अटारी-वाघा सीमा पर बुधवार को होगा नई दर्शक दीर्घा का उद्घाटन
Advertisement

अटारी-वाघा सीमा पर बुधवार को होगा नई दर्शक दीर्घा का उद्घाटन

अमृतसर से लगभग 30 किलोमीटर दूर अटारी-वाघा रिट्रीट क्षेत्र दोनों देशों के सीमा बलों द्वारा हर शाम यह समारोह आयोजित करने के लिए जाना जाता है. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास अटारी रिट्रीट समारोह क्षेत्र में एक नई और उन्नत आगंतुक दीर्घा का उद्घाटन बुधवार को किया जाएगा. इस दीर्घा में 25 हजार लोगों के बैठने की क्षमता हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अमृतसर से लगभग 30 किलोमीटर दूर अटारी-वाघा रिट्रीट क्षेत्र दोनों देशों के सीमा बलों द्वारा हर शाम यह समारोह आयोजित करने के लिए जाना जाता है. दोनों देशों की सीमाओं पर तैनात सैनिक राष्ट्रीय ध्वज को परंपरागत और सम्मानजनक ढंग से उतारते हैं. दोनों ओर से बड़ी संख्या में लोग इस समारोह का हिस्सा बनते है.

इस दीर्घा में बैठ सकेंगे 25000 लोग
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा बुधवार को इस नई यू-आकार की दीर्घा का उद्घाटन करेंगे. इसमें लगभग 25,000 लोग बैठ सकते हैं, जबकि पहले इसमें 600 लोग आ पाते थे. इसमें लोगों के बैठने और समारोह का नजारा लेने के लिए बेहतर प्रबंध है. इस नई दीर्घा में कई प्रवेश और निकास द्वार, शौचालय और 24 से अधिक स्मार्ट सीसीटीवी कैमरे होंगे, ताकि अटारी में रिट्रीट क्षेत्र में भारतीय सीमा की ओर सुरक्षा प्रबंधों को और मजबूत बनाया जा सके. 

कड़ी मशक्कत करते हैं जवान
आपको बता दें कि, बीटिंग रिट्रीट के लिए देश के जवानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. परेड के दौरान इन जवानों के पैर खुद के सिर के बराबर उठते हैं. यही वजह है कि इन जवानों के परेड को देखने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से हजारों लोग वाघा बॉर्डर पर पहुंचते हैं. इस दौरान जवान अपनी मूंछों और सिर पर लगी पगड़ी का खास ख्याल रखते हैं.

अब देश की बेटियां भी होती हैं शामिल
बीएसएफ की महिला जवान भी अब सरहद पर देश की बेटियों का प्रतिनिधित्व करती हैं. साल 2008 के बाद बीएसएफ में महिला जवानों को शामिल करने की परंपरा शुरू हुई थी. जिसके कुछ साल बाद ही बीटिंग रिट्रीट में भी महिलाएं दिखने लगीं. 

झंडे उतारने से पहले मिलाते हैं हाथ
भारत और पाकिस्तान के जवान बीटिंग रिट्रीट के दौरान सिर्फ एक बार एकदूसरे को टच करते हैं. दोनों देशों के जवान सिर्फ झंडे को उतारने से पहले ही आपस में हाथ मिलाते हैं. बाकी समय दोनों देशों के जवान गुस्से भरी नजरों से एकदूसरे को देखते हुए नजर आते हैं.

(इनपुट भाषा से)

Trending news