मनचाहा मंत्रालय न मिलने से नाराज पुरुषोत्तम सोलंकी बोले - मैं वही करूंगा जो मेरे समाज के लोग कहेंगे
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मनचाहा मंत्रालय न मिलने से नाराज पुरुषोत्तम सोलंकी बोले - मैं वही करूंगा जो मेरे समाज के लोग कहेंगे

पुरुषोत्तम सोलंकी ने कहा, "यह मुझसे ज्यादा कोली समुदाय से जुड़ा मामला है. मुझे जो विभाग दिया गया है, कोली समुदाय उससे संतुष्ट नहीं है. मैं वही करूंगा जो मेरा समुदाय कहेगा."

सोलंकी ने कहा कि वे मत्स्य उत्पादन मंत्रालय आवंटित होने से खुश नहीं हैं....(फोटो साभार: ANI)

अहमदाबाद: गुजरात में विजय रूपाणी सरकार एक बार फिर मुश्किल में है. पार्टी ने अभी मनचाहा विभाग लौटाकर उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को मनाया ही था कि अब कोली समुदाय से आने वाले मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी अपने विभाग के लेकर खुश नहीं है. पुरुषोत्तम सोलंकी को मतस्य पालन मंत्रालय दिया गया है लेकिन वह इससे खुश नहीं है. बुधवार को भी उन्होंने मीडिया के सामने अपनी बात रखी. पुरुषोत्तम सोलंकी ने कहा, "यह मुझसे ज्यादा कोली समुदाय से जुड़ा मामला है. मुझे जो विभाग दिया गया है, कोली समुदाय उससे संतुष्ट नहीं है. मैं वही करूंगा जो मेरा समुदाय कहेगा."

इससे पहले मंगलवार को उन्होंने कहा था, "जो लोग पहली बार विधायक बने हैं, उन्हें अच्छा मंत्रालय सौंपा गया है. कोली समाज का खासा वोट बैंक है तो मुझे ऐसा मंत्रालय क्यों दिया गया?" सोलंकी ने तीखे अंदाज में सवाल दागते हुए कहा था कि जब पाटीदार नेता नितिन पटेल से पूछकर उन्हें मंत्रालय दिया जा सकता है तो मुझे क्यों नहीं? 

सोलंकी ने कहा कि वे मत्स्य उत्पादन मंत्रालय आवंटित होने से खुश नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें दमदार मंत्रालय नहीं मिला तो उनके समाज के लोग जो फैसला लेंगे वे उनके साथ जाएंगे. पुरुषोत्तम सोलंकी ग्रामीण सीट से विधानसभा चुनाव जीते हैं. वे पांचवी बार विधायक का चुनाव जीतकर आए हैं. 
 
सोलंकी की नाराजगी जाहिर होने के बाद बीजेपी की ओर से उन्हें मनाने का दौर भी शुरू हो गया है. प्रमुख बीजेपी नेता भूपेंद्र सिंह चुडासमाने ने उनसे मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने कहा कि  पुरुषोत्तम सोलंकी उनके भाई हैं. और वे उनके दोस्त हैं. भूपेंद्र सिंह चुडासमाने ने कहा कि पुरुषोत्तम सोलंकी की नाराजगी पर सरकार को गौर करना चाहिए.

गौरतलब यह भी है कि पुरुषोत्तम सोलंकी 450 करोड़ रुपये के बहुचर्चित मछली पालन घोटाले में फंस चुके हैं. सोलंकी और पूर्व मंत्री दिलीप संघाणी समेत सात लोगों के खिलाफ केस चल रहा है. यह घोटाला 2008 में हुआ था.

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