निर्भया कांड पर बनी डॉक्‍यूमेंट्री का बीबीसी ने किया प्रसारण, भारत सरकार के बैन को किया नजरअंदाज
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निर्भया कांड पर बनी डॉक्‍यूमेंट्री का बीबीसी ने किया प्रसारण, भारत सरकार के बैन को किया नजरअंदाज

दिल्‍ली में 16 दिसंबर गैंगरेप की घटना पर बनी डॉक्यूमेंट्री का बीबीसी की ओर से आखिरकार प्रसारण कर ही दिया गया। भारत सरकार के वैश्विक रोक के बावजूद बीबीसी ने यह डॉक्यूमेंट्री (India's Daughter) दिखाई। यह प्रसारण यूके समेत कई देशों में किया गया हालांकि भारत में इस फिल्म को दिखाने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। डॉक्यूमेंट्री ‘स्टोरीविले-इंडियाज डॉउटर’ का प्रसारण ब्रिटेन में बीबीसी फोर पर बुधवार रात स्थानीय समयानुसार 10 बजे किया गया। इसके प्रसारण के बाद देश के लोगों में उबाल है।

निर्भया कांड पर बनी डॉक्‍यूमेंट्री का बीबीसी ने किया प्रसारण, भारत सरकार के बैन को किया नजरअंदाज

नई दिल्‍ली : दिल्‍ली में 16 दिसंबर गैंगरेप की घटना पर बनी डॉक्यूमेंट्री का बीबीसी की ओर से आखिरकार प्रसारण कर ही दिया गया। भारत सरकार के वैश्विक रोक के बावजूद बीबीसी ने यह डॉक्यूमेंट्री (India's Daughter) दिखाई। यह प्रसारण यूके समेत कई देशों में किया गया हालांकि भारत में इस फिल्म को दिखाने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। डॉक्यूमेंट्री ‘स्टोरीविले-इंडियाज डॉउटर’ का प्रसारण ब्रिटेन में बीबीसी फोर पर बुधवार रात स्थानीय समयानुसार 10 बजे किया गया।

गौर हो कि भारत सरकार 16 दिसंबर के सामूहिक दुष्कर्म कांड पर आधारित विवादित डॉक्यूमेंट्री को प्रसारित नहीं करने पर रोक लगाया लेकिन बीबीसी ने इसे तय समय से पहले ही प्रसारित कर दिया। पहले बीबीसी ने आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर इस डॉक्यूमेंट्री का प्रसारण करने का फैसला किया था लेकिन भारत में इस मसले पर उठे विवाद के बीच उसने इसका प्रसारण पहले ही करने का फैसला किया।

सूचना प्रसारण मंत्रालय की ओर से इस बात की कोशिशें की जा रही थीं कि दूसरे देशों में भी इसके प्रसारण को रोका जाए। बुधवार को संसद में भी इस फिल्म को लेकर काफी हंगामा हुआ। वहीं फ़िल्म निर्माता लेज्ली उडविन ने पीएम से अपील की है कि वह एक बार फ़िल्म को देखें और उसके बाद ही कोई फ़ैसला लें।

बीबीसी ने पहले कहा था कि पीड़िता के माता-पिता के पूरे सहयोग से बनाई गई यह डॉक्यूमेंट्री एक जघन्य अपराध के अंदर के सच को उजागर करती है जिससे पूरी दुनिया दहल गई थी और भारत में महिलाओं के प्रति सोच में बदलाव की मांग को लेकर व्यापक प्रदर्शन हुए थे। बयान में कहा गया है कि फिल्म में इस विषय को ‘जिम्मेदारी के साथ’ दिखाया गया है और बीबीसी के संपादकीय दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालन किया गया है।

संसद में बुधवार को सामूहिक दुष्कर्म के दोषी के इंटरव्यू को लेकर खूब हंगामा हुआ और मोदी सरकार को इस मामले में पूरी तरह जांच कराने तथा इसके प्रसारण पर रोक लगाने का वादा करना पड़ा। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि इस डॉक्यूमेंट्री को किसी भी हाल में प्रसारित नहीं होने दिया जाएगा। सरकार ने जरूरी कार्रवाई की है और फिल्म के प्रसारण पर रोक के लिए आदेश हासिल किया है। इस डॉक्यूमेंट्री में ब्रिटिश फिल्मकार और बीबीसी द्वारा 16 दिसंबर, 2012 को 23 वर्षीय पैरा मेडिकल की एक छात्रा के साथ दुष्कर्म करने के दोषी रेपिस्‍ट मुकेश सिंह का इंटरव्यू लिया गया है, जिसमें वह महिलाओं और दिल्ली पुलिस के खिलाफ अपमानजनक बातें कर रहा है। वहीं, दिल्ली की एक अदालत ने इस इंटरव्यू के प्रकाशन, प्रसारण करने तथा इसे इंटरनेट पर डालने पर रोक लगा दी है।

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