असम नरसंहार में मृतकों की संख्या 78 हुई, एनआईए को जांच का जिम्मा
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असम नरसंहार में मृतकों की संख्या 78 हुई, एनआईए को जांच का जिम्मा

असम में हिंसा की ताजा वारदात के बाद केंद्र ने आदिवासियों का नरसंहार करने वाले उग्रवादी संगठन एनडीएफबी (एस) के खिलाफ ‘समयबद्ध’ कार्रवाई का वादा किया तथा उसके साथ बातचीत की संभावना को खारिज कर दिया। नरसंहार की घटना की जांच एनआईए करेगी। पुलिस के मुताबिक नरंसहार और जवाबी हिंसा में मरने वालों की संख्या 78 हो गई है।

गुवाहाटी : असम में हिंसा की ताजा वारदात के बाद केंद्र ने आदिवासियों का नरसंहार करने वाले उग्रवादी संगठन एनडीएफबी (एस) के खिलाफ ‘समयबद्ध’ कार्रवाई का वादा किया तथा उसके साथ बातचीत की संभावना को खारिज कर दिया। नरसंहार की घटना की जांच एनआईए करेगी। पुलिस के मुताबिक नरंसहार और जवाबी हिंसा में मरने वालों की संख्या 78 हो गई है।

बीते मंगलवार की घटना को ‘आतंकी कृत्य’ करार देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सरकार को भूटान और म्यामांर की सीमाओं से उग्रवादियों का सफाया करने के लिए इन देशों से सहयोग का आश्वासन मिला है। सिंह ने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस घटनाक्रम के बारे में उन्हें सूचित किया।

गृह मंत्री ने समूह के साथ बातचीत की संभावना को नकार दिया। उन्होंने कहा, ‘इन संगठनों के साथ कोई वार्ता नहीं होगी। केवल कार्रवाई की जायेगी। समयबद्ध कार्रवाई होगी और हम इसे खींचना नहीं चाहते। मैंने राज्य सरकार से सीधे अभियान शुरू करने को कहा है।’

सिंह ने सोनितपुर एवं कोकराझार जिलों के प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘मैंने असम के मुख्यमंत्री से बात की है और हमने तय किया कि इस पूरी घटना की एनआईए से जांच कराई जाये। हम यह जानना चाहते हैं कि इनका किससे संबंध है।’ उन्होंने कहा कि सरकार ने हमलों को ‘बहुत गंभीरता’ से लिया है।  

गृह मंत्री ने कहा, ‘हम इसकी एक सामान्य उग्रवादी कृत्य के रूप में अनदेखी नहीं कर सकते। यह एक आतंकी कृत्य है। राज्य एवं केन्द्र, दोनों सरकारें इससे उसी तरह निबटेंगी जैसा कि आतंकवाद के साथ निबटा जाता है।’ सिंह ने राज्य सरकार को सभी प्रकार से मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर संगठन के खिलाफ कार्रवाई में राज्य सरकार को सेना की मदद भी मुहैया करायी जायेगी।

उन्होंने ध्यान दिलाया कि केन्द्र ने पहले ही असम को अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियां मुहैया करा दी हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एनडीएफबी (एस) द्वारा किए गए हमलों की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी तथा उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगर जरूरत पड़ी तो सेना असम सरकार की मदद करेगी।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा की ताजा घटना आज सुबह कोकराझार के गोसाईंगांव में घटी जहां आदिवासियों ने बोडो समुदाय के लोगों के बहुत से घर जला दिये। इससे पहले मंगलवार को उग्रवादियों ने हमलों में बहुत से लोगों को मार दिया था। सोनितपुर जिले में आज सुबह छह और शव बरामद किए गए। इस जिले में मरने वालों की संख्या 46 हो गई। कोकराझार में 29 और चिरांग में तीन लोग मारे गए हैं।

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