EPCA का दिल्लीवासियों से अनुरोध, 1 से 10 नवंबर तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का करें इस्तेमाल
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EPCA का दिल्लीवासियों से अनुरोध, 1 से 10 नवंबर तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का करें इस्तेमाल

इस अवधि (1 से 10 नवंबर) के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता और अधिक खराब होने की संभावना है. 

पिछले दो हफ्तों से दिल्ली की वायु गुणवत्ता सतर्क करने वाले स्तर पर पहुंच गई है. प्रदूषण का स्तर मंगलवार को बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकार (ईपीसीए) ने दिल्लीवासियों से नवंबर के शुरूआती 10 दिनों तक सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने का अनुरोध किया है. दरअसल, इस अवधि के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता और अधिक खराब होने की संभावना है. 

दिल्ली - एनसीआर में निजी वाहनों से 40 प्रतिशत प्रदूषण होने का जिक्र करते हुए ईपीसीए ने लोगों से इस अवधि के दौरान निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करने और सार्वजनिक वाहनों या परिवहन के अन्य साधनों का उपयोग करने का अनुरोध किया है. 

'प्रदूषण का स्तर मंगलवार को बहुत खराब श्रेणी में पहुंचा'
गौरतलब है कि पिछले दो हफ्तों से दिल्ली की वायु गुणवत्ता सतर्क करने वाले स्तर पर पहुंच गई है. प्रदूषण का स्तर मंगलवार को बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया, जिसके चलते अधिकारियों को एक नवंबर से निजी वाहनों के इस्तेमाल के नियमन के लिए मजबूर होना पड़ा है.  

ईपीसीए ने लोगों से इस अवधि के दौरान निजी वाहनों का इस्तेमाल नहीं करने का अनुरोध किया है, ताकि प्रदूषण को और अधिक बढ़ने से रोका जा सके. इसने एक बयान में कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि हम कूड़ा नहीं जलाएंगे और हम कूड़ा जलाए जाने और अन्य प्रकार के प्रदूषण की घटनाओं के बारे में सीपीसीबी के फेसबुक / ट्विटर अकाउंट पर सूचना देंगे. 

ईपीसीए ने एक बयान में कहा है कि यह जरूरी है कि हम इस वक्त हम प्रदूषण के स्थानीय स्रोतों को नियंत्रित करें ताकि संकट का प्रबंधन हो सके. इसने एक से 10 नवंबर के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) नीत एक कार्यबल की सिफारिश स्वीकार की है.

ईपीसीए ने उठाए कई कदम
ईपीसीए ने कहा है कि एक से 10 नवंबर तक दिल्ली और एनसीआर के जिलों में सारे ‘स्टोन क्रशर’ संयंत्र बंद रहेंगे. कोयला एवं बायोमास का ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने वाले सभी उद्योग चार से 10 नवंबर तक बंद रहेंगे. 

इसने यह भी कहा कि डीजल से चलने वाले जेनरेटर सेट दिल्ली में 15 अक्टूबर से प्रतिबंधित कर दिए गए हैं. बदरपुर बिजली संयंत्र को भी 15 अक्टूबर से बंद कर दिया गया है. 

ईपीसीए ने हरियाणा, पंजाब और दिल्ली की सरकारों को पत्र लिख कर एनसीआर में ईंट भट्ठों को एक से 10 नवंबर तक बंद रखने को कहा है. मुंडका का औद्योगिक क्षेत्र एक से 10 नवंबर तक बंद रहेगा. 

(इनपुट - भाषा)

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