धरती पर जब तक संगीत है, शब्द हैं, गोपालदास नीरज को भुलाया नहीं जा सकता : रवि शंकर प्रसाद
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धरती पर जब तक संगीत है, शब्द हैं, गोपालदास नीरज को भुलाया नहीं जा सकता : रवि शंकर प्रसाद

केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने बताया कि वह भी नीरज के गीतों के बड़े प्रशंसक रहे हैं. उनके गीत आज भी कानों में मिठास घोलते हैं. 

IPS अधिकारी आलोक राज ने नीरज के गीतों का एलबम तैयार किया है

नई दिल्ली : हिंदी जगत के मशहूर गीतकार गोपालदास नीरज का गत 19 जुलाई को निधन हो गया था. वैसे तो नीरज के तमाम गीत फिल्मी गानों के रूप में लोग गुनगुनाते हैं, लेकिन बहुत सी कविताएं ऐसी हैं, जो किताबों में ही सिमट कर रह गई हैं. बिहार के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एडीजी आलोक राज ने नीरज की कुछ चुनिंदा कविताओं को अपने स्वर में पिरोया और एक एलबम तैयार की है. खास बात है कि आलोक राज ने इस एलबम में आवाज के साथ संगीत की धुन भी खुद ही तैयार की हैं. केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने नई दिल्ली में म्यूजिक एलबम 'नीरज के गीत' का लोकार्पण किया. 

इस अवसर पर कानून मंत्री ने कहा कि इस धरती पर जब तक संगीत है, शब्द हैं और प्यार है, नीरज को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि नीरज ने कई दशकों तक हिंदी साहित्य की सेवा की और उसे एक नए मुकाम तक पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि नीरज ने नई पीढ़ी के गीतकारों की भी एक पूरी श्रृंखला तैयार की है. 

रवि शंकर प्रसाद ने बताया कि वह भी नीरज के गीतों के बड़े प्रशंसक रहे हैं. उनके गीत आज भी कानों में मिठास घोलते हैं. 

आईपीएस अधिकारी आलोक राज ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि गीतों की दुनिया में नीरज उनके गुरु रहे हैं. लोक सेवा में रहते हुए गीत-संगीत के लिए समय निकालने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब भी समय मिलता है वे संगीत साधन में लग जाते हैं. 

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