दिल्‍ली में तिरुपति दर्शन: अनुष्ठान, पूजा और अन्‍य कार्यक्रमों की समयसारणी
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दिल्‍ली में तिरुपति दर्शन: अनुष्ठान, पूजा और अन्‍य कार्यक्रमों की समयसारणी

भगवान तिरुपति बालाजी के भक्तों के लिए यह बेहद खुश करने वाली खबर है। तिरुपति बालाजी जल्‍द दिल्ली आने वाले हैं। दस दिनों तक चलने वाले तिरुपति उत्‍सव में अनुष्‍ठान, पूजा और अन्‍य कार्यक्रमों की समयसारणी तय कर दी गई है।

दिल्‍ली में तिरुपति दर्शन: अनुष्ठान, पूजा और अन्‍य कार्यक्रमों की समयसारणी

नई दिल्‍ली : भगवान तिरुपति बालाजी के भक्तों के लिए यह बेहद खुश करने वाली खबर है। तिरुपति बालाजी जल्‍द दिल्ली आने वाले हैं। दस दिनों तक चलने वाले तिरुपति उत्‍सव में अनुष्‍ठान, पूजा और अन्‍य कार्यक्रमों की समयसारणी तय कर दी गई है।
 
मूर्ति की प्राण प्रतिष्‍ठा 30 अक्‍टूबर को की जाएगी और उसके अगले दिन से रोज की सेवाएं शुरू होंगी। वैभवोस्‍तवम के तहत नित्‍य और साप्‍ताहिक सेवा शामिल होगी। इसके तहत विशेष पूजा सोमवार को आयोजित की जाएगी और पूर्वाभिषेकम शुक्रवार को होगी। मूर्ति को हर दिन शोभायात्रा में निकाला जाएगा जैसा कि तिरुमाला में होता है।

हर दिन किए जाने वाले अनुष्‍ठान जैसे सुप्रभातम, तोमोला, सेवा, अर्चना, निवेदना और विशेष पूजा सुबह 6.45 बजे से 10.15 बजे तक किए जाएंगे। वीधोत्‍सवम (जिसमें भगवान को शोभायात्रा के दौरान बाहर निकाला जाता है) हर दिन शाम में आयोजित किया जाएगा।

एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के अनुसार, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम का पार्किंग ग्राउंड 'तिरुमाला' अनुष्ठान के लिए पूजा स्थली में तब्दील होगा। गौर हो कि 10 दिन तक चलने वाला तिरुमाला उत्सव 31 अक्टूबर से शुरू हो रहा है और 8 नवंबर को इसका समापन होगा।

जो विशेष सेवाएं आयोजित की जाएंगी, वो इस प्रकार हैं- सुदर्शनम होमम, वसंतोत्‍सवम, अष्‍टादशा पडा पदमार्धना, सहस्र कलशभिशेखम, तिरुप्‍पावडा, अभिषेकम, श्रीनिवास कल्‍याणम और पुष्‍प योगम। ये सभी विशेष कार्यक्रम एक दिन में क्रमबद्ध आयोजित किए जाएंगे।

रेड्डी ने कहा कि तिरुमाला में लंबी कतारों और वीआईपी कल्‍चर के चलते आम लोगों के लिए पूर्वाभिषेकम को देखना काफी मुश्किल होता है। यदि आप पूर्वाभिषेकम के लिए ऑनलाइन बुकिंग करते हैं तो आपकी बारी करीब 20 साल के बाद आएगी। लेकिन श्रद्धालु अब उसी अनुष्‍ठान को दिल्‍ली में बिना किसी कठिनाई के देख सकते हैं।

प्रसाद के तौर पर विशेष लड्डू को सभी श्रद्धालुओं के लिए उपलब्‍ध कराया जाएगा। साथ ही मंदिर प्रशासन की ओर से प्रकाशित कैलेंडर और डायरी भी श्रद्धालुओं के लिए उपलब्‍ध रहेगी। वैभवोत्‍सवम के दौरान सांस्‍कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान दिल्‍लीवासी भगवान बालाजी के दर्शन और आर्शीवाद प्राप्‍त कर सकते हैं।

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