नोटबंदी मुद्दा : संसद में गतिरोध कायम, हंगामे की भेंट चढ़ा एक और दिन
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नोटबंदी मुद्दा : संसद में गतिरोध कायम, हंगामे की भेंट चढ़ा एक और दिन

नोटबंदी मुद्दे पर राज्यसभा में कायम गतिरोध आज और गहरा हो गया जिससे सदन की कार्यवाही बार बार बाधित हुयी और पांच बार के स्थगन के बाद दोपहर बाद करीब तीन बजे बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। हंगामे के कारण आज भी प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सके।

नोटबंदी मुद्दा : संसद में गतिरोध कायम, हंगामे की भेंट चढ़ा एक और दिन

नई दिल्ली : नोटबंदी मुद्दे पर राज्यसभा में कायम गतिरोध आज और गहरा हो गया जिससे सदन की कार्यवाही बार बार बाधित हुयी और पांच बार के स्थगन के बाद दोपहर बाद करीब तीन बजे बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। हंगामे के कारण आज भी प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सके।

कांग्रेस सदस्यों ने जहां सरकार एवं प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की वहीं भाजपा के सदस्यों ने कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ नारेबाजी की। इस नारेबाजी पर अप्रसन्नता जताते हुए उप सभापति पी जे कुरियन ने कहा कि दोनों पक्ष इस प्रकार के नारे लगाकर सदन की गरिमा को प्रभावित कर रहे हैं।

सुबह बैठक शुरू होने पर कानपुर देहात में पुखराया के पास कल हुए रेल हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। उसके बाद उप सभापति कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और फिर शून्यकाल शुरू करने को कहा और इस क्रम में उन्होंने बीजद के दिलीप तिर्की को अपना मुद्दा उठाने को कहा।

इसी बीच माकपा के सीताराम येचुरी ने कहा कि रेल हादसे में मारे गए लोगों को आज सदन में श्रद्धांजलि दी गई। उन्होंने कहा कि उन लोगों को भी श्रद्धांजलि दी जानी चाहिए जिनकी जान नोटबंदी के कारण हो रही परेशानियों के चलते गयी है।

सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पिछले 15 दिनों में नोटबंदी की वजह से बैंकों के आगे कतार में लगे और परेशानियों के चलते जिन करीब 70 लोगों की जान गई है, उन्हें श्रद्धांजलि दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आसन की ओर से उनके प्रति संवेदना जताई जानी चाहिए और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए प्रस्ताव आसन की ओर से आना चाहिए।

आजाद ने यह भी कहा कि बहस के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सदन में आना चाहिए। जदयू और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने उनकी इस मांग का समर्थन किया। सदन के नेता और वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि नोटबंदी पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत दिए गए नोटिस को स्वीकार कर लिया गया और चर्चा जारी है। सरकार की ओर से उस पर जवाब दिया जाना है। जेटली ने आरोप लगाया विपक्ष बहस से भाग क्यों रहा है। स्पष्ट है कि विपक्ष बहस के लिए तैयार नहीं है।’’ कुरियन ने कहा कि श्रद्धांजलि मांग पर नहीं दी जाती, यह स्वत: होती है। विपक्ष को अपनी मांग के सिलसिले में आसन से संपर्क करना चाहिए।

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि अचानक बड़े नोट अमान्य किए जाने से लोग परेशान हो गए। कुछ इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाए, कुछ लोग बैंकों के आगे लंबी लंबी कतारों में खड़े होने के कारण, तबियत खराब होने के कारण, दवाओं के अभाव में अपनी जान गंवा बैठे। किसी के घर बेटी की शादी है और उसके पास रूपयों का इंतजाम नहीं है।

संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस विषय पर चर्चा आगे शुरू किए जाने पर जोर दिया। इस बीच कांग्रेस, बसपा, तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आ कर श्रद्धांजलि की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे। जदयू और माकपा के सदस्य अपने स्थानों पर खडे थे। दूसरी ओर, भाजपा सदस्य नोटबंदी पर चर्चा को आगे बढ़ाने की मांग करने लगे। हंगामे को देखते हुए उप सभापति ने 11 बज कर 15 मिनट पर बैठक आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। हंगामे के बीच संसद के स्थगित होने का क्रम जारी रहा और आखिरकार लोकसभा के दोनों सदनों को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

 

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