विधायकों द्वारा निर्वाचित) के चुनाव की घोषणा की है.
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मुंबई: साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियां दावा कर रही हैं कि वे बीजेपी को सत्ता से बाहर करने में सफल हो जाएंगे. अलग-अलग राज्यों में लोकसभा और विधानसभा के हुए उपचुनावों में इस बात का असर भी दिख चुका है. दूसरी तरफी नजर दौड़ाएं तो बीजेपी अलग-अलग चुनावों में जीत दर्ज कर नए कीर्तिमान स्थापित करने में लगी है. अब महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद इस सदन में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी हो जाएगी. यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी के नाम एक और बड़ा रिकॉर्ड जुट जाएगा.
महाराष्ट्र राज्य विधानमंडल के ऊपरी सदन के लिए 16 जुलाई को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी महाराष्ट्र विधान परिषद में सबसे बड़ी पार्टी बन जएगी. चुनाव आयोग (ईसीआई) ने पिछले सप्ताह निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 11 ईएमएलए (विधायकों द्वारा निर्वाचित) के चुनाव की घोषणा की है.
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जिन 11 सदस्यों की सदस्यता 27 जुलाई को समाप्त हो रही है उसमें से चार राकांपा से , तीन कांग्रेस , दो भाजपा और एक - एक शिवसेना एवं शेतकरी कामगार पक्ष (पीडब्ल्यूपी) के सदस्य हैं.
विधानसभा में संख्या बल के आधार पर भाजपा आसानी से पांच और शिवसेना तीन सीट जीत सकती है जबकि कांग्रेस - राकांपा एक - एक सीट जीत सकती है तथा साथ ही पीडब्ल्यूपी के निर्वतमान विधान पार्षद जयंत पाटिल को अपनी सीट बचाये रखने में मदद भी कर सकती है.
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इस समय 78 सदस्यीय विधान परिषद में राकांपा के 20, कांग्रेस के 18, भाजपा के 20, शिवसेना के 11, जद - यू के एक , पीडब्ल्यूपी - आई के एक , पीआरपी के एक और छह निर्दलीय हैं.
निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित चुनावी कार्यक्रम के मुताबिक , नामांकन दाखिल करने का अंतिम तिथि पांच जुलाई है. छह जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और नौ जुलाई तक नामांकन पत्र वापस लिया जा सकेगा. 16 जुलाई को मतदान कराया जाएगा और उसी दिन शाम में मतों की गिनती और परिणाम की घोषणा की जाएगी.