गुजरात: कमजोर पड़कर 'दबाव' के रूप में टकराएगा चक्रवात नीलोफर
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गुजरात: कमजोर पड़कर 'दबाव' के रूप में टकराएगा चक्रवात नीलोफर

गुजरात के तटीय इलाकों के पास रहने वाले लोगों को मौसम विभाग की गुरुवार की इस घोषणा से बड़ी राहत मिली है कि नीलोफर नामक जिस चक्रवात को पश्चिमी-मध्य अरब सागर पर एक बेहद प्रबल चक्रवाती तूफान कहा जा रहा था, वह शुक्रवार को कच्छ में नलिया के तट के नजदीक एक ‘दबाव’ के रूप में टकराएगा।

अहमदाबाद : गुजरात के तटीय इलाकों के पास रहने वाले लोगों को मौसम विभाग की गुरुवार की इस घोषणा से बड़ी राहत मिली है कि नीलोफर नामक जिस चक्रवात को पश्चिमी-मध्य अरब सागर पर एक बेहद प्रबल चक्रवाती तूफान कहा जा रहा था, वह शुक्रवार को कच्छ में नलिया के तट के नजदीक एक ‘दबाव’ के रूप में टकराएगा।

राज्य के मौसम विभाग के अधिकारी अजय कुमार ने कहा कि पिछले छह घंटे में जब यह समुद्र के अंदर आगे बढ़ा, तो यह ‘बेहद प्रबल चक्रवाती तूफान’ से कमजोर होकर एक ‘प्रबल चक्रवाती तूफान’ रह गया। अब नीलोफर के कच्छ स्थित नलिया एवं इसके अन्य हिस्सों से कम तीव्रता के साथ 31 अक्तूबर की शाम को टकराने की संभावना है।

मौसम विभाग के हालिया बुलेटिन के अनुसार, प्रबल चक्रवाती तूफान नीलोफर पिछले छह घंटे में पूर्व-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ा है और फिलहाल वह कच्छ में नलिया से 620 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिणपश्चिम की ओर केंद्रित है। बुलेटिन में कहा गया कि यह उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा और जल्दी ही पूर्वोत्तर अरब सागर में उत्तरी गुजरात के तट पर 31 अक्तूबर की शाम को कमजोर पड़कर दबाव के क्षेत्र के रूप में बदल जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार, इस प्रक्रिया के कारण राज्य के अधिकतर स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।

कुमार ने कहा कि हवा का वेग 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहेगा। कच्छ और सौराष्ट्र के कुछ सुदूर स्थानों पर अगले 48 घंटे में भारी या बेहद भारी वर्षा हो सकती है।

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