आयकर विभाग के मुताबिक कोलकाता के 3 हवाला ऑपरेटर्स ने सत्येन्द्र जैन के कालेधन को सफेद करने के लिए 56 Shell Companies का सहारा लिया.
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नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन के एक मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य एवं ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन से दूसरी बार बुधवार (11 अप्रैल) को पूछताछ की. धन शोधन ( मनी लाउंड्रिंग ) का यह मामला जैन और अन्य के खिलाफ दर्ज है. अधिकारियों ने बताया कि जैन दूसरे दौर की पूछताछ के लिए आज सुबह यहां ईडी कार्यालय आए थे. उन्होंने बताया कि मामले के जांच अधिकारी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया.
2017 में ईडी ने दर्ज किया था मामला
सीबीआई की एक प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने पिछले साल अगस्त में यह मामला दर्ज किया था. ईडी की जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि मामले में क्या मंत्री और अन्य आरोपियों ने धन शोधन कर अवैध संपत्ति अर्जित की. सीबीआई की शिकायत में कहा गया था कि जैन चार कंपनियों से प्राप्त आय के स्रोत का ब्योरा नहीं दे सके. इन कंपनियों में वह शेयरधारक थे. गौरतलब है कि जैन दिल्ली सरकार में गृह , पीडब्ल्यूडी , उद्योग और शहरी विकास मंत्री भी हैं. वह शकूरबस्ती विधानसभा क्षेत्र से आप के विधायक हैं.
कैसे कालेधन को किया सफेद
लोगों को इमानदारी का सर्टिफिकेट बांटने वाले अरविंद केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन पर आरोप है कि उन्होंने 16 करोड़ 39 लाख रुपये के कालेधन को हवाला कारोबारियों की मदद से सफेद किया है. Income Tax विभाग के मुताबिक जांच में साबित होता है कि सत्येन्द्र जैन पिछले कई वर्षों से काला धन बना रहे थे. इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक 2010 से 2015 तक कालेधन को कोलकाता के 3 हवाला ऑपरेटर्स के ज़रिये सफेद किया गया. और बाद में इस पैसे से बेनामी ज़मीनें खरीदीं गईं.
आयकर विभाग के मुताबिक कोलकाता के 3 हवाला ऑपरेटर्स ने सत्येन्द्र जैन के कालेधन को सफेद करने के लिए 56 Shell Companies का सहारा लिया. सत्येंद्र जैन पर आरोप है कि उन्होंने 16 करोड़ 39 लाख रुपये के कालेधन को. हवाला कारोबारियों की मदद से सफेद किया है. आयकर विभाग के मुताबिक जांच में साबित होता है कि सत्येन्द्र जैन पिछले कई वर्षों से काला धन बना रहे थे.
(इनपुटः भाषा)