LIVE : भारत ने तेज किया राहत एवं बचाव कार्य; 13 सैन्य एयरक्राफ्ट भेजे जाएंगे काठमांडू, मृतकों की संख्या हुई 2300
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LIVE : भारत ने तेज किया राहत एवं बचाव कार्य; 13 सैन्य एयरक्राफ्ट भेजे जाएंगे काठमांडू, मृतकों की संख्या हुई 2300

नेपाल में शनिवार को आए 7.9 तीव्रता के भूकंप से लोगों को बचाने के लिए भारत ने रविवार को 'ऑपरेशन मैत्री' शुरू किया। नेपाल के 80 वर्षों के इतिहास में यह सबसे बड़ी त्रासदी बताई जा रही है।

LIVE : भारत ने तेज किया राहत एवं बचाव कार्य; 13 सैन्य एयरक्राफ्ट भेजे जाएंगे काठमांडू, मृतकों की संख्या हुई 2300

काठमांडू/नई दिल्ली : नेपाल में शनिवार को आए 7.9 तीव्रता के भूकंप से लोगों को बचाने के लिए भारत ने रविवार को 'ऑपरेशन मैत्री' शुरू किया। नेपाल के 80 वर्षों के इतिहास में यह सबसे बड़ी त्रासदी बताई जा रही है।  

भूकंप से जुड़े ताजा घटनाक्रम

-विदेश सचिव एस जयशंकर ने नेपाल में चलाए जा रहे राहत अभियान पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा-सड़क मार्ग के जरिए भी नेपाल में फंसे लोगों को निकाला जाएगा। नेपाल में हजारों की संख्या में भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाना हमारी पहली प्राथमिकता है। भारतीयों को वापस लाना भी महत्वपूर्ण है। अभी तक 540 भारतीय नागरिकों को वापस लाया गया है।

-जयशंकर ने कहा कि विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम, 2 टन चिकित्सा सामग्री के साथ चिकित्सकों की टीम और एनडीआरएफ की तीन और टीमें आज नेपाल भेजी गई हैं। भारत 13 और सैन्य विमानों को काठमांडू भेजेगा।

-प्रधानमंत्री मोदी ने स्थिति का जायजा लिया, नेपाल से लोगों को बचाने और सुरक्षित निकालने के प्रयास तेज करने के निर्देश दिये।

-सरकार ने भूकंप में मारे गए परिवारों के लिए मुआवजा बढ़ाकर छह लाख रुपए किया।

-भूकंप पर पीएम मोदी की उच्च स्तरीय बैठक खत्म। गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर बैठक में मौजूद थे।

- भारतीय वायुसेना का सी17 ग्लोबमास्टर  काठमांडू से 237 यात्रियों को लेकर दिल्ली पहुंचा है। काठमांडू स्थित त्रिभुवन हवाईअड्डे को दोबारा से खोल दिया गया है।

 -रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा कि नेपाल में फंसे 1500 भारतीय नागरिकों को वापस स्वदेश लाया जाएगा।

-नेपाल के पीएम सुशील कोईराला के आवास का मुख्य प्रवेश द्वार भी भूकंप से प्रभावित हुआ है। कोईराला भूकंप के समय इंडोनेशिया में थे।

- राजधानी दिल्ली में मेट्रो सेवा फिर से बहाल की गई।

- भूकंप के दोबारा झटके के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 3.30 बजे बुलाई उच्चस्तरीय बैठक।

- बिहार के मधेपुरा में जेल की दीवार गिरने से 12 लोग जख्मी हुए।

-नेपाल में शनिवार को तबाही लेकर आए भूकंप के बाद रविवार को एक बार फिर भूकंप के दो तगड़े झटके आए। कल आए भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,300 हो गई जबकि 5,600 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। इस बीच, भारत और नेपाल के अन्य पड़ोसी देश बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं।

-आज भी भूकंप के दो जोरदार झटके महसूस किए गए। पहले झटके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.7 आंकी गई, जबकि दूसरे झटके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.5 रही। इन झटकों के बाद एक बार फिर लोग खुली जगहों की ओर दौड़ पड़े।

-भारत सहित कई अंतरराष्ट्रीय टीमें राहत और बचाव के काम के लिए नेपाल पहुंच गई हैं। आपदा के बाद नेपाल में आपातकाल घोषित कर दिया गया है।

-बचावकर्मी अपने हाथों के साथ-साथ भारी उपकरणों से मलबों के नीचे दबे जीवित लोगों की तलाश में जुटे हैं। भूकंप के ताजा झटकों, गरज के साथ छींटे पड़ने, और पर्वत श्रृंखलाओं में हो रही बर्फबारी के कारण बचाव कार्य प्रभावित हुआ है। जब-जब मलबे के नीचे से जीवित बचे लोगों को बाहर निकाला जाता है, लोग काफी खुशी महसूस करते हैं। हालांकि, ज्यादातर ही बाहर निकाले जा रहे लोग मर चुके हैं।

-पर्वतारोहियों ने बताया कि भूकंप के झटकों से माउंट एवरेस्ट पर और हिमस्खलन हो रहे हैं। हिमस्खलन में कम से कम 22 लोग मारे जा चुके हैं ।

-भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टरों ने लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पांच संक्षिप्त उड़ाने भरी हैं और घायलों को सैन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है ।

-आज के भूकंप के झटकों से जुड़ी शुरूआती खबरों के मुताबिक त्रिशुली पनबिजली परियोजना में एक सुरंग जमींदोज हो गई और करीब 60 श्रमिकों के फंसे होने की आशंका है ।

-खाना और टेंट सहित 43 टन राहत सामग्री और करीब 200 बचावकर्मियों को लेकर भारतीय वायुसेना के विमान आज यहां पहुंचे। नेपाल सरकार ने क्षतिग्रस्त आधारभूत संरचना के फिर से निर्माण के लिए 50 करोड़ रूपए के कोष की स्थापना की है।

-बिजली के खंभे गिर जाने और लाइनें कट जाने के कारण पिछले 28 घंटे से देश के ज्यादातर हिस्सों में बिजली नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक ऐसे हालात बने रह सकते हैं। नेपाल में 26 जिले भूकंप से बहुत प्रभावित हुए हैं जबकि देश के सुदूर पश्चिमी हिस्से को सुरक्षित घोषित किया गया है।

-नेपाल सरकार द्वारा मदद की अपील करने के बाद अमेरिका, यूरोपीय संघ के साथ-साथ कई अन्य देशों ने अपनी आपदा प्रतिक्रिया टीमें रवाना की हैं।

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