अकबर का इस्तीफा ‘सच की जीत’, उन महिलाओं को सलाम जिन्होंने अवाज उठाई : कांग्रेस
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अकबर का इस्तीफा ‘सच की जीत’, उन महिलाओं को सलाम जिन्होंने अवाज उठाई : कांग्रेस

यौन शोषण के आरोपों में घिरे विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘अकबर के खिलाफ कई वरिष्ठ महिला पत्रकारों ने गंभीर आरोप लगाए थे जो उनके साथ काम कर चुकी हैं. उनका इस्तीफा सच की ताकत की अभिपुष्टि और जीत है.’ (फाइल फोटो साभार - DNA)

नई दिल्ली: कांग्रेस ने यौन शोषण के आरोपों से घिरे एमजे अकबर के विदेश राज्य मंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने को ‘सच की ताकत की जीत’ करार दिया और कहा कि वह उन महिलाओं को सलाम करती है जिन्होंने आवाज उठाई थी.

पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ‘अकबर के खिलाफ कई वरिष्ठ महिला पत्रकारों ने गंभीर आरोप लगाए थे जो उनके साथ काम कर चुकी हैं. उनका इस्तीफा सच की ताकत की अभिपुष्टि और जीत है.’

उन्होंने कहा, ‘मैं उन महिलाओं को सलाम करती हूं जो सत्ता के अहंकार के सामने डट कर खड़ी रहीं.’ प्रियंका ने आरोप लगाया कि धमकाना और डराना मोदी सरकार में आवाज दबाने का जरिया बन चुका है.

अकबर का इस्तीफा 'मी टू मुहिम' की जीत 
वहीं वामदलों ने यौन शोषण के आरोपों में घिरे विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर के मंत्रिपरिषद से इस्तीफे को महिलाओं के शोषण के खिलाफ सोशल मीडिया पर शुरु की गयी ‘मी टू’ मुहिम की कामयाबी बताया. 

भाकपा के महासचिव सुधाकर रेड्डी ने बुधवार को अकबर के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा‘मुझे लगता है कि जिस तरह से ‘मी टू’ मुहिम देश में जोर पकड़ रही है, उसे देख कर मोदी सरकार अकबर से इस्तीफा लेने पर मजबूर हुयी है.’ रेड्डी ने इसे मी टू मुहिम की कामयाबी बताते हुये कहा कि अकबर को उसी दिन त्यागपत्र दे देना चाहिये था जब उनकी पूर्व महिला सहयोगियों ने उनके खिलाफ यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाये थे. 

माकपा की महिला इकाई की महासचिव मरियम धावले ने कहा कि अकबर का इस्तीफा उन सभी महिला संगठनों की जीत है जिन्होंने महिला पत्रकारों द्वारा केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ आरोप लगने के बाद उन्हें मंत्रिपरिषद से हटाने के लिये आंदोलन तेज किया था. उन्होंने कहा कि इस मामले में महिलाओं के आंदोलन की वजह से मोदी सरकार ने मजबूर होकर अकबर से इस्तीफा देने को कहा है. 

अकबर ने दिया इस्तीफा
बता दें यौन शोषण के आरोपों में घिरे विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. एक बयान में अकबर ने कहा है, ‘चूंकि मैंने निजी तौर पर कानून की अदालत में न्याय पाने का फैसला किया है, इसलिए मुझे यह उचित लगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.’

बयान में उन्होंने आगे कहा है, ‘मैं, अपने खिलाफ लगाए गए झूठे आरोपों को निजी तौर पर चुनौती दूंगा. अत: मैं विदेश राज्य मंत्री पद से त्यागपत्र देता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का बेहद आभारी हूं कि उन्होंने मुझे देश की सेवा करने का अवसर दिया.’

(इनपुट - भाषा)

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