एक तरफ पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष भगवंत सिंह मान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया वहीं पहले से नाराज चल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास भी केजरीवाल के माफीनामे पर तंज कसने से नहीं चूके.
Trending Photos
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा मानहानि के एक मामले में पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से लिखित में माफी मांगने के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) में अंदरूनी कलह तेज हो गई है. एक तरफ पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष भगवंत सिंह मान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया वहीं पहले से नाराज चल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास भी केजरीवाल के माफीनामे पर तंज कसने से नहीं चूके. केजरीवाल द्वारा मजीठिया से 15 मार्च को माफी मांगने के बाद संगरूर से पार्टी के लोकसभा सदस्य मान ने आज (शुक्रवार, 16 मार्च) पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.
पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल ने चुनाव प्रचार में मजीठिया पर नशे के कारोबार में शामिल होने का आरोप लगाया था. इस पर मजीठिया ने केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया. केजरीवाल के माफीनामे से नाराज होकर मान ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. मान ने ट्वीट कर कहा ‘‘मैं आप की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं, लेकिन पंजाब में ड्रग माफिया और अन्य प्रकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ पंजाब के ‘आम आदमी’ की तरह मेरी लड़ाई जारी रहेगी.’
केजरीवाल के माफीनामे से AAP सांसद भगवंत का गिरा 'मान'? पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा
इस बीच पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भी इस मामले में केजरीवाल के रुख पर कोई सीधी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा ‘‘मुझे नहीं मालूम कि केजरीवाल ने क्यों माफी मांगी. मैं मजीठिया के बारे में दिये गये अपने कल के बयान पर कायम हूं. सिंह ने पंजाब में नशीले दवाओं के अवैध करोबार के मामले विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की गुरुवार (15 मार्च) की एक रिपोर्ट के हवाले से कहा ‘‘मेरा मानना है कि बिक्रम मजीठिया को माफी नहीं मिलनी चाहिए. मजीठिया ने ड्रग्स का धंधा करके पंजाब की जवानी को बर्बाद किया है.’’ सिंह ट्वीट कर कहा ‘‘एसटीएफ की रिपोर्ट में हुए ख़ुलासे के आधार पर मजीठिया की तत्काल गिरफ़्तारी होनी चाहिये.’’ उल्लेखनीय है कि एसटीएफ की पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार ड्रग्स का धंधा करने वाले लोगों ने बयान दिया है कि उन्होंने मजीठिया के बैंक खाते में पैसे डाले.
इस बीच कुमार विश्वास ने आज (शुक्रवार, 16 मार्च) इस मामले में केजरीवाल के रुख से असहमति जतायी. विश्वास ने ट्वीट किया ‘‘साल 2013, 2014 और 2015 के चुनाव में प्रचार अभियान से जुड़े कई मुकदमों की सुनवायी के कारण मुझे लगातार अपने तमाम कार्यक्रमों को छोड़ना पड़ रहा है. मैं आप की ओर से किसी भी तरह की विधिक सहायता के बिना मुकदमे लड़ रहा हूं. कल भी एक मुकदमे की तारीख है जिसमें मेरे निजी वकील पेश होंगे. संघर्ष जारी है, जय हिंद.’’
I hv been regularly dropping my shows to attend several court hearings related to 2013, 14 and 15 poll campaign without any legal assistance from AAP. Another one pending tomorrow and I hv been again engaging my personal lawyers for this. Will carry on this fight. Jai Hind
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 16, 2018
पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और आप विधायक दल के नेता सुखपाल सिंह खैरा ने भी केजरीवाल के माफीनामे पर हैरानी जतायी. उन्होंने ट्वीट किया ‘‘एसटीएफ द्वारा उच्च न्यायालय में बिक्रम मजीठिया के खिलाफ पुख्ता सबूत होने की बात कहने के बाद केजरीवाल द्वारा माफी मांगने के लिये यह समय चुनने के फैसले को मैं समझ पाने में असफल हूं.’’ इस बीच दिल्ली विधानसभा में बजट सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे केजरीवाल ने भी इस मामले में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने से मना कर दिया. उन्होंने भगवंत मान के इस्तीफे के बारे में भी कुछ नहीं कहा.
(इनपुट एजेंसी से भी)