ये यात्रा दिल्ली से शुरू होकर, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, खुर्जा, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फिरौजाबाद, मैनपुरी, कन्नौज, उन्नाव होते हुए लखनऊ के गोमतीनगर थाने में पहुंचेगी.
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नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने मंगलवार (16 अक्टूबर) से 'आजम खान एफआईआर यात्रा' का आगाज किया है. ये यात्रा दिल्ली से लखनऊ तक निकाली जाएगी. अमर सिंह की आजम एफआईआर यात्रा के दौरान निशाने पर मुलायम सिंह, एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजम खान रहेंगे. इस दौरान अमर सिंह ने यूपी पुलिस के डीजीपी पर बड़े आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि यूपी के डीजीपी ओपी सिंह की पुलिस मनमानी करती है. उन्होंने आरोपी लगाया कि यूपी में उनकी एफआईआर नहीं लिखी गई तो आम जनता का क्या होगा. अमर सिंह ने कहा कि वो एफआईआर यात्रा से समाज के सामने आजम खां का असली चेहरा सामने आएगा.
यात्रा की शुरूआत पर अमर सिंह ने ज़ी न्यूज से बातचीत में कहा कि हिंदूओं को जगाने के लिए ये यात्रा निकाल रहे है. यूपी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इसलिए ये यात्रा निकालनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी एक अच्छे सीएम हैं, लेकिन उनके अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा यूपी पुलिस सरकार की छवि को खराब कर रही है. उन्होंने कहा कि मेरी शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
दरअसल, एसपी से निकाले जाने के बाद अमर सिंह ने कई मौकों पर पिता-पुत्र और आजम खान को निशाने पर लिया है. अमर सिंह ने अपनी यात्रा की योजना बनाते समय इस बात का ध्यान रखा है कि एसपी के हिस्से वाली लोकसभा सीटें जैसे- फिरोजाबाद, मैनपुरी और कन्नौज जरूर कवर हो. अमर सिंह की ये यात्रा दिल्ली से लखनऊ तक होगी, जिसमें यूपी के उन जिलों पर फोकस होगा. जहां समाजवादी पार्टी मजबूत है. इसमें फिरोजाबाद, मैनपुरी और कन्नौज शामिल हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में इन्हीं जिलों से समाजवादी पार्टी ने पांच लोकसभा सीटें जीती हैं.
अब अमर सिंह नहीं चाहते कि एसपी ये सीटें दोबारा जीते लिहाजा उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि इन पांच सीटों पर अमर सिंह की एसपी के गणित को बिगाड़ने की होगी. ये यात्रा दिल्ली से शुरू होकर, गाजियाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, खुर्जा, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फिरौजाबाद, मैनपुरी, कन्नौज, उन्नाव होते हुए लखनऊ के गोमतीनगर थाने में पहुंचेगी.
अमर सिंह ने इससे पहले आजम खान पर बड़ा आरोप लगाया था और कहा था कि आजम उनकी हत्या कराना चाहते हैं. आपको बता दें कि अमर सिंह को हिंदूवादी संस्था, युवा हिंदू वाहिनी भारत ने 27 सितंबर को अपना संरक्षक बनाया और अमर सिंह कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया अदा कर चुके हैं कि वो आज उनकी वजह से मुमकिन हो पाया है.