GST: सरकार को पहली रिटर्न फाइलिंग से मिला 42000 करोड़ रुपये का राजस्व
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GST: सरकार को पहली रिटर्न फाइलिंग से मिला 42000 करोड़ रुपये का राजस्व

 एकीकृत जीएसटी वस्तुओं की एक राज्य से दूसरे राज्य में आवाजाही पर लगता है और 5,000 करोड़ रुपये कार तथा तंबाकू जैसे विलासिता और अहितकर वस्तुओं पर उपकर के जरिये आये हैं.

पहले महीने का कर रिटर्न भरने की तारीख बढ़ाकर 25 अगस्त कर दी गयी है (फाइल फोटो)

नयी दिल्ली: माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की नई व्यवस्था के तहत पहले महीने में कर भुगतान के रूप में सरकार को 42,000 करोड़ रुपये आयें हैं तथा राजस्व में और वृद्धि की संभावना है क्योंकि रिटर्न फाइलिंग प्रक्रिया इस सप्ताह के अंत में समाप्त होगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एकीकृत जीएसटी के रूप में 15,000 करोड़ रुपये आये हैं. एकीकृत जीएसटी वस्तुओं की एक राज्य से दूसरे राज्य में आवाजाही पर लगता है और 5,000 करोड़ रुपये कार तथा तंबाकू जैसे विलासिता और अहितकर वस्तुओं पर उपकर के जरिये आये हैं.

  1. एकीकृत जीएसटी के रूप में 15,000 करोड़ रुपये आये हैं
  2. 22,000 करोड़ केंद्रीय जीएसटी तथा राज्य जीएसटी के रूप में आये हैं
  3. इस राशि को केंद्र और राज्य सरकार के बीच बराबर-बराबर बांटा जाएगा

इसके अलावा 22,000 करोड़ केंद्रीय जीएसटी तथा राज्य जीएसटी के रूप में आये हैं. इस राशि को केंद्र और राज्य सरकार के बीच बराबर-बराबर बांटा जाएगा.अधिकारी ने कहा, ‘‘आज सुबह तक कर जमा 42,000 करोड़ रुपये रहा.’’ अब तक 10 लाख करदाताओं ने रिटर्न दाखिल किया है और 20 लाख ने लाग इन किया है और कर रिटर्न फार्म- को प्राप्त किया है.

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उसने कहा, ‘‘अच्छा अनुपालन देखा जा रहा है और हमारा अनुमान है कि 90-95 प्रतिशत करदाता रिटर्न फाइल करेंगे और कर का भुगतान करेंगे.’’ एक जुलाई से लागू जीएसटी व्यवस्था के तहत कंपनियों को मासिक कर रिटर्न फाइल करना है.

पहले महीने का कर रिटर्न भरने की तारीख बढ़ाकर 25 अगस्त कर दी गयी है. रिटर्न फाइल करने की अंतिम तारीख 20 अगस्त से ठीक एक दिन पहले वेबसाइट के बंद होने से यह समय सीमा बढ़ायी गयी है.

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जीएसटी ने उत्पाद शुल्क, सेवा कर तथा वैट समेत एक दर्जन से अधिक केंद्रीय तथा राज्यों के करों को समाहित किया है. पिछले वर्ष जुलाई में 31,782 करोड़ रुपये उत्पाद शुल्क के रूप में जबकि 19,600 करोड़ रुपये सेवा कर के रूप में संग्रह किये गये थे.

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