कश्मीरी अलगाववादियों को पाकिस्तान से फंडिंग होने के तार NIA को मिले
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कश्मीरी अलगाववादियों को पाकिस्तान से फंडिंग होने के तार NIA को मिले

जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों को मिल रही वित्तीय मदद के तार दिल्ली के हवाला कारोबारियों से जुड़े होने के सबूत मिले हैं. राज्य में अलगाववादियों को गैरकानूनी तरीके से वित्तीय मदद पहुंचा कर आतंकवाद को बढ़ावा देने के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच में यह बात सामने आई है. इस मामले में एनआईए ने सोमवार को तीन कश्मीरी अलगाववादियों से भी पूछताछ की है.

अलगाववादियों को फंडिंग के तार दिल्ली के हवाला कारोबारियों से जुड़े होने के सबूत मिले. फाइल फोटो

नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों को मिल रही वित्तीय मदद के तार दिल्ली के हवाला कारोबारियों से जुड़े होने के सबूत मिले हैं. राज्य में अलगाववादियों को गैरकानूनी तरीके से वित्तीय मदद पहुंचा कर आतंकवाद को बढ़ावा देने के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच में यह बात सामने आई है. इस मामले में एनआईए ने सोमवार को तीन कश्मीरी अलगाववादियों से भी पूछताछ की है.

हवाला के जरिए अलगाववादियों तक पहुंचता है पैसा

एनआईए के सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों के वित्तपोषण में हवाला के जरिये पैसा पहुंचाने के सूबत मिले हैं. जांच में अलगाववादियों के हवाला से वित्तपोषण के तार पुरानी दिल्ली में बल्लीमारन और चांदनी चौक से संचालित हवाला ऑपरेटरों से जुड़े होने का खुलासा हुआ है. एनआईए के जांच अधिकारियों ने सोमवार को अलगाववादियों फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा कराटे’, नईम खान और जावेद अहमद बाबा उर्फ ‘गाजी’ से पूछताछ की. गाजी अलगाववादी संगठन तहरीक-ए-हुर्रियत से जुड़ा है. एनआईए ने तीनों से बैंक और संपत्ति सहित कुछ अन्य दस्तावेज लाने को कहा था. एनआईए की जांच टीम इससे पहले मई के पहले सप्ताह में इन लोगों से लगातार चार दिन तक पूछताछ कर चुकी है.

एनआईए ने जुटाए अहम सबूत

प्राप्त जानकारी के मुताबिक अलगाववादियों के हवाला कारोबारियों से तार जुड़े होने की पुष्टि के लिये एनआईए की 5 सदस्यीय टीम ने जम्मू कश्मीर के श्रीनगर सहित अन्य शहरों से अहम सबूत जुटाए हैं. सूत्रों के मुताबिक अलगाववादी गुटों को पाकिस्तान से हवाला के जरिये भेजी गयी वित्तीय मदद सऊदी अरब, बांगलादेश और श्रीलंका के रास्ते दिल्ली के हवाला ऑपरेटरों तक भेजी जाती है. दिल्ली से यह राशि पंजाब और हिमाचल प्रदेश के हवाला ऑपरेटरों के जरिये जम्मू-कश्मीर पहुंचती है.

एनआईए इस मामले की शुरुआती जांच के आधार पर पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद, कट्टरपंथी कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और जम्मू एंड नेशनल फ्रंट के अध्यक्ष नईम खान को नामजद कर चुकी है. यह मामला हाल ही में एक समाचार चैनल पर प्रसारित स्टिंग ऑपरेशन में खान को पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों से हवाला के जरिए वित्तीय मदद लेने की बात कथित तौर पर स्वीकार करते हुए दिखाये जाने के बाद दर्ज किया गया है. इसके बाद ही खान को गिलानी के नेतृत्व वाली हुर्रियत कांफ्रेंस से निलंबित किया गया है.

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