पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने अपने ब्लॉग में लिखा, 'अगर 2019 में विपक्षी दलों का गठबंधन सत्ता में आया तो देश मुगलिया शासन (1707-1857) के काल में चला जाएगा.'
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नई दिल्ली: कर्नाटक में एच.डी. कुमारस्वामी के मुख्यमंत्री पद शपथग्रहण समारोह में विपक्षी दलों के एक मंच पर आने को लेकर और 2019 में उनकी सरकार बनने की संभावनाओं पर सुप्रीम कोर्ट के जज रहे मार्कंडेय काटजू ने कहा कि इससे कांग्रेस का जनाधार कम होगा. इतना ही नहीं प्रेस काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टियों के सत्ता में आने से केंद्र सरकार अस्थिर हो जाएगी. जनता दल (सेकुलर) के नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने बीते 23 मई को बेंगलुरु के एक समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जिसमें 2019 लोकसभा चुनाव से ठीक एक वर्ष पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ विरोधी पार्टियों के नेता एक मंच पर दिखे थे.
पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं भाजपा के समर्थक नहीं हूं, लेकिन मैं जानता हूं कि अगर 2019 में विपक्षी दलों का गठबंधन सत्ता में आया तो क्या होगा. इनमें ज्यादातर क्षेत्रीय पार्टियां हैं और कांग्रेस कभी उतनी सीटें नहीं जीत पाएगी जितनी पहले जीती थी. इसका परिणाम यह होगा कि केंद्र सरकार अस्थिर हो जाएगी और देश मुगलिया शासन (1707-1857) के काल में चला जाएगा. उस समय मुगल गवर्नर-हैदराबाद के निजाम, अरकोट, मुर्शिदाबाद, अवध आदि के नवाब स्वतंत्र शासक हुआ करते थे. उसे कहा जाता था-सलतनत-ए-शाह आलम अज दिल्ली ता पलम यानी दिल्ली से पालम तक शासक शाह आलम की सत्ता है. यह चीन में 1910 में हुई उस घटना की भी याद दिलाता है जब चीनी शासक को बेदखल कर दिया गया था. प्रांतों के शासक स्थानीय सेनापति बन गए और चीन कई दशकों तक संघर्ष की आग में घिरा रहा.''
CMs of the states will become the real rulers of India, the local satraps, who like crabs in a bucket will keep pulling in different directions, and trying to grab lucrative portfolios. Any 'Common Minimum Programme' they prepare will really be a sham. They have nothing in common pic.twitter.com/Js8YqnfUzv
— Markandey Katju (@mkatju) May 25, 2018
उल्लेखनीय है कि एच.डी. कुमारस्वामी का शपथ ग्रहण समारोह बेंगलुरु के कर्नाटक विधानसौध के अग्र प्रांगण में आयोजित हुआ था, जहां संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद यादव, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा सांसद डी.राजा, राष्ट्रीय लोकदल के अजित सिंह, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के बीच गर्मजोशी का दुर्लभ दृश्य देखने को मिला था.
चुनाव में 78 सीटें हासिल करने वाली कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए जद (एस) के साथ चुनाव बाद गठबंधन किया. जद (एस) को यहां 37 सीटों पर जीत मिली है. गठबंधन में बसपा का विधायक, एक स्वतंत्र विधायक, एक स्थानीय पार्टी का विधायक भी शामिल हैं. कुमारस्वामी 2006 में भाजपा के समर्थन से पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. वह राज्य के 25वें मुख्यमंत्री बने हैं.