चेतावनी के बावजूद आप पार्टी का बागी खेमा करेगा बैठक
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चेतावनी के बावजूद आप पार्टी का बागी खेमा करेगा बैठक

आम आदमी पार्टी का प्रशांत भूषण एवं योगेन्द्र यादव वाला बागी खेमा मंगलवार को स्वराज संवाद सम्मेलन आयोजित करेगा जिसमें आप के महत्वपूर्ण निकायों से उन्हें निकालने के बाद आगे की कार्रवाई के बारे में विचार-विमर्श किया जायेगा। इस बीच पार्टी ने इस आयोजन में शामिल होने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी का प्रशांत भूषण एवं योगेन्द्र यादव वाला बागी खेमा मंगलवार को स्वराज संवाद सम्मेलन आयोजित करेगा जिसमें आप के महत्वपूर्ण निकायों से उन्हें निकालने के बाद आगे की कार्रवाई के बारे में विचार-विमर्श किया जायेगा। इस बीच पार्टी ने इस आयोजन में शामिल होने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।

यादव एवं भूषण के करीबी लोगों ने कहा कि बागी खेमा नयी पार्टी के गठन की घोषणा नहीं करेगा बल्कि आयोजन में संगठन के भीतर अंतर दलीय लोकतंत्र एवं पारदर्शिता के मुद्दे उठायेगा। यादव ने कहा कि उन्हें देश भर के स्वयंसेवकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है जिसके चलते उन्हें आयोजन स्थल बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसके लिए सभी को खुला आमंत्रण दिया है। हमें इस आयोजन के लिए जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है जिसके चलते हमें आयोजन स्थल बदलना पड़ा। देश के विभिन्न हिस्सों से स्वयंसेवक एवं समर्थक आयोजन में भाग लेंगे। बैठक में कुछ विशेष अतिथि भी भाग लेंगे।’’

विरोधी खेमे को आड़े हाथ लेते हुए यादव ने कहा कि पूरा आयोजन पारदर्शी होगा, मीडिया को अनुमति होगी तथा पेन एवं मोबाइल फोन ले जाने की भी इजाजत दी जायेगी। राष्ट्रीय परिषद की जिस बैठक में प्रशांत एवं योगेन्द्र को निकाला गया था उसमें मीडिया को जाने की इजाजत नहीं दी गयी थी तथा स्वयं सेवकों को मोबाइल फोन एवं पेन भी नहीं ले जाने दिया गया था।

आप के बागी नेता योगेन्द्र यादव ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि स्वराज में राजनीति को बदलने की संभावना है तथा यह हमारे कार्यक्रम में होना चाहिए। सभी स्वयं सेवकों को अपनी शिकायतें रखने का मौका दिया जायेगा तथा निर्णय मतदान के आधार पर होगा।’’ उन्होंने कहा कि संवाद प्रक्रिया से सभी भ्रम खत्म हो जायेंगे और हम सम्मेलन के बाद कुछ निर्णय कर सकेंगे।

आम आदमी पार्टी ने इस बैठक में भाग लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी। आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के बाद इस संबंध में अगले कदम का फैसला करेगी।

सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्वराज संवाद कोई पार्टी आयोजन नहीं है। पीएसी एवं एनई तय करेगी कि बैठक के बाद क्या कार्रवाई करनी चाहिए।’’ चेतावनी पर प्रतिक्रिया देते हुए यादव ने कहा कि वह अभी तक पार्टी के सदस्य हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की चेतावनी नहीं मिली है।

यादव ने कहा, ‘‘आप पार्टी नेतृत्व के बारे में बातचीत कर रहे हैं पार्टी नेतृत्व केवल आम आदमी पार्टी नहीं है। हमें पार्टी की ओर से कोई औपचारिक निर्देश नहीं मिला है।’’ अजीत झा के साथ आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाले गये आनंद कुमार ने कहा कि वे तो इस बैठक को 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद ही बुलाना चाहते थे लेकिन इसे विभिन्न कारणों से टाल दिया गया।

आप के तिमारपुर के विधायक पंकज पुष्कर, आदिवासी कार्यकर्ता सोनी सोरी एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता अरूणा राय इस आयोजन में भाग ले सकती हैं यादव एवं भूषण खेमे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में आप के टिकट पर खड़े हुए 100 से अधिक उम्मीदवार इस आयोजन में शिरकत करेंगे।

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