16 दिसंबर 1971 को पूर्वी पाकिस्तान के सैन्य कमांडर जनरल नियाजी ने हजारों पाक सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने घुटने टेकते हुए सरेंडर कर दिया.
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16 दिसंबर 1971 की तारीख भारतीय उपमहाद्वीप के लिए ऐतिहासिक महत्व इस मायने में रखती है क्योंकि उस रोज दुनिया के नक्शे पर बांग्लादेश का उदय हुआ. उससे पहले पूर्व पाकिस्तान के रूप में पहचाना जाने वाला यह हिस्सा, भारतीय सेना और बांग्लादेश मुक्ति बाहिनी की दिलेरी के सहयोग से पाकिस्तान से छिटककर अपने मुकद्दका का खुद बादशाह बन गया. पूर्वी पाकिस्तान के सैन्य कमांडर जनरल नियाजी ने हजारों पाक सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने घुटने टेकते हुए सरेंडर कर दिया. इतिहास की तारीख में बांग्लादेश के नाम से एक अध्याय जुड़ने के बावजूद पाकिस्तान के हुक्मरानों ने इस घटना को कुछ इस तरह से अपनी अवाम के सामने पेश किया, जैसे कि कुछ हुआ ही नहीं.
इसकी बानगी पेश करते हुए अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने एक ट्वीट में सरेंडर की घटना के दूसरे दिन 17 दिसंबर, 1971 का पाकिस्तान के प्रसिद्ध अखबार डॉन के फ्रंट पेज को पेश किया है. उस फ्रंट पेज की हेडलाइन है कि जब तक जंग में फतह नहीं होगी, तब तक पीछे नहीं हटेंगे. इस पर टिप्पणी करते हुए हुसैन हक्कानी ने ट्वीट किया है,''मैं याद दिलाने के लिए इस वाकये का जिक्र हर साल इस दिन करता हूं. जब ढाका में पाक सेना ने भारत और बांग्लादेश की संयुक्त ताकत के सामने सरेंडर कर दिया था तो उसके बाद 17 दिसंबर, 1971 का डॉन का फ्रंट पेज देखिए...सच्चाई को स्वीकार करने से इनकार कर दिया गया.''
My annual reminder of the perils of living in denial. Front page of Dawn on Dec 17, 1971 - the day after troops surrendered at Dhaka to joint forces of India & Bangladesh. The facts were ‘rejected’! #Pakistan pic.twitter.com/Tkdv8gcMGp
— Husain Haqqani (@husainhaqqani) December 16, 2017
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हुसैन हक्कानी
हुसैन हक्कानी वाशिंगटन डीसी में हडसन इंस्टीट्यूट के साउथ और सेंट्रल एशिया के डाइरेक्टर हैं. 2008-2011 के दौरान अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रहे हैं. 'Pakistan Between Mosque & Military' और 'Magnificent Delusions' जैसी चर्चित किताबों के लेखक हैं.
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हाफिज सईद ने उगला जहर
इस्लामाबाद: जमात-उद-दावा के मुखिया और मुंबई हमले का मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद ने शनिवार (16 दिसंबर) को लाहौर में कहा, 'पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) का बदला लेना है तो कश्मीर से इंतकाम का रास्ता बन रहा है, निकल रहा है, चल रहा है और इंशा अल्लाह यह तहरीक जारी है, इसे बहुत आगे जाना है.' जमात-उद-दावा (जेयूडी) के प्रमुख सईद पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर इनाम घोषित कर रखा है.
लाहौर उच्च न्यायालय के एक आदेश पर 10 महीने की नजरबंदी बाद हाफिज को गुरुवार आधी रात (24 नवंबर) रिहा कर दिया गया था. अमेरिका और भारत का आरोप है कि सईद 2008 के मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था, और उसे इसी साल जनवरी में नजरबंद किया गया था. मुंबई हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी. मुंबई में 2008 में आतंकी हमले का साजिशकर्ता सईद का नाम संयुक्त राष्ट्र ने दिसंबर 2008 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव 1267 के तहत आतंकी काली सूची में रखा था.