ठाणे के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इकबाल कास्कर का मुख्य धंधा बिल्डरों से उगाही का रहा है. उन्होंने बताया कि वह बिल्डरों को धमकाने के लिए और जमीनों पर अवैध कब्जे के लिए बिहार से गुंडे बुलवाता था.
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अंडरवर्ल्ड दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कास्कर की गिरफ्तारी के बाद उसके कई काले कारनामे का पर्दाफाश हुआ है. ठाणे के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इकबाल कास्कर का मुख्य धंधा बिल्डरों से उगाही का रहा है. उन्होंने बताया कि वह बिल्डरों को धमकाने के लिए और जमीनों पर अवैध कब्जे के लिए बिहार से गुंडे बुलवाता था. काम हो जाने के बाद दाऊद का परिवार बिहार से बुलाए गए गुंडों को पेमेंट देकर वापस भेज देता था. वह बिहार से बुलाए गए नए लड़कों का इस्तेमाल शूटर के रूप में भी करता रहा. ठाणे के पुलिस कमिश्नर ने एक प्रेंस कांफ्रेंस कर मीडिया को बताया कि दाऊद के भाई इकबाल कास्कर को महाराष्ट्र पुलिस ने सोमवार शाम उसकी बहन के घर से गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि ठाणे पुलिस कास्कर को अपराध शाखा ने जबरन वसूली के मामले में पकड़ा है. उन्होंने बताया कि कास्कर जबरन वसूली का गैंग चलाता था. ठाणे के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गिरफ्तारी के वक्त कास्कर अपनी बहन हसीना पारकर के घर पर मौजूद था. जिस समय पुलिस ने हसीना पारकर के घर पर दबिश दी उस समय इकबाल कास्कर टीवी देख रहा था और बिरयानी खा रहा था. उन्होंने बताया कि कास्कर 2013 से एक बिल्डर से वसूली कर रहा था. उस पर जबरन वसूली के लिए धमकाने का भी आरोप है. इस मामले में कुछ और भी लोगों से पुलिस की पूछताछ जारी है.
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उन्होंने बताया कि कास्कर उगाही में बिल्डर्स से कैश के अलावा फ्लैट भी लेता था. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिल्डर्स व अन्य लोगों से ली जाने वाली फिरौती में दाऊद का हाथ है या नहीं, इसकी भी जांच चल रही है. उन्होंने बताया कि इसकी भी जांच चल रही है कि इकबाल ड्रग्स डीलिंग में शामिल था या नहीं.
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पुलिस को यह भी पता चला है कि कुछ बिल्डर इकबाल की मदद कर रहे थे. वसूली के लिए इकबाल कास्कर बड़े भाई दाऊद के नाम का भी प्रयोग करता था. इकबाल उगाही के लिए बिल्डर्स को घर बुलाता था या फिर फोन करके उनसे फिरौती मांगता था.
पुलिस अधिकारियों ने उससे देर रात तक पूछताछ की. पुलिस ने बताया कि इकबाल को संयुक्त अरब अमीरात से वर्ष 2003 में प्रत्यर्पित करके लाया गया था और वह शहर में अपने भाई का रियल एस्टेट कारोबार देखता है.
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इकबाल को मध्य मुंबई के नागपाड़ा स्थित उसके घर से हिरासत में लिया गया था. उसे एनकाउन्टर स्पेशलिस्ट और उगाही निरोधक दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में एक दल ने हिरासत में लिया था. अधिकारी ने बताया, ‘इकबाल को जबरन वसूली के एक मामले में पूछताछ के लिए लाया गया था. जांच के बाद, मामले में उसकी संलिप्तता पायी गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. ’ उन्होंने बताया कि जबरन वसूली के मामले में पांच और लोगों को हिरासत में लिया गया है और रात में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. सूत्रों के मुताबिक ठाणे के एक कारोबारी को इकबाल के नाम से वसूली के लिए फोन किए गए थे. जिसके बाद कारोबारी ने ठाणे पुलिस के उगाही निरोधक दस्ते में इस बाबत शिकायत दर्ज करवाई. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए शर्मा के नेतृत्व में आज शाम एक दल नागपाड़ा पहुंचा और इकबाल को हिरासत में लिया था.
पुलिस अधिकारियों ने उससे देर रात तक पूछताछ की. पुलिस ने बताया कि इकबाल को संयुक्त अरब अमीरात से वर्ष 2003 में प्रत्यर्पित करके लाया गया था और वह शहर में अपने भाई का रियल एस्टेट कारोबार देखता है.