नोटबंदी: बैंकों और एटीएम से सैलरी निकालने की दौड़ में जुटे लोग, सरकार ने किए विशेष इंतजाम
Advertisement

नोटबंदी: बैंकों और एटीएम से सैलरी निकालने की दौड़ में जुटे लोग, सरकार ने किए विशेष इंतजाम

दिसबंर महीने का गुरुवार को पहला दिन है। नोटबंदी के बीच वेतन निकालने के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर भारी भीड़ जुट रही है। इस बीच, बैंकों ने सैलरी को लेकर कमर्चारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नकदी का विशेष बंदोबस्त करने की कोशिश की है। वहीं, सरकार ने लोगों को वेतन दिलाने को लेकर कई विशेष इंतजाम किए हैं। नवंबर महीने की सैलरी आने के बाद तनख्वाह निकालने की दौड़ में लगी जनता को सरकार ने भरोसा दिलाया है कि ज्यादा नकदी मुहैया करायी जाएगी।

नोटबंदी: बैंकों और एटीएम से सैलरी निकालने की दौड़ में जुटे लोग, सरकार ने किए विशेष इंतजाम

नई दिल्ली : दिसबंर महीने का गुरुवार को पहला दिन है। नोटबंदी के बीच वेतन निकालने के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर भारी भीड़ जुट रही है। इस बीच, बैंकों ने सैलरी को लेकर कमर्चारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नकदी का विशेष बंदोबस्त करने की कोशिश की है। वहीं, सरकार ने लोगों को वेतन दिलाने को लेकर कई विशेष इंतजाम किए हैं। नवंबर महीने की सैलरी आने के बाद तनख्वाह निकालने की दौड़ में लगी जनता को सरकार ने भरोसा दिलाया है कि ज्यादा नकदी मुहैया करायी जाएगी।

नोटबंदी के 23 दिन बीत चुके हैं और अब नवंबर महीने की सैलरी आने के बाद तनख्वाह निकालने की दौड़ में लगी जनता को सरकार ने भरोसा दिलाया है कि ज्यादा नकदी मुहैया करायी जाएगी। साथ ही 500 रुपये के नोट भी भारी तादाद में चलन के लिए तैयार हैं। सरकार दावा कर रही है कि रिजर्व बैंक के पास पर्याप्त संख्या में नोट मौजूद हैं और हर दिन एक निश्चित मात्रा में पैसे डाले जा रहे हैं। सरकार का ये भी कहना है कि 500 रुपये के नोटों की एक बड़ी खेप छपकर चलन में आने को तैयार है। इससे दो हजार रुपये के इस्तेमाल को लेकर हो रही परेशानी में कमी आएगी। बुधवार शाम से लेकर 7 तारीख तक सभी कीमत के ज्यादा से ज्यादा नोट मुहैया कराए जाएंगे, जिससे तनख्वाह निकालने में कोई दिक्कत नहीं हो।

सरकार और रिजर्व बैंक ने अगले सात दिनों के लिए पूरी तैयारी करने का दावा किया है ताकि लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। सरकारी कार्यालयों के आसपास की अधिकांश इमारतों में लगे एटीएम या तो सूखे पड़े रहे या जिनमें नकदी थी उनमें लंबी लाइनें लगी रहीं। कई बैंकों ने मोबाइल एटीएम वैन भी सरकारी कार्यालयों के आसपास तैनात की, जिन पर दिनभर लोग ढाई हजार रुपये की राशि निकालने के लिए जूझते रहे। अलबत्ता अगले सात दिनों तक वेतन पाने वालों को नकदी की दिक्कत न हो इसके लिए सरकार और रिजर्व बैंक ने विशेष तैयारियां की हैं। सैलरी सप्ताह की भीड़ को देखते हुए रिजर्व बैंक ने बैंकों से उन सभी शाखाओं में अतिरिक्त स्टाफ तैनात करने को कहा है जहां सैलरी एकाउंट या पेंशन एकाउंट अधिक हैं। लोगों को शाखाओं से नकदी निकासी में किसी तरह की परेशानी न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए अगले सात दिन तक ज्यादा कर्मचारियों को लगाने की तैयारी की गई है। सैलरी सप्ताह की भीड़ से निपटने के अलावा रिजर्व बैंक ने बैंकों से नए खाते खोलने के लिए विशेष अभियान चलाने को भी कहा गया है। सरकार का मानना है कि जो लोग अभी तक बैंकिंग के दायरे से बाहर हैं उनके खाते खोलने के लिए विशेष कैंप लगाने की व्यवस्था की जा रही है।

नकदी की कमी को देखते हुए अब सरकार ने 2000 के मुकाबले 500 रुपये के नोट की छपाई की रफ्तार बढ़ाने का फैसला किया है। 500 रुपये के नोट का प्रवाह बढ़ाने के लिए इनकी अधिक संख्या में छपाई होगी। कुछ वक्त के लिए 2000 रुपये के नोटों की छपाई की संख्या को सीमित किया जा रहा है।

देशभर में बैंक शाखाओं के बाहर अगले एक-दो दिन में भारी भीड़ जुटने की संभावना है। वेतन निकालने के लिए लोग पैसा पाने के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर जुटेंगे। केंद्र और राज्य सरकारें अपने कर्मचारियों के खातों में एक दिसंबर को वेतन का पैसा डालेंगी। साथ ही पेंशनभोगियों के खातों में भी इसी दिन पैसा आएगा। अकेले केंद्र सरकार के कर्मचारियों की संख्या 50 लाख है। वहीं पेंशनभोगियों की संख्या 58 लाख है। बैंक अधिकारियों का कहना है कि सरकार ने गैर राजपत्रित कर्मचारियों को पिछले सप्ताह वेतन में से 10,000 रुपये अग्रिम में दिए हैं जिससे कुछ राहत की उम्मीद है। बैंकों में नकदी की कमी है, एटीएम भी पूरी तरह व्‍यवस्थित नहीं हो पाए हैं। ऐसे में बैंकरों का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में उन्‍हें भारी भीड़ से निपटना होगा। वहीं, कई बैंकों ने रिजर्व बैंक से दिसंबर के शुरुआती कुछ दिनों में अतिरिक्त नकदी उपलब्ध कराने को कहा है।

जिन बैंकों की शाखाएं कंपनियों के सैलरी एकाउंट का संचालन करती हैं उन्हें पहले की तुलना में अधिक नकदी उपलब्ध कराने की योजना है। रिजर्व बैंक के सूत्र बताते हैं कि ऐसी शाखाओं में सामान्य के मुकाबले 20 से 30 फीसद अधिक नकदी की सप्लाई होगी। यानी इन शाखाओं की रोजाना की आवश्यकता के अतिरिक्त उन्हें सैलरी सप्ताह की जरूरतों को पूरा करने के लिए नकदी मिलेगी।

सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक रिजर्व बैंक बुधवार की शाम से ही सिस्टम में नकदी की मात्रा बढ़ाने का काम शुरू कर दिया गया है। वित्त मंत्रालय ने यह सुनिश्चित किया है कि गुरुवार के बाद बैंकों को नकदी की आपूर्ति में कमी के चलते व्यवधान न हो। वेतन भुगतान के बाद नकदी की मांग में वृद्धि की संभावना को देखते हुए रिजर्व बैंक सात दिसंबर तक नकदी की अधिक आपूर्ति बैंकों को करेगा। भारतीय स्टेट बैंक ने खासतौर पर इसके लिए कमर कसी है और उसने अपने 90 फीसद एटीएम का संचालन सुनिश्चित करने का फैसला किया है।

बड़ी संख्या में एटीएम को नए नोटों के लिए व्यवस्थित किया गया है। वहीं, लोग छुट्टे की समस्या से भी जूझ रहे हैं क्योंकि ज्यादातर एटीएम से 2,000 रुपये का नोट निकल रहा है। कागज पर एक नोट छापने की प्रक्रिया पूरी करने में 21 दिन का समय लगता है। इसके साथ ही बुधवार शाम से लेकर 7 तारीख तक सभी कीमत के ज्यादा से ज्यादा नोट मुहैया कराए जाएंगे, जिससे तनख्वाह निकालने में कोई दिक्कत नहीं हो।

वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के अनुसार बैंकों को अतिरिक्त नकदी उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है ताकि वेतनभोगियों को नकदी लेने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। उल्लेखनीय है कि सरकार ने 8 नवंबर की रात नोटबंदी की घोषणा की जिसके तहत 500 व 1000 रुपये के मौजूदा नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया। इसके बाद से ही बैंकों में भारी भीड़ है जबकि आधे से अधिक एटीएम तो अब तक परिचालन में नहीं आए हैं।

Trending news