गुलाम नबी आजाद के RSS की तुलना ISIS से करने पर विवाद बढ़ा
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गुलाम नबी आजाद के RSS की तुलना ISIS से करने पर विवाद बढ़ा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की एक टिप्पणी से खासा विवाद खड़ा हो गया है, जिसमें उन्होंने देश को कथित तौर पर बांटने को लेकर आईएसआईएस और आरएसएस को एक ही कतार में खड़ा करने का प्रयास किया। इस पर आरएसएस और भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। इस मामले में सोमवार को संसद में हंगामा तय है। बीजेपी इस मामले को आज सदन में जोर शोर से उठाएगी।

गुलाम नबी आजाद के RSS की तुलना ISIS से करने पर विवाद बढ़ा

नई दिल्‍ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की एक टिप्पणी से खासा विवाद खड़ा हो गया है, जिसमें उन्होंने देश को कथित तौर पर बांटने को लेकर आईएसआईएस और आरएसएस को एक ही कतार में खड़ा करने का प्रयास किया। इस पर आरएसएस और भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। इस मामले में सोमवार को संसद में हंगामा तय है। बीजेपी इस मामले को आज सदन में जोर शोर से उठाएगी।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की तुलना आईएसआईएस से करने वाले गुलाम नबी आजाद के बयान का मुद्दा बीजेपी सोमवार को संसद में उठाएगी। सूत्रों के मुताबिक आजाद से माफी की मांग की जाएगी। गौर हो कि इस बयान को लेकर बीजेपी काफी नाराजगी जाहिर कर चुकी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस को पूरी तरह घेरने की तैयारी कर ली है। वहीं, कांग्रेस शराब कारोबारी विजय माल्‍या के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साध सकती है।

 

पार्टी सूत्रों का कहना है कि कुछ सदस्य ये मुद्दा उठाएंगे और आजाद से माफी की मांग करेंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आरएसएस की तुलना किसी भी तरह से आईएसआईएस करना अस्वीकार्य है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष आजाद ने शनिवार को मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से आयोजित राष्ट्रीय एकता सम्मेलन में उक्त बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हम मुसलमानों के बीच भी ऐसे लोगों को देखते हैं कि जो मुस्लिम देशों की तबाही की वजह बन गए हैं। इनके पीछे कुछ ताकते हैं. परंतु हमें यह समझने की जरूरत है कि मुसलमान इसमें क्यों शामिल हो रहे हैं, वे क्यों फंसते जा रहे हैं? आजाद ने कहा कि इसलिए, हम आईएसआईएस जैसे संगठनों का उसी तरह विरोध करते हैं जैसे आरएसएस का विरोध करते हैं। आजाद ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग अपने इतिहास के सिवाय दूसरों का इतिहास नहीं पढ़ते, वो ऐसे ही बोलते हैं जो आजकल दिख रहा है। देश में लड़ाई हिंदू और मुसलमान के बीच नहीं, बल्कि नजरिए की लड़ाई है। हम लोगों को सभी तरह की सांप्रदायिकता का मुकाबला मिलकर करना है।

आजाद के इस बयान को आरएसएस ने कांग्रेस का बौद्धिक दिवालियापन कहा था। आरएसएस ने गुलाम नबी आजाद के बयान को कांग्रेस का बौद्धिक दिवालियापन कहा। वहीं, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने गुलाम नबी आजाद को सोनिया गांधी का गुलाम बताया।

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने आजाद के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि आरएसएस एक राष्ट्रवादी संगठन है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने ऐसा कहा है। यह उनके मानसिक दिवालियेपन को दिखाता है। उनको माफी मांगनी चाहिए या फिर सोनिया गांधी को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

 

आरएसएस की तुलना आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से करने के प्रयास को लेकर कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधते हुए केन्द्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ‘आरएसएस फोबिया’ से ग्रस्त हैं क्यांेकि पार्टी तेजी से जमीन खोती जा रही है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्होंने ‘वोट बैंक’ की राजनीति की खातिर मुस्लिमों को आकर्षित करने की अपनी पार्टी की कोशिश में सारी सीमाएं लांघ दी। (एजेंसी इनपुट के साथ)

 

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