'राजनीतिक आकाओं’ के इशारे पर काम कर रहीं जयंती नटराजन : कांग्रेस
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'राजनीतिक आकाओं’ के इशारे पर काम कर रहीं जयंती नटराजन : कांग्रेस

जयंती नटराजन के पार्टी छोड़ने और राहुल गांधी पर आरोप लगाए जाने के बाद कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा है कि नटराजन 'राजनीतिक आकाओं’ के इशारे पर काम कर रही हैं जिन्हें हो सकता है कि उनके खिलाफ सबूत मिले हों। कांग्रेस ने कहा कि भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप जयंती नटराजन को तत्कालीन संप्रग सरकार से हटाए जाने का कारण बने थे।

'राजनीतिक आकाओं’ के इशारे पर काम कर रहीं जयंती नटराजन : कांग्रेस

नई दिल्ली/चेन्नई : जयंती नटराजन के पार्टी छोड़ने और राहुल गांधी पर आरोप लगाए जाने के बाद कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा है कि नटराजन 'राजनीतिक आकाओं’ के इशारे पर काम कर रही हैं जिन्हें हो सकता है कि उनके खिलाफ सबूत मिले हों। कांग्रेस ने कहा कि भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप जयंती नटराजन को तत्कालीन संप्रग सरकार से हटाए जाने का कारण बने थे।

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, 'नटराजन को पहले पार्टी से यदि किसी तरह की समस्या थी तो उन्हें उसी समय पद से हट जाना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।' सिंघवी ने कहा कि यह पूरा मामला 'इमेज बचाओ अभियान' का लगता है। नटराजन की ओर से लगाए गए सभी आरोप तथ्यात्मक रूप से गलत हैं।

कांग्रेस को एक बड़ा झटका देने वाले फैसले में पूर्व पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन ने आज पार्टी छोड़ दी और राहुल गांधी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने (जयंती) परियोजनाओं को मंजूरी देने में कांग्रेस उपाध्यक्ष के निर्देश का पालन किया लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने उनकी ‘उपेक्षा, तिरस्कार और अपमान किया।

लंबे समय से कांग्रेस की वफादार रही जयंती ने कहा कि वह संप्रग शासन में मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अपने द्वारा दी गयी पर्यावरण संबंधी मंजूरियों को लेकर जांच का सामना करने का तैयार हैं। उन्होंने कहा कि ‘इस तरह के कड़वे अनुभवों’ के बाद किसी दूसरे राजनीतिक दल में शामिल होने की उनकी कोई योजना नहीं है।

उन्होंने यहां जल्दबाजी में बुलाए गए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैंने सभी पर्यावरण मुद्दों पर केवल पार्टी लाइन और नियम पुस्तिका का पालन किया। मैंने लोगों के वन से जुड़े अधिकारों और वेदांता जैसे मामलों में आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए काम किया। मैंने अपनी ओर से कुछ गलत नहीं किया।’ जयंती ने कहा कि वह पार्टी के ‘घुटन भरे माहौल’ में नहीं रह सकतीं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी के निर्देश पर पर्यावरण मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद राहुल गांधी के कार्यालय ने उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए गलत खबरें फैलाइ’। जयंती ने राहुल पर निर्णय प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘राहुल गांधी के कार्यालय से विशेष ‘इनपुट’ मिलते थे जो कुछ बड़ी परियोजनाओं पर चिंता जताने वाले गैर सरकारी संगठनों के वर्णनों पर आधारित थे।’

जयंती ने कहा, ‘मैंने कुछ गलत नहीं किया। अगर मेरे कुछ गलत करने की बात साबित होती है तो मैं फांसी चढ़ने या जेल जाने को तैयार हूं।’ उन्होंने यह भी कहा कि संप्रग-2 में मंत्री के तौर पर वह स्नूपगेट (जासूसी) मुद्दे पर नरेन्द्र मोदी पर हमला नहीं करना चाहती थीं लेकिन उनसे कहा गया कि पार्टी का उच्चस्थ नेतृत्व चाहता है कि वह ऐसा करें।

जयंती ने अपने भविष्य की योजनओं के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘मैं अपनी जिंदगी और भविष्य के बारे में सोचना चाहती हूं। किसी दूसरी पार्टी में जाने की मेरी कोई योजना नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें केवल पार्टी आलाकमान से परेशानियां थीं, तमिलनाडु (कांग्रेस) शाखा से उन्हें कोई शिकायत नहीं है। पूर्व पर्यावरण मंत्री ने कहा कि उन्होंने तमिलनाडु कांग्रेस शाखा के ट्रस्टी का पद भी छोड़ दिया है। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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