26 राज्यों की पुलिस कर रही थी इस अपराधी की तलाश, दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार
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26 राज्यों की पुलिस कर रही थी इस अपराधी की तलाश, दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

इसका नंबर सभी लड़कों के मोबाइल में सेव था और सभी लड़के रामकुमार को हैलो मास्टर के नाम से पुकारते थे.

दिखने में ये शख्स भले ही मामूली सा लग रहा है लेकिन इसके खुराफाती दिमाग के आगे अच्छे-अच्छे साइबर एक्सपर्ट भी बौने साबित हो जाते हैं

राजू राज, नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने साइबर क्राइम से जुड़े मामलों के देश के सबसे बड़े अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. बताया जा रहा है कि इस अपराधी की तलाश 26 राज्यों की पुलिस को थी लेकिन वह दिल्ली पुलिस से बच न सका. जानकारी के मुताबिक साइबर क्राइम की दुनिया में उसे 'हैलो मास्टर' के नाम से जानते थे. सूत्रों की मानें तो यह आरोपी बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को भी चूना लगा चुका है.

  1. दिल्ली पुलिस ने पकड़ा साइबर क्राइम का बड़ा अपराधी
  2. हैलो मास्टर के नाम से पुकारा जाता था ये साइबर अपराधी
  3. साइबर ठगी के एक मामले की शिकायत पर हुआ गिरफ्तार

देता था साइबर क्राइम की ट्रेनिंग
यही नहीं इस शख्स ने साइबर अपराध कर पूरे गांव का आर्थिक संकट भी दूर किया. उसने गांव के 300 से 400 लड़कों को साइबर अपराध की ट्रेनिंग दी थी. जिसके बाद दिल्ली से करीब 1800 किलोमीटर दूर झारखंड में साइबर अपराध का कॉल सेंटर स्थापित किया था. लेकिन आखिरकार झारखंड के जामताड़ा में बैठ कर देश भर के लोगों को चूना लगाने वाला आखिरकार दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. वह झारखंड के जामताड़ा में बकायदा साइबर क्राइम सिखाने का स्कूल खोलकर बच्चों और लड़कों को साइबर क्राइम करने की ट्रेनिंग दे रहा था. 

झारखंड के जामताड़ा का रहने वाला है शख्स
गिरफ्तार हुए शख्स का नाम रामकुमार मंडल उर्फ सीताराम है. दिखने में ये शख्स भले ही मामूली सा लग रहा है लेकिन इसके खुराफाती दिमाग के आगे अच्छे-अच्छे साइबर एक्सपर्ट भी बौने साबित हो जाते हैं. जी हां, क्योंकि इस शख्स की तलाश केवल एक, दो, तीन, चार या पांच नहीं बल्कि देश की 26 राज्यों की पुलिस को थी. बताते हैं कि रामकुमार मंडल 2011 में मुंबई गया था. वहां उसने मोबाइल रिचार्ज करने का काम शुरू किया. उसी दौरान उसने मोबाइल फिशिंग भी सीखी और मोबाइल रिचार्ज के जरिए दूसरे के आकाउंट में सेंध लगाने लगा. उसके बाद ये वापस जामताड़ा आया. जहां मंडल ने करीब 300 से 400 लड़कों को साइबर क्राइम करने की ट्रेनिंग दी.

हैलो मास्टर के नाम से बुलाया जाता था
इसका नंबर सभी लड़कों के मोबाइल में सेव था और सभी लड़के रामकुमार को हैलो मास्टर के नाम से पुकारते थे. जानकारी के मुताबिक झारखंड के जामताड़ा का रहने वाला रामकुमार मंडल उर्फ सीताराम कभी बैंक मैनेजर बनकर तो कभी आरबीआई के नाम पर देश भर के लोगों को जामताड़ा से ही फोन करता था और लोगों को झांसा देकर उनकी जानकारी निकलवा लेते थे.

कैसे लगता था लोगों के बैंक एकाउंट में सेंध
राम कुमार बोलता था कि हम एटीएम कस्टमर केयर से बोल रहे हैं. कभी बोलते हम आरबीआई से बोल रहे हैं, आपका अकाउंट बंद हो जाएगा. जल्दी आप अपने अकाउंट एटीएम पासवर्ड हमें बता दें हम उसे बदल देंगे. अपना आधार बैंक लिंक करवाएं. उसके बाद जैसे ही इनके झांसे में लोग आते थे ये उनसे ओटीपी पूछकर उसके जरिए पैसों का ट्रांजेक्शन कर लेते थे.

एक करोड़ से ज्यादा का हुआ लेनदेन
जनवरी से लेकर अब तक रामकुमार के बैंक खाते में एक करोड़ से ज्यादा का ट्रांजेक्शन पाया गया है. झारखंड में रामकुमार का करोड़ों का आलीशान बंगला है. जो रिमोट के जरिए खुलता है. बताते हैं कि रामकुमार जामताड़ा के कर्माटर गांव का रॉबिनहुड था. यही वजह थी कि जब-जब पुलिस इस इलाके में रेड करने पहुंची खाली हाथ ही वापस आई है.

ये मुहैया करवाता था लोगों का निजी डाटा
दिल्ली पुलिस ने रामकुमार के साथ एक और शख्स को गिरफ्तार किया है जिसका नाम सुरेंद्र है. सुरेंद्र साइबर ठगी के धंधे में रामकुमार को आम लोगों का निजी डाटा मुहैया करवाता था. जिसके लिए ये राजस्थान में e-मित्र तमाम तरीके के बिल भरने के सेंटर से मदद लेता था. वहां भी इसकी मिलीभगत थी. जो ये डाटा सुरेंद्र को मुहैया कराते थे.

यूं हुई साइबर अपराधी की गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस ने आनंद विहार की एक बुजुर्ग महिला के साथ हुई साइबर ठगी के एक मामले की शिकायत के बाद इस गैंग पर काम करना शुरू किया था. जिसके बाद कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें से दो पहले ही जेल जा चुके हैं.  

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