भारत-कनाडा के बीच 6 समझौते, PM मोदी ने जस्टिन ट्रूडो के सामने उठाया आतंकवाद का मुद्दा
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भारत-कनाडा के बीच 6 समझौते, PM मोदी ने जस्टिन ट्रूडो के सामने उठाया आतंकवाद का मुद्दा

मोदी ने कहा, 'हमारे देश की अखंडता को चुनौती देने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.'

समझौते की कॉपी का आदान-प्रदान करते दोनों देशों के प्रतिनिधि. (फोटो साभार: ANI)

नई दिल्ली : भारत दौरे पर आए कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने आज राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच करीब 45 मिनट तक चली वार्ता के दौरान 6 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं. वार्ता के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने जस्टिन ट्रूडो को भारत की यात्रा अपने परिवार के साथ करने के लिए आभार जताया. मोदी ने कहा, 'हमारे देश की अखंडता को चुनौती देने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.'

  1. दोनों देशों के बीच संबंधों की प्रतिबद्धता की सराहना करता हूं- पीएम मोदी
  2. पीएम मोदी ने मुलाकात से पहले किया ट्वीट.
  3. खालिस्तानी आतंकी को कनाडाई पीएम के भोज का आमंत्रण देने से विवाद.

पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
भारत के प्रति कनाडा की जनता का प्यार मैंने अपने वर्ष 2015 के कनाडा दौरे पर देखा था.
बंटवारे की खाई खोदने वालों की कोई जगह नहीं है.
आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत-कनाडा एक साथ खड़े हैं. 

 

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि बिजनेस करने के लिए भारत एक नेचुरल पार्टनर और विश्वास पात्र देश है.

 

 

सुषमा स्वराज से की मुलाकात
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यहां शुक्रवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने दोनों नेताओं की तस्वीर साझा की, जिसमें दोनों नेता मुस्कुराते हुए गर्मजोशी के साथ एक-दूसरे से हाथ मिला रहे हैं. तस्वीर के साथ रवीश ने ट्वीट कर कहा, "तस्वीर खुद सब कुछ बयां कर जाती है." रवीश ने कहा कि सुषमा स्वराज ने गर्मजोशी के साथ टड्रो से मुलाकात की और हमारी साझेदारी को मजबूत और रिश्तों की एक नई शुरुआत है.

 

 

पीएम मोदी ने किया गर्मजोशी से स्वागत
शुक्रवार को पीएम मोदी से मुलाकात के लिए जैसे ही जस्टिन ट्रूडो अपने परिवार के साथ राष्ट्रपति भवन पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया. पीएम मोदी ने ट्रूडो को गले लगाकर स्वागत किया. इसके साथ ही ट्रूडो की बेटी को पीएम मोदी ने गले लगया. इस दौरान ट्रूडो की बेटी और पीएम मोदी की ट्यूनिंग देखते ही बन रही थी.

 

 

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'मुझे उम्मीद है कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत के दौरे का आंनद लिया होगा. उनके बच्चों जेवियर, एला ग्रेस और हाद्रियन से मुलाकात का इंतजार है.' पीएम ने 2015 के अपने कनाडा दौरे की एक तस्वीर भी ट्वीट की, जिसमें एला और जस्टिन ट्रूडो पीएम मोदी के साथ दिख रहे हैं.

 

प्रधानमंत्री ट्रूडो से बातचीत को लेकर आशान्वित हूं- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ आज होने वाली मुलाकात और सभी क्षेत्रों में भारत तथा कनाडा के बीच संबंधों को और मजबूत करने के सिलसिले में होने वाली बातचीत को लेकर आशान्वित हूं. दोनों देशों के बीच संबंधों के प्रति उनकी गहन प्रतिबद्धता की मैं सराहना करता हूं.' 

पढ़ें- आखिर, भारतीय मीडिया के इस सवाल पर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने क्‍यों साधी चुप्पी?

ट्रूडो और उनके परिवार ने किए जामा मस्जिद के दीदार
इससे पहले गुरुवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनका परिवार ऐतिहासिक जामा मस्जिद गए थे. ट्रूडो एक सप्ताह की भारत यात्रा पर हैं और देश की सबसे बड़ी मस्जिदों में शुमार की जाने वाले जामा मस्जिद में वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ पहुंचे और वहां करीब 30 मिनट गुजारे. बुधवार को ट्रूडो ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात की थी और स्वर्ण मंदिर में माथा टेका था. पीएम ट्रूडो ने मुंबई और अहमदाबाद का भी दौरा किया था.

खालिस्तानी आतंकी को रात्रिभोज का आमंत्रण देने से हुआ विवाद
उल्‍लेखनीय है कि ट्रूडो की यह यात्रा दोषी करार दिए गए खालिस्तानी आतंकी जसपाल अटवाल को एक रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किए जाने के कारण विवाद में घिर गई. नुकसान की भरपाई का प्रयास करते हुए कनाडाई उच्चायुक्त नादिर पटेल ने आयोजित रात्रिभोज के लिए जसपाल अटवाल का निमंत्रण रद्द कर दिया था. वहीं विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इस बात की जांच कराएगी कि अटवाल भारत कैसे पहुंचा. 

हमने इसे काफी गंभीरता से लिया है- पीएम ट्रूडो
इस विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्रूडो ने संवाददाताओं से कहा, 'निश्चित रूप से हमने इस स्थिति को काफी गंभीरता से लिया है. सवालों के घेरे में आए व्यक्ति को कभी भी निमंत्रण नहीं मिलना चाहिए था और जैसे ही हमें पता चला, हमने तत्काल निमंत्रण को रद्द कर दिया... संसद के सदस्य जिन्होंने इस व्यक्ति को शामिल किया, वह अपनी गतिविधि के लिए पूरी जिम्मेदारी लेंगे.' अटवाल 1986 में पंजाब के तत्कालीन मंत्री मलकीत सिंह सिधु की वैंकुवर में हत्या का प्रयास करने का दोषी है. अटवाल को वीजा मिलने के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि सरकार इन तथ्यों का पता लगा रही है कि उसे भारत आने का वीजा कैसे मिला.

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