दिल्ली में प्रदूषण का खतरनाक स्तर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज अपने घर पर दिल्ली कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई थी। उस बैठक में तय किया गया है कि स्कूल अगले तीन दिन तक बंद रहेंगे, साथ ही भवनों को गिराने और निर्माण की सभी गतिविधियां पांच दिनों के लिए रोकी जाएंगी इसके अलावा कृत्रिम बारिश कराने की संभावना पर केंद्र से चर्चा की जाएगी।
Trending Photos
नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण का खतरनाक स्तर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज अपने घर पर दिल्ली कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई थी। उस बैठक में तय किया गया है कि स्कूल अगले तीन दिन तक बंद रहेंगे, साथ ही भवनों को गिराने और निर्माण की सभी गतिविधियां पांच दिनों के लिए रोकी जाएंगी इसके अलावा कृत्रिम बारिश कराने की संभावना पर केंद्र से चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि निर्माण और ढहाने के सभी कार्यों पर पांच दिनों की रोक होगी और धूल से प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए सड़कों पर छिड़काव किया जाएगा। केजरीवाल ने कहा, ‘स्कूल अगले तीन दिनों तक बंद रहेंगे। स्वास्थ्य विभाग कल पहला प्रदूषण परामर्श जारी करेगा। हम लोगों से अपील करते हैं कि वे घरों में रहें और अगर संभव हो तो घर से कम करें। हम सम-विषम की तैयारी कर रहे हैं। हम अगले कुछ दिनों तक आकलन करेंगे और फिर जरूरत पड़ी तो इस लागू करेंगे।’
शनिवार को केजरीवाल ने दिल्ली को एक ‘गैस चैंबर’ बताया। केंद्र सरकार ने भी कहा कि दिल्ली खतरनाक प्रदूषण स्तर के चलते एक आपात स्थिति का सामना कर रही है। देश राजधानी में कई जगहों पर प्रदूषण का स्तर सुरक्षित सीमा से 17 गुना अधिक होने से शहर पर धुंध की एक काली चादर छाने के बाद केंद्र और दिल्ली सरकार ने चिंता जाहिर की थी।
दिल्ली सरकार ने जो कदम उठाए हैं उनमें शामिल हैं-
बदरपुर थर्मल प्लांट को अगले 10 दिन के लिए बंद किया जा रहा है।
सोमवार से दिल्ली की सड़कों पर पानी का छिड़काव होगा।
जरूरत पड़ी तो ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू करेंगे।
10 दिन तक दिल्ली में जेनरेटर पर रोक।
वैक्यूम क्लीनिंग 10 तारीख से शुरू होगी।
दिल्ली में कूड़ा जलाने पर रोक।
दिल्ली पर धुंध छाये रहने और कई स्थलों पर प्रदूषण का स्तर सुरक्षित स्तर से 17 गुना अधिक होने के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पर्यावरण मंत्री अनिल दवे से मुलाकात की थी।
Cabinet discussed about artificial rain and now needs Centre's support; Crop-burning will continue and so can't expect relief soon: Delhi CM pic.twitter.com/prBYw1b33j
— ANI (@ANI_news) November 6, 2016
केजरीवाल ने इस चुनौती से निपटने में केंद्र के तत्काल हस्तक्षेप की दवे से मांग की थी। केजरीवाल ने दिल्ली की तुलना एक ‘गैस चैंबर’ से की, जिसके लिए मुख्य कारण पंजाब और हरियाणा से खेतों में खूंटी जलाने से उठने वाला धुआं है। उन्होंने लोगों से वाहनों का इस्तेमाल न्यूनतम करने की भी अपील की।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि अगले दस दिन तक डीजी सेट के इस्तेमाल पर रोक है। जिन अवैध निर्माण वाले इलाकों में बिजली कनेक्शन न होने की वजह से डीजी का इस्तेमाल होता है, उन्हें बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वे निर्माण आधिकारिक हो जाएंगे।
पत्तों को जलाने पर पूरी तरह रोक है, इसके लिए एक ऐप तैयार हो रहा है जिसके ज़रिए अधिकारियों को सूचना दी जा सकती है कि इस इलाके में पत्तों को जलाया जा रहा है।
केजरीवाल ने अपनी ओर से अपील की कि लोग निजी वाहनों का इस्तेमाल सीमित करें और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें. केजरीवाल ने इससे पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ऑड-ईवन जैसे वाहन सीमित करने के उपाय धुंध कम करने में सफल नहीं होंगे, क्योंकि प्रारंभिक अध्ययन से यह बात सामने आई है कि पंजाब और हरियाणा से बड़ी मात्रा में आने वाले प्रदूषणकारी धुएं ने स्थिति बिगाड़ दी है।
अनिल दवे ने कहा कि स्थिति 'बहुत ही खराब' है और इससे निपटने के लिए तत्काल अल्पकालिक उपाय करने की जरूरत है। दवे ने कहा कि उन्होंने केजरीवाल के साथ 'आपातकालीन उपायों' पर चर्चा की, जिसमें धूल, प्रदूषण और फसल जलाने पर नियंत्रण के तरीके शामिल थे।
उन्होंने कहा, 'वायु प्रदूषण के पांच कारण हैं जिसमें लकड़ी, कोयला, डीजल, पेट्रोल और कृषि कचरा जलाना शामिल हैं। हमें समस्या के समाधान के लिए हल खोजना होगा।' उन्होंने कहा, 'हमें अपनी नियमित जीवन शैली में अनुशासन लाना चाहिए। यदि मैं अपनी चार कारों का इस्तेमाल कम नहीं करूं और अन्य से अपेक्षा करूं कि वे साइकिल इस्तेमाल करेंगे तो ऐसा नहीं होना चाहिए, हमें सामूहिक रूप से आत्मनियमन अपनाना चाहिए।'