गुरप्रीत घुग्गी का 'आप' से मोहभंग, उपकार संधू निकाले गए, शिअद ने बताया पार्टी के नैतिक पतन का नतीजा,
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गुरप्रीत घुग्गी का 'आप' से मोहभंग, उपकार संधू निकाले गए, शिअद ने बताया पार्टी के नैतिक पतन का नतीजा,

आप की पंजाब इकाई के पूर्व संयोजक गुरप्रीत सिंह वराइच ‘घुग्गी’ ने नये प्रदेश संयोजक के तौर पर संगरूर के सांसद भगवंत मान की नियुक्ति की प्रक्रिया पर निराशा जताते हुए आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.

गुरप्रीत सिंह वराइच ‘गुग्गी’ ने आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.

चंडीगढ़: आप की पंजाब इकाई के पूर्व संयोजक गुरप्रीत सिंह घुग्गी ने भगवंत मान को पार्टी की प्रदेश इकाई का प्रमुख बनाए जाने की प्रक्रिया को मजाक बताते हुए बुधवार (10 मई) को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. घुग्गी ने आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी आलोचना करते हुए कहा कि पंजाब के लोगों के साथ वक्त बिताने के लिए उनके पास पांच मिनट का भी समय नहीं है जहां उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान काफी वक्त बिताया था.

मान की तरह घुग्गी भी एक लोकप्रिय पंजाबी कॉमेडियन हैं. दो दिन पहले ही दिल्ली में एक बैठक में संगरूर से सांसद मान को पार्टी का नया प्रदेश संयोजक नियुक्त किया गया था. इसके बाद घुग्गी का यह फैसला आया है. केजरीवाल की अध्यक्षता वाली एक बैठक में सोमवार को मान को प्रदेश पार्टी संयोजक बनाने का फैसला लिया गया था.

घुग्गी ने कहा कि उनका विरोध किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है बल्कि वह नियुक्ति की प्रक्रिया से नाराज हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी होती यदि मेरी पार्टी आलाकमान मुझे बुलाते और कहते कि मुझे हटाने के लिए वे दबाव में हैं और मेरी जगह किसी और को चाहते हैं, तो मैं खुद ही हट जाता.’’ उन्होंने मान के कथित तौर पर शराब पीने की आदत की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि यदि पार्टी सचमुच में उन्हें यह पद देना चाहती थी तो इसे कम से कम तीन महीने इंतजार करना चाहिए था ताकि वह इस आदत से छुटकारा पा लेते.

यह पूछे जाने पर कि नये प्रदेश पार्टी प्रमुख के रूप में वह मान को किस तरह से देखते हैं, घुग्गी ने तंज कसते हुए कहा, ‘‘जब किसी की आंखें सही नहीं होतीं और उसे बस चलाने को कहा जाता है तो निश्चित रूप से दुर्घटना हो जाती है.’’ घुग्गी ने कहा कि ऐसे नेता के तहत मुझे काम करने में मुश्किल होगी जिनके बारे में पार्टी खुद सोचती है कि यदि उन्होंने शराब पीने की आदत नहीं छोड़ी तो उन्हें हटा दिया जाएगा.

घुग्गी का इस्तीफा ‘आप’ में नैतिक गिरावट का परिणाम : शिअद

शिरोमणि अकाली दल ने बुधवार (10 मई) को कहा कि आप की पंजाब इकाई के पूर्व संयोजक गुरप्रीत सिंह वराइच घुग्गी का पार्टी से इस्तीफा संगठन में ‘‘नैतिक गिरावट का प्रत्यक्ष परिणाम’’ है. संगरूर के सांसद भगवंत मान को पार्टी की राज्य इकाई का प्रमुख नियुक्त करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए घुग्गी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. शिअद के महासचिव सुखदेव सिंह ढिंडसा ने कहा ‘‘यह शर्मनाक है कि आप के राष्ट्रीय संयोजक एवदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मान को पार्टी की राज्य इकाई का नया प्रमुख नियुक्त करते हुए उन्हें हुक्म दिया है कि तीन महीने में शराब पीना छोड़ें वरना उन्हें हटा दिया जाएगा.’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘घुग्गी ने सही तौर पर इंगित किया है कि केजरीवाल मान को सुधरने और शराब की लत दूर करने के लिए तीन महीने दिया होगा. उनका इस्तीफा आप में नैतिक गिरावट का सीधा परिणाम है.’’ शिअद सांसद ने एक बयान में यहां कहा, ‘‘घुग्गी ने सही तौर पर इंगित किया है कि शराबी को राज्य में नवनिर्मित अध्यक्ष पद पर नियुक्त नहीं करना चाहिए क्योंकि कुत्ते कगी दूम कभी सीधी नहीं होती.’’ पहले राज्य अध्यक्ष पद का नाम राज्य संयोजक था. उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल को पंजाबियों को यह बताना चाहिए कि उन्होंने क्यों एक शराबी को उन पर थोपा है. इससे पहले आपने बाहरी लोगों की टीम थोपी थी जिन्होंने पार्टी के टिकट बेचे और नैतिक भ्रष्ट के कृत्य किए.’’

आप ने वरिष्ठ नेता उपकार संधू को पार्टी से निष्कासित किया

आम आदमी पार्टी ने अमृतसर के अपने वरिष्ठ नेता उपकार सिंह संधू को कथित तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निकाल दिया है. संधू ने एक दिन पहले ही संगरूर सांसद भगवंत मान को पार्टी की पंजाब इकाई का प्रमुख बनाए जाने की आलोचना की थी. संधू ने अमृतसर लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली थी. उन्होंने कल पार्टी हाईकमान द्वारा मान को पार्टी की पंजाब इकाई का संयोजक बनाए जाने का विरोध किया था.

भगवंत मान ने जारी किया बयान

मान ने आज एक बयान में कहा कि संधू को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से पार्टी से निकाला गया है. उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक पार्टी की रीढ़ होते हैं लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. संधू आप में शामिल होने से पहले शिरोमणी अकाली दल में थे. संधू ने पार्टी हाईकमान द्वारा मान को राज्य इकाई का प्रमुख बनाने की कदम की कल निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि इससे पार्टी स्वयंसेवकों के बीच मतभेद पैदा होगा. इससे पहले सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में मान को संयोजक और सुनाम से पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा को सहसंयोजक नियुक्त किया गया था.

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