सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने आज कक्षा 12वीं के नतीजों का ऐलान कर दिया. इससे पहले एक हफ्ते तक अनिश्चिता थी, जिससे छात्रों में चिंता थी. छात्र बोर्ड की बेवासाइट पर नतीजे देख सकते हैं और सीबीएसई ने उन्हें अपने दफ्तर नहीं आने की सलाह दी है.
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नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने आज कक्षा 12वीं के नतीजों का ऐलान कर दिया. इससे पहले एक हफ्ते तक अनिश्चिता थी, जिससे छात्रों में चिंता थी. छात्र बोर्ड की बेवासाइट पर नतीजे देख सकते हैं और सीबीएसई ने उन्हें अपने दफ्तर नहीं आने की सलाह दी है.
Raksha Gopal of Amity International School Noida tops with 99.6% #CBSEclassXII
— ANI (@ANI_news) May 28, 2017
क्या कहना है टॉपर रक्षा का
कक्षा 12वीं के नतीजों में एक फिर लड़कियों ने बाजी मारा है. कला संकाय में नोएडा के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा रक्षा गोपाल ने 99.6 प्रतिशत मार्क लेकर टॉप किया है. एक हिंदी अखबार से बातचीत के दौरान सीबीएसई टॉपर रक्षा गोपाल ने कहा कि उन्हें टॉप करने की उम्मीद नहीं थी, बल्कि अच्छे रिजल्ट की उम्मीद जरूर थी. वह प्रतिदिन 6 से 7 घंटे पढ़ाई करती थीं.
Bhumi Sawant De from DAV Chandigarh is second with 99.4% and Aditya Jain from Bhawan Vidyalaya Chandigarh is third with 99.2% #CBSEclassXII
— ANI (@ANI_news) May 28, 2017
टाइम मैनेजमेंट का विशेष ख्याल रखा
रक्षा ने बताया कि उन्होंने टाइम मैनेजमेंट का विशेष ख्याल रखा, और यही वजह रही की उन्हें यह सफलता मिली. रक्षा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स में बढ़ाई करने की बात कही है.
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ये रहे दूसरे और तीसरे नंबर पर
वहीं, चंडीगढ़ स्थित डीएवी स्कूल की भूमि सावंत डे ने 99.4 प्रतिशत मार्क्स लेकर दूसरा तो चंडीगढ़ के ही भवन विद्यालय स्कूल के आदित्य जैन ने 99.2 प्रतिशत मार्क्स पाकर तीसरा स्थान पाया है.
ये हैं ऑल इंडिया टॉपर
1. नोएडा स्थित एमिटी स्कूल की कला की छात्र रक्षा गोपाल 99.6 प्रतिशत मार्क्स के साथ बनी टॉपर.
2. चंडीगढ़ में सेक्टर 8 में स्थित डीएवी स्कूल की विज्ञान की स्टूडेंट भूमि सावंत 99.4 प्रतिशत मार्क्स के साथ दूसरे स्थान पर.
3. चंडीगढ़ स्थित भवन विद्यालय के विज्ञान के स्टूडेंट आदित्य जैन 99.2 प्रतिशत मार्क्स के साथ तीसरे स्थान पर.
10 लाख से ज्यादा छात्र बैठे थे परिक्षा में
गौरतलब है कि इस हफ्ते के शुरू में दिल्ली हाईकोर्ट ने बोर्ड को कृपांक देने की नीति को जारी रखने का आदेश दिया था, जिसे पिछले महीने रद्द कर दिया गया था. कोर्ट के आदेश के बाद छात्र चिंता और घबराहट से ग्रस्त हो गए थे. बोर्ड ने पहले सुप्रीम कोर्ट जाने के बारे में विचार किया था, लेकिन फिर नहीं जाने का फैसला किया, क्योंकि इस प्रक्रिया से नतीजों में देरी हो सकती थी. इस साल 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में 10 लाख से ज्यादा छात्र बैठे थे.