शिक्षण संस्थानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थानों के तौर पर विकसित करेगी सरकार : अरविंद केजरीवाल
Advertisement

शिक्षण संस्थानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थानों के तौर पर विकसित करेगी सरकार : अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के शिक्षण संस्थानों में शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा. वहीं संस्थानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थानों के तौर पर भी तैयार किया जाएगा.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने IIID संस्थान के परिसर के फेज 2 का उद्घाटन किया (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : दिल्ली के शिक्षण संस्थानों में शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा. वहीं संस्थानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थानों के तौर पर भी तैयार किया जाएगा. ये जानकारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट के जरिए दी. मुख्यमंत्री ने मंगलवार को इंद्रप्रस्त इंस्टीट्यूट ऑफ इनफार्मेशन टेक्नॉलाजी संस्थान के कैम्पस के फेज 2 का उद्घाटन भी किया. 

  1. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने IIID संस्थान के परिसर के फेज 2 का उद्घाटन किया 
  2. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के शिक्षण संस्थानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा
  3. संस्थानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध संस्थान के तौर पर भी तैयार किया जाएगा.
  4.  
  5.  

दिल्ली को नॉलेज सेंटर के तौर पर विकसित किया जाएगा 
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर के कहा कि हम दिल्ली को नॉलेज सेंटर के तौर पर विकसित करना चाहते हैं. इसके लिए हम विदेशों के शिक्षण संस्थानों में पढ़ा रहे भारतीय शिक्षकों की भी मदद लेंगे. वहीं उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस मौके पर ट्वीट कर जानरकारी दी कि जल्द ही दिल्ली में एक सम्मेलन कराया जाएगा जिसमें दुनिया भर के स्कूलों व विश्वविद्यालों में पढ़ा रहे अप्रवासी भार्तियों को बुलाया जाएगा. इस सम्मेलन के जरिए दिल्ली के स्कूलों और विश्वविद्यालयों को विश्व स्तर का बनाने में मदद मिलेगी. 

ये भी पढ़ें : सभी सीटों पर BJP और AAP के बीच मुकाबला, कांग्रेस को मिलेंगे मात्र 09 फीसदी वोट : अरविंद केजरीवाल

संस्थान की क्षमता 3000 छात्रों की हुई 
दिल्ली में मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इंद्रप्रस्त इंस्टीट्यूट ऑफ इनफार्मेशन टेक्नॉलाजी (IIID) के परिसर के फेस 2 का उद्घाटन किया. परिसर के इस हिस्से के शुरु होने के बाद इस संस्था की क्षमता अब लगभग 3000 छात्रों की हो चुकी है. वर्ष 2015 में इस संस्थान में लगभग 1000 छात्र ही पढ़ सकते थे. इस संस्थान की खाससियत ये है कि यहां पढ़ने वाले लगभग 85 फीसदी छात्र दिल्ली के ही रहने वाले हैं. दिल्ली सरकार ने इस संस्थान को एक अधिनियम पारित कर 2007 में राज्य विश्वविद्यालय बना दिया था. इस संस्थान का उद्देश्य तकनीकी क्षेत्र में अच्छे शोध को मान्यता प्रदान करना है. 

Trending news