ऑपरेशन म्यांमार : मंत्रियों के 'शेखी बघारने' वाले बयान पर कांग्रेस का हमला
Advertisement

ऑपरेशन म्यांमार : मंत्रियों के 'शेखी बघारने' वाले बयान पर कांग्रेस का हमला

कांग्रेस ने म्यांमार में उग्रवादियों के खिलाफ सेना की कार्रवाई पर ‘शेखी बघारने और अंधराष्ट्रवाद’ से भरे बयान देने के लिए आज केन्द्रीय मंत्रियों को आड़े हाथों लिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उन्हें सलाह और परामर्श देने को कहा। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि संयम और परिपक्वता होनी चाहिए। कट्टर राष्ट्रवाद और डींग हांकने वाले दावों से भारत के विशेष बल के अभियान को मदद नहीं मिलने वाली है।

ऑपरेशन म्यांमार : मंत्रियों के 'शेखी बघारने' वाले बयान पर कांग्रेस का हमला

नई दिल्‍ली : कांग्रेस ने म्यांमार में उग्रवादियों के खिलाफ सेना की कार्रवाई पर ‘शेखी बघारने और अंधराष्ट्रवाद’ से भरे बयान देने के लिए आज केन्द्रीय मंत्रियों को आड़े हाथों लिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उन्हें सलाह और परामर्श देने को कहा। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि संयम और परिपक्वता होनी चाहिए। कट्टर राष्ट्रवाद और डींग हांकने वाले दावों से भारत के विशेष बल के अभियान को मदद नहीं मिलने वाली है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रक्षा मंत्री को ‘गैर जिम्मेदाराना’ बयान देने की आदत है। शर्मा ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को भी संयम के साथ काम करने और बोलने की सलाह दी और कहा कि उनके काम करने के तौर तरीके ने औचित्य के गंभीर सवाल खड़े किये हैं। उधर, म्यांमार में उग्रवादियों के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई पर कुछ केन्द्रीय मंत्रियों के बयानों को कांग्रेस की ओर से ‘शेखी बघारने वाले और अंधराष्ट्रवादी’ बताए जाने पर पलटवार करते हुए भाजपा ने आज कहा कि इस विपक्षी दल को ‘पाकिस्तान की भाषा’ बोलना बंद करके राष्ट्र हित में सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए।

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने यहां कहा कि लोकसभा चुनाव हारने के बाद से कांग्रेस निराशा की स्थिति में है। वह नकारात्मक विचारों से ग्रस्त हो गई है और हर चीज की बस आलोचना ही कर रही है। उसे वास्तविकता को स्वीकार करना चाहिए और पाकिस्तान की भाषा नहीं बोलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस आचरण की बजाय कांग्रेस को अब रचनात्मक भूमिका निभाना शुरू करके राष्ट्र हित और देश की सुरक्षा के पक्ष में बात करनी चाहिए। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से उन्हें सलाह और परामर्श देने का अनुरोध करूंगा। पीएम को अपने मंत्रियों को संयमित करना चाहिए ताकि पुनरावृति न हो। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री को नेपाल के अनुभव से सबक लेना चाहिए जब राहत कार्यों के अत्यधिक प्रचार के कारण हमें शर्मिन्दा होना पड़ा।

आनंद शर्मा ने कहा कि सरकार में इतना विवेक और इतनी परिपक्वता होनी चाहिए कि वह ऐसी बयानबाजी न करे, जिससे कि क्षेत्र में तनाव पैदा हो और पड़ोसी देश एवं सरकारें असहज स्थित में पड़ें, जो भारतीय सेना को सहयोग करती हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विशेष बल के मिशन के बारे में गोपनीयता बनाये रखना जरूरी है। वे हमेशा चौकस रहते हैं। वे आमतौर पर खुलासा नहीं करते। यह पहला मौका नहीं है कि हमारे सुरक्षा बलों के पास ऐसी क्षमता है। यह रातोंरात निर्मित नहीं हुई है बल्कि लंबी अवधि के दौरान यह हुआ है।

शर्मा ने कहा कि पिछले चार दिनों में देश ने म्यांमार सीमा पर कुछ उग्रवादी संगठनों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए भारतीय सेना और उसके विशेष बल की सराहना की है।

Trending news