आबादी को बोझ न बनने दें: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
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आबादी को बोझ न बनने दें: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार को कौशल विकास पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि आबादी को बोझ बनने और विस्फोटक स्थिति उत्पन्न होने से रोका जा सके। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत की आबादी 1.28 अरब है और यह आबादी तेजी से बढ़ रही है।

आबादी को बोझ न बनने दें: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

नयी दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार को कौशल विकास पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि आबादी को बोझ बनने और विस्फोटक स्थिति उत्पन्न होने से रोका जा सके। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत की आबादी 1.28 अरब है और यह आबादी तेजी से बढ़ रही है।

‘इंडिया स्किल्स के प्रथम संस्करण का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘अकसर हम इस मुहावरे का उपयोग करते हैं कि भारत की आबादी उसकी लाभ की स्थिति है। हम आबादी के फायदे का उपयोग इसलिए करते हैं क्योंकि भारत में दुनिया की सबसे बड़ी कामकाजी आबादी है।’ 

उन्होंने कहा, ‘यह सवाल हमें भयभीत कर रहा है कि जब तक हम इससे ठीक ढंग और समय से नहीं निपटेंगे, यह आबादी हमारे लिए बोझ बन सकती है और स्थिति विस्फोटक बन सकती है या तो हम इसे निष्क्रिय किया जाए या इसे लाभ की स्थिति में बदला जाए।’ राष्ट्रपति ने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय की पांच पहल को भी पेश किया। उन्होंने कहा कि सभी पहल का मकसद युवाओं में कौशल विकास एवं उन्नयन है।

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