UP उपचुनाव: अपना अस्तित्व बचाने के लिए BSP ने SP को समर्थन दिया- कलराज मिश्र
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UP उपचुनाव: अपना अस्तित्व बचाने के लिए BSP ने SP को समर्थन दिया- कलराज मिश्र

भाजपा के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र ने  कहा कि बसपा और सपा के बीच परस्पर विरोधी विचारधारा का गठबंधन है. 

मायावती द्वारा सपा उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा से चुनावी माहौल गर्मा गया है.(फाइल फोटो)

इलाहाबाद: पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र ने  कहा कि बसपा और सपा के बीच परस्पर विरोधी विचारधारा का गठबंधन है और बसपा प्रमुख मायावती ने कुंठा में सपा को समर्थन देने का ऐलान किया है जिससे वह अपनी पार्टी का अस्तित्व बचा सकें. मिश्र ने यहां संवाददाताओं कहा, "मुझे नहीं लगता कि बसपा का मतदाता सपा के साथ जाएगा क्योंकि जिस गेस्टहाउस कांड में उनके नेता (मायावती) को अपमान झेलना पड़ा, उसे वह नहीं भूल सकता.

  1. गोरखपुर और फूलपुर में 11 मार्च को मतदान
  2. केशव प्रसाद मौर्य के इस्‍तीफे के बाद फूलपुर सीट खाली
  3. भाजपा ने कौशलेंद्र सिंह पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है

मायावती ने जो समर्थन देने की बात की है, वह कुंठा से, हताशा और निराशा से की है. उन्हें लगा कि उनका अस्तित्व समाप्त होने के कागार पर है. " पूर्व मंत्री ने कहा, "मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि जिस तरह से पूरे देश में भाजपा के प्रति, भारत के प्रधानमंत्री के प्रति, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रति एक विश्वास पैदा हुआ है. 

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11 मार्च को होने जा रहे उप चुनाव 
इस देश की जनता स्वाभाविक रूप से अपना आशीर्वाद इस चुनाव में भी देगी. " उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में चुनावी नतीजों के कारण देश में इस तरह के माहौल का निर्माण हुआ है और इसका असर भविष्य में विभिन्न राज्यों में होने वाले चुनावों पर भी पड़ेगा. उल्लेखनीय है कि आगामी 11 मार्च को फूलपुर संसदीय सीट पर होने जा रहे उप चुनाव में भाजपा ने कौशलेंद्र सिंह पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है. 

बीते दिनों मायावती द्वारा सपा उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा से चुनावी माहौल गर्मा गया है .  सपा ने नागेंद्र सिंह पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है. 

प्रत्याशियों में अपराधी कम
उत्तर प्रदेश के फूलपुर और गोरखपुर संसदीय क्षेत्र में होने जा रहे उपचुनावों को लेकर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) यूपी ने सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव में उतरे कुल 32 उम्मीदवारों में से 8 उम्मीदवार (25 फीसदी) आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं. जबकि 32 में से 11 उम्मीदवार करोड़पति हैं. वहीं, इन चुनावों में केवल तीन महिला उम्मीदवार ही मैदान में हैं. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजनीति और आगामी लोकसभा चुनावों की दृष्टि से फूलपुर और गोरखपुर संसदीय सीटें महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. 

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बार ज्यादातर स्नातक स्तर या इससे ज्यादा पढ़े लिखे उम्मीदवार उपचुनाव में उतरे हैं. वहीं संसदीय सीटों के उपचुनावों में उतरे ज्यादातर प्रत्याशी लगभग 78 फीसदी युवा यानी 50 साल के कम आयु के हैं.

इनपुट भाषा से भी 

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