चीनी घुसपैठ सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए ठीक नहीं: राजनाथ
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चीनी घुसपैठ सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए ठीक नहीं: राजनाथ

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन ने अक्साई चिन पर अवैध से कब्जा किया है और चीनी सैनिकों की घुसपैठ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने के लिए ठीक नहीं है। चीनी घुसपैठ की घटनाएं भारत के साथ संबंधों के दृष्टिकोण से उचित नहीं है।

चीनी घुसपैठ सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए ठीक नहीं: राजनाथ

ज़ी मीडिया ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली/लेह : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन ने अक्साई चिन पर अवैध से कब्जा किया है और चीनी सैनिकों की घुसपैठ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने के लिए ठीक नहीं है। भारत ने गुरुवार को कहा कि चीनी सैनिकों द्वारा बार-बार उसकी सीमा में घुसपैठ करने से सौहार्दपूर्ण संबंध कायम रखने में कोई मदद नहीं मिलेगी। भारत ने चीन पर अकसाई चिन पर गैर कानूनी कब्जा करने का भी आरोप लगाया है। भारत ने चीन को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि आक्‍साई चीन में चीन अपनी गतिविधियों से बाज आए।   

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र में विभिन्न विकास योजनाओं को अनुच्छेद 370 के कारण लागू नहीं किया जा सका। उन्होंने लोगों से भाजपा के पक्ष में वोट करने का अनुरोध किया। उनके अनुसार पार्टी का वादा है कि राज्य में 73वां संशोधन लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चीन ने अक्साई चिन में गैर कानूनी कब्जा कर रखा है तथा चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ करने से हमारे पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों को बरकरार रखने में मदद नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध कायम रखना चाहती है लेकिन उसके साथ भी समान व्यवहार होना चाहिए।

सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध नयी उंचाई तक पहुंच सकते हैं बशर्ते कोई सकारात्मक कदम उठाया जाये और सीमा विवाद जैसे जटिल मुद्दों का समाधान किया जाये। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अक्साई चिन क्षेत्र चीन को तोहफे में दे दिया तथा पूर्व नेशनल कांफ्रेंस नीत राज्य सरकार ने इसके बारे में कभी ध्यान नहीं दिया क्योंकि उसके एवं संप्रग सरकार के लिए लद्दाख ‘ठंडे रेगिस्तान’ से ज्यादा कुछ नहीं था।

गृह मंत्री ने कहा कि भारत की स्वाधीनता के समय चीन की सीमा भारत में जम्मू कश्मीर से कभी नहीं लगती थी तथा कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के कारण चीन भारत का पड़ोसी बन गया। उन्होंने कहा कि तिब्बत दोनों देशों के बीच ‘बफर राज्य’ के रूप में काम करता था।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख को अपने दिल के काफी करीब मानती है। सिंह यहां भाजपा उम्मीदवार चेरिंग दोरजे के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। दोरजे निवर्तमान विधायक एवं मंत्री नवांग रिजजिन जोरा के विरूद्ध चुनाव मैदान में है। इस विधानसभा सीट के लिए 25 नवंबर को चुनाव होगा।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण क्षेत्र में विभिन्न योजनाएं लागू नहीं हो पाई तथा पूर्ववर्ती पीडीपी सरकार एवं मौजूदा नेशनल कांफ्रेंस सरकार ने इसकी लगातार अनदेखी की।

भाजपा नेता ने कहा कि कुछ पार्टियां हैं जो चुनाव के समय अनुच्छेद 370 का मुद्दा उठाती हैं क्योंकि वे कुछ वोटरों में भय की भावना का संचार करना चाहती हैं। इन पार्टियों को राज्य के शासन एवं विकास मुद्दों की चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर के निकायों को वित्तीय अधिकार प्रदान करने वाले 73वें संशोधन को नेशनल कांफ्रेंस सरकार द्वारा लागू नहीं किया गया।

सिंह ने कहा कि केन्द्र अनुच्छेद 370 के कारण सीधे इसे लागू नहीं कर सकता। लिहाजा भाजपा के लिए वोट कीजिये जो राज्य में 73वां संशोधन लागू करने की इच्छुक है। अनुच्छेद 370 के बारे में उन्होंने कहा कि यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है तथा इसकी उपयोगिता पर व्यापक बहस होनी चाहिए। सिंह ने भारत एवं चीन के बीच व्यापार संबंध मजबूत करने पर बल देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच वस्तुओं का व्यापार 65 अरब डालर को पार कर गया है। उन्होंने कहा कि यदि दोनों देश आपसी सम्मान एवं भरोसे से अपने संबंधों को मजबूत बनाते हैं तो इस व्यापार को बढ़ाकर 100 अरब डालर पहुंचाया जा सकता है। ‘‘नये व्यापार मार्ग खोले जा सकते हैं और पुराने रेशम मार्ग का भी फिर से पुनरूद्धार किया जा सकता है।

सिंह ने कहा कि लद्दाख एक आकर्षक वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में उभर सकता है बशर्ते इसे इस (पर्यटन के) नजरिये को ध्यान में रखकर विकसित किया जाये। यह बौद्ध एवं अन्य पूर्वी अध्ययन का एक महत्वपूर्ण केन्द्र भी बन सकता है। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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