मनोरंजन एवं मीडिया न्यूज के साथ-साथ आर्थिक एवं बुनियादी क्षेत्र के स्वामित्व वाला एस्सेल समूह सफलतापूर्वक अपने 90 साल पूरा करने पर आज (रविवार को) एक भव्य समारोह का आयोजन करने जा रहा है. इस समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत राजनीति, कारोबार एवं अऩ्य क्षेत्र की दिग्गज हस्तियां शिरकत करेंगी.
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नई दिल्ली : मनोरंजन एवं मीडिया न्यूज के साथ-साथ आर्थिक एवं बुनियादी क्षेत्र के स्वामित्व वाला एस्सेल समूह सफलतापूर्वक अपने 90 साल पूरा करने पर आज (रविवार को) एक भव्य समारोह का आयोजन करने जा रहा है. इस समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत राजनीति, कारोबार एवं अऩ्य क्षेत्र की दिग्गज हस्तियां शिरकत करेंगी.
समूह के 90 साल पूरा होने के मौके पर एस्सेल समूह के चेयरमैन एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने एस्सेल ग्रुप की वेबसाइट पर लिखा, 'पांच बार गिरावट के दौर से गुजरने के बावजूद एस्सेल ग्रुप को आदमपुर की एक मंडी से अरबों डॉलर के स्वामित्व वाले समूह में तब्दील होते देखना हम लोगों के लिए गर्व का विषय है. हम आने वाले वर्षों में देश की सेवा करने और भारत को दुनिया के सामने लाने के लिए तत्पर रहेंगे.'
एस्सेल समूह की 90वीं वर्षगांठ का भव्य समारोह दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित होगा.
एस्सेल ग्रुप की 90 साल की यात्रा पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा, '90 वर्षों की यह यात्रा महत्वपूर्ण सफलताओं के साथ-साथ चुनौतियों एवं बाधाओं वाली रही है. यह यात्रा इतिहास बनाने, उद्योग के अज्ञात क्षेत्रों में जोखिम उठाने और लीडर रूप के रूप में उभरने की रही है.'
समारोह के लिए निमंत्रण स्वीकार करने पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का आभार प्रकट किया और ट्विटर पर कहा, 'समारोह में आने के लिए हमारा अनुरोध स्वीकार करने और एस्सेल ग्रुप के 90 साल पूरे करने पर उसे आशीर्वाद देने के लिए हम माननीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आभारी हैं.'
I am looking forwarding to welcome Honorable President, prime minister other dignitaries & friends on our 90 years of Essel group existence
— Dr. Subhash Chandra (@subhashchandra) May 13, 2017
एस्सेल ग्रुप की 90वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित इस समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री सुरेश प्रभु सहित राजनीति की नामी-गिरामी हस्तियां शिरकत करेंगी.
Tomorrow I look forward to joining the 90 year celebrations of the Essel Group. Congratulations to Essel Group on this momentous occasion.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 13, 2017
Thank you Suresh Prabhu ji, the journey has been possible because of well wishers like you. Looking forward to host you at the celebrations https://t.co/KUKUFY9b6f
— Dr. Subhash Chandra (@subhashchandra) May 13, 2017
समारोह में आने के लिए अपना निमंत्रण स्वीकार करने पर डॉ. चंद्रा ने पीएम मोदी का आभार जताया और कहा, 'मोदी जी, मैं, मेरा परिवार और पूरा एस्सेल समूह आपकी मेजबानी करने को लेकर काफी उत्सुक है. शुभकामनाओं के लिए आपका धन्यवाद. आपकी मेजबानी करना हमारे लिए सम्मान की बात है.'
Modiji, I, my family & entire Essel group looks forward to host you. Thanks for your wishes Sir, it will be a privilege to have you with us. https://t.co/lMc2bQuIAj
— Dr. Subhash Chandra (@subhashchandra) May 13, 2017
गौरवशाली रही है एस्सेल ग्रुप की यात्रा
एस्सेल समूह ने वर्ष 2016 के मई माह में अपनी यात्रा के 90 गौरवशाली वर्ष पूरे किए. मेसर्स रामगोपाल इन्द्रप्रसाद के नाम से शुरू हुई इस पारिवारिक फर्म की स्थापना डॉ. चंद्रा के परदादा (ग्रेट ग्रैंड फादर) स्व. राम गोपाल जी ने वर्ष 1926 में की थी. फिर पारिवारिक विभाजन के बाद इसे मेसर्स सुभाष चंद्र लक्ष्मी नारायण नाम दिया गया और इसके संक्षिप्त नाम ने एस्सेल ग्रुप के रूप में पहचान बनाई. डॉ. चंद्रा ने अपनी इस यात्रा के बारे में बताया है, 'मेरा मानना है कि यह यात्रा मेरे लिए इसलिए महत्वपूर्ण नहीं रही है कि इसमें कदम-कदम पर चुनौतियां और मुश्किलें थी, बल्कि इसलिए भी कि हमने अपनों से ही पांच बार धोखा खाया. इस चुनौतीपूर्ण यात्रा में मैंने हर मुश्किलों का डटकर सामना किया और मैंने पूर्वजों के पदचिन्हों पर चलते हुए कभी भी हार नहीं मानी. मैंने और मेरे भाइयों ने हर कठिनाई का सामना ही नहीं किया बल्कि हर मुश्किल के बाद हम और भी मजबूत होकर मैदान में डटे रहे.
हर क्षेत्र में सिरमौर बनकर उभरा एस्सेल ग्रुप
डॉ. चंद्रा का कहना है कि हमारी इस यात्रा में हमने अपनी सूझबूझ और उद्यमशीलता की भावना से अनजानी राहों पर चलकर एक इतिहास ही नहीं बनाया बल्कि हम हर क्षेत्र में सिरमौर बनकर उभरे. डॉ. चंद्रा ने कहा, 'यह एक विनम्र शुरुआत थी, 40 पीढ़ियों पहले मेरे पूर्वजों को काम की तलाश में अग्रोहा से निर्वासित होकर फतेहपुर जाना पड़ा था। 40 पीढ़ियों के बाद वर्ष 1926 में मेरे ग्रेट ग्रैंड फादर ने अपना कारोबार शुरू करने के लिए अपने दो बेटों के साथ गंगानगर जिले के एक छोटे से गांव भद्रा में रहने का फैसला किया. इसके बाद वे ओकारा चले आए जिसे अब मिंटगुमरी के नाम से जाना जाता है. अपने कारोबार का विस्तार करने के लिए मेरे दादा स्वर्गीय जगन्नाथ गोएनका अपने भाइयों के साथ हिसार के पास एक छोटे से गांव सदलपुर चले आए यहां आकर उन्होंने मंडी आदमपुर में अनाज बाजार की शुरुआत की. यहीं से हमारे एस्सेल समूह की गौरवमयी यात्रा शुरू होती है, जिसे 'ए' के आदमपुर से ज़ी के 'जेड' की यात्रा भी कह सकते हैं.
उद्योग और उद्यमशीलता की नई परिभाषा गढ़ रहा एस्सेल ग्रुप
आज एस्सेल समूह अरबों डॉलर का कारोबार कर रहा है, इसकी मौजूदगी मीडिया, मनोरंजन, रीयल इस्टेट, पैकेजिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, प्रौद्योगिकी सहित हर क्षेत्र में हैं और इसके साथ ही आज ये समूह दुनिया भर में करोड़ों लोगों की जिंदगी में भी बदलाव रहा है. डॉक्टर चंद्रा ने जीवन में कुछ कर गुजरने की महत्वाकांक्षा की बदौलत नए कारोबार की स्थापना की और बिजनेस के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकार पूर्वक प्रवेश किया जहां उनका कोई खासा दखल नहीं था. उन्होंने किशोरावस्था से ही परिवार के कर्ज को उतारने की ठानी. इसके लिए उन्होंने परिश्रम से काम करना शुरू किया. उनके समक्ष उस दौरान कई चुनौतियां खड़ी थी, लेकिन निरंतर कठोर परिश्रम के जरिए उन्होंने इसका डटकर मुकाबला किया. भाग्य का थोड़ा साथ मिला और फिर अद्धितीय सूझबूझ की बदौलत वह रूस को चावल का निर्यात करने लगे.
जोखिम उठाने वाले और दूरदर्शी रहे हैं डॉ. चंद्रा
रिस्क लेने की अभूतपूर्व क्षमता और दूरदर्शिता की बदौलत देश में उन्होंने ब्रॉडकास्टिंग के उज्जवल भविष्य को देखा. जबकि स्थापित मीडिया प्लेयर इसमें संभावनाओं को नहीं देख पाए. उन्होंने कई क्षेत्रों में हाथ आजमाए. सैटेलाइट लॉन्चिंग के क्षेत्र में और क्रिकेट लीग में नाकामी के बावजूद उन्होंने खुद को फिर से स्थापित किया और अब वह इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा पर ध्यान दे रहे हैं.