टना के बाद पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिये पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में घायल हुए सभी लोगों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की है.
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अमृतसर: दशहरे के दिन अमृतसर में हुए भयानक रेल हादसे के कारण पंजाब सरकार ने राजकीय शोक की घोषणा की है. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपना इस्राइल दौरा रद्द कर वापस पंजाब पहुंच रहे हैं. यहां, सुबह 11 बजे वो गुरु नानक अस्पताल के बाहर चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे. आपको बता दें कि घटना के बाद पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिये पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में घायल हुए सभी लोगों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की है.
शुक्रवार को हादसे के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं, ताकि घटना की असली वजहों का पता चल सके. उन्होंने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार की ओर से वहन करने का ऐलान किया है. उन्होंने घायलों का सरकारी और निजी अस्पतालों मुफ्त इलाज कराए जाने के आदेश दिए.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'अमृतसर रेल दुर्घटना के मद्देनजर प्रदेश में कल (शनिवार 20 अक्टूबर) को शोक रहेगा. सभी दफ्तर और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
We will do everything possible to assist the injured. Have directed the district administration to leave no stone unturned to ensure the best possible treatment for them. pic.twitter.com/90ddA1XeZQ
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) October 19, 2018
उन्होंने कहा कि अभी मुझे नहीं पता है कि रेलवे स्टेशन के बगल में रावण का यह पुतला क्यों बनाया गया था. लेकिन प्रशासन इसे देखेगा और जब कल मैं वहां जाउंगा तो हम इसकी जांच करेंगे. उन्होंने अपना तयशुदा इस्राइल दौरा स्थगित कर दिया है और वो शनिवार सुबह अमृतसर पहुंच रहे हैं.
वहीं, मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि वहां पर चीफ गेस्ट बनकर आईं मंत्री नवजोत कौर सिद्धू हादसे के वक्त वहीं थीं, लेकिन दुर्घटना की खबर मिलते ही वो वहां से चली गईं. वहीं कुछ लोग यह आरोप भी लगा रहे हैं कि नवजोत कौर के कार्यक्रम में देरी से पहुंचने की वजह से यह हादसा हुआ है. स्थानीय लोगों ने नवजोत कौर के खिलाफ नारेबाजी की और उनका इस्तीफा तक मांगा है.