केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का दावा, मेट्रो यात्रियों की कमी को किराए में बढ़ोतरी से नहीं जोड़ा जा सकता
Advertisement

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का दावा, मेट्रो यात्रियों की कमी को किराए में बढ़ोतरी से नहीं जोड़ा जा सकता

हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘‘किराए में बढ़ोतरी की वजह से मेट्रो के यात्रियों की संख्या में कमी नहीं आई है 

10 अक्टूबर को से लागू हुए थे बढ़े हुए किराए. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को दावा किया कि दिल्ली मेट्रो के यात्रियों की संख्या में कमी को पिछले महीने हुए किराए में बढ़ोतरी से नहीं जोड़ा जा सकता. केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री पुरी ने कहा कि डीएमआरसी का किराया ‘दुनिया में सबसे कम’ और ‘भारत में सबसे कम’ है. उन्होंने कहा, ‘‘किराए में बढ़ोतरी की वजह से मेट्रो के यात्रियों की संख्या में कमी नहीं आई है. उदाहरण के तौर पर 2016 में सितंबर से अक्तूबर तक यात्रियों की संख्या में 1.3 लाख की कमी आई थी और उस समय किराए में कोई बदलाव नहीं हुआ था.’’ पुरी ने कहा कि हर साल कुछ महीने ऐसे होते हैं जब यात्रियों में बढ़ोतरी होती और कमी भी होती है.

  1. पुरी ने कहा कि हर साल कुछ महीने ऐसे होते हैं जब यात्रियों में बढ़ोतरी होती और कमी भी होती है
  2. केजरीवाल ने कहा मेट्रो में किराए बढ़ोतरी से किसी को फायदा नहीं हुआ
  3. 10 अक्टूबर को से लागू हुए थे बढ़े हुए किराए

केंद्रीय मंत्री का बयान उस वक्त आया है जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘इस बेतहाशा बढ़ोतरी से दिल्ली मेट्रो खत्म हो जाएगी. अगर लोगों ने मेट्रो का इस्तेमाल करना छोड़ दिया तो फिर इसका क्या उद्देश्य रह जाएगा.’’ इसके अलावा केजरीवाल ने शुक्रवार को ट्वीट भी किया था जिसमें उन्होंने कहा,'इसका मतलब है कि यात्रियों ने ट्रांसपोर्ट के दूसरे माध्यमों को चुना, इससे प्रदूषण और सड़कों पर जाम बढ़ा. मेट्रो किराए में बढ़ोतरी से किसी को भी फायदा नहीं हुआ है.'बता दें दिल्ली सरकार ने मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी का विरोध किया था.

यह भी पढ़ें : मेट्रो का किराया बढ़ने से किसी को फायदा नहीं हुआ :केजरीवाल

किराया बढ़ने के बाद घटे यात्री
अक्तूबर में दिल्ली मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी के बाद हर रोज मेट्रो से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में तीन लाख से ज्यादा की कमी आ गई. पीटीआई के एक संवाददाता की आरटीआई अर्जी के जवाब में पता चला कि सितंबर में जहां रोजाना औसतन 27.4 लाख मुसाफिर मेट्रो की सवारी करते थे, वहीं अक्तूबर में 24.2 यात्री रह गये. यात्रियों की संख्या में 11 प्रतिशत की कमी आई.

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़े के मुताबिक, मेट्रो की सबसे बिजी ब्लू लाइन पर यात्रियों की कुल संख्या में 30 लाख की कमी आई. पचास किलोमीटर की यह लाइन द्वारका को नोएडा से जोड़ती है. मेट्रो के पास दिल्ली-एनसीआर में 218 किलोमीटर का नेटवर्क है. डीएमआरसी ने कहा है कि उत्तरी दिल्ली के समयपुर बादली को गुड़गांव से जोड़ने वाला व्यस्त कॉरिडोर येलो लाइन पर यात्रियों की संख्या कुल 19 लाख कम हुई . 

डीएमआरसी की ओर से 10 अक्तूबर को किराया बढ़ोतरी लागू करने से तकरीबन प्रत्येक दूरी स्लैब में करीब 10 रूपये की बढ़ोतरी हुई. इससे पांच महीने पहले ही किराए में करीब 100 प्रतिशत की वृद्धि की गयी थी.  मई में पहले चरण में किराया बढोतरी के बाद मेट्रो में यात्रियों की संख्या जून में प्रति दिन करीब 1.5 लाख घट गई थी.

(इनपुट - एजेंसी)

ये भी देखे

Trending news