कड़ी सुरक्षा के बीच देश ने मनाया 66वां गणतंत्र दिवस
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कड़ी सुरक्षा के बीच देश ने मनाया 66वां गणतंत्र दिवस

देश आज अपना 66वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। ऐतिहासिक राजपथ पर गणतंत्र दिवस के मौके पर भव्‍य समारोह और परेड आयोजित किया गया। भारत के 66वें गणतंत्र दिवस पर सोमवार को राजपथ पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता की झांकी को देखा। थल एवं नौसेना के साथ देश की वायु शक्ति का शानदार प्रदर्शन किया गया। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके देशवासियों को 66वें गणतंत्र दिवस की बधाई दी।

कड़ी सुरक्षा के बीच देश ने मनाया 66वां गणतंत्र दिवस

नई दिल्ली : देश आज अपना 66वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। ऐतिहासिक राजपथ पर गणतंत्र दिवस के मौके पर भव्‍य समारोह और परेड आयोजित किया गया। भारत के 66वें गणतंत्र दिवस पर सोमवार को राजपथ पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता की झांकी को देखा। थल एवं नौसेना के साथ देश की वायु शक्ति का शानदार प्रदर्शन किया गया। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके देशवासियों को 66वें गणतंत्र दिवस की बधाई दी।

समारोह में बतौर मुख्‍य अतिथि ओबामा की मौजूदगी में दिल्ली के राजपथ पर इस बार नजारा कुछ अलग है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा 66वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनकर सवा सौ करोड़ की आबादी वाले मुल्क की बदलती तस्वीर के गवाह बन रहे हैं। वहीं, ओबामा की सुरक्षा में सात स्‍तरीय सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। जब दुनिया नारी शक्ति को सलाम कर रही है तब गणतंत्र दिवस का ये त्योहार आधी आबादी की ताकत का भी गवाह बनेगा। देश की बेटियां दुनिया के सामने हिंदुस्तान के गौरव की झांकी पेश कर रही हैं। गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार थलसेना, वायुसेना और नौसेना के पारंपरिक पुरुष दलों के साथ महिलाओं की अलग टुकड़ियां भी नजर आईं।

इस बार गणतंत्र दिवस का मुख्य विषय ‘महिला सशक्तिकरण’ है और राजपथ पर मुख्य आकर्षण तीनों सेनाओं की महिला अधिकारियों का दस्ता रहा। रक्षा सूत्रों ने बताया कि महिला अधिकारियों के दस्ते का विचार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया क्योंकि वह चाहते थे कि सेना ‘नारी शक्ति’ को तवज्जो दें। ऐतिहासिक राजपथ पर 16 राज्यों और नौ केंद्रीय मंत्रालयों एवं विभागों की झांकी प्रदर्शित की जाएगी, जिसमें देश की ऐतिहासिक, स्थापत्य और सांस्कृतिक धरोहर को रेखांकित किया जाएगा। इस वर्ष अधिकतम झांकियों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘जनधन योजना, ‘मां गंगा’, स्वच्छ भारत मिशन’ आदि की छाप रहेगी जिसमें बुलेट ट्रेन और ‘मेक इन इंडिया’ को भी रेखांकित किया गया है। 

ऐतिहासिक राजपथ पर प्रदर्शित झांकियों में एक अन्य अहम आकर्षण स्वदेश निर्मित थल सेना का सतह से हवा में मार करने वाला मध्यम दूरी का आकाश मिसाइल और हथियारों का पता लगाने वाला रडार शामिल है। इन दोनों को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने तैयार किया है। पहली बार भारत लम्बी दूरी का नौवहन निगरानी एवं पनडुब्बी रोधी पी8 आई विमान तथा लम्बी दूरी के मिग 29 के लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन करेगा। पी8 आई विमान को हाल ही में खरीदा गया है। भारतीय सेना के लेजर संचालित टी.90 टैंक भीष्म, बख्तरबंद वाहन बीएमपी-2 (सरथ), टी-72 टैंक आदि शामिल शामिल हैं। गणतंत्र दिवस के मौके राजपथ पर ‘पिनाक’ लांचर प्रणाली के अलावा सचल ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली का प्रदर्शन किया जायेगा। इसके साथ ही थ्री डायमेंशनल रणनीतिक नियंत्रित रडार, संचार प्लेटफार्म पर उपग्रह, पुन: तैनात किये जाने वाला उपग्रह टर्मिनल (आरएडीसैट) को भी प्रदर्शित किया गया।

भारतीय वायु सेना की झांकी में इस वर्ष का थीम ‘1965 युद्ध के 50 वर्ष’ है। वायु सेना इस बार भारत.पाक युद्ध के दौरान प्रदर्शित अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। इस दौरान केनबरा बमवषर्क, एमआई.4 हेलीकाप्टर और पैकेट परिवहन विमान का प्रदर्शन किया जायेगा। गणतंत्र दिवस पर ऐतिहासिक राजपथ पर परेड के दौरान इस वर्ष नौसेना का थीम ‘उभरते हुए राष्ट्र के लिए सुरक्षित समुद्र सुनिश्चित करना’ है। नौसेना की झांकी में नौवहन युद्ध के चारों आयामों को समाहित करते हुए कुछ अग्रिम अस्तियों का प्रदर्शन किया जायेगा। नौसेना अत्मनिर्भरता और स्वदेशीकरण की अपनी पहल का प्रदर्शन करते हुए स्वदेश निर्मित विध्वंसक आईएनएस कोलताता से ब्रह्मोस मिसाइल प्रक्षेपित करने की झांकी पेश करेगी जिसकी पृष्ठभूमि में अत्याधुनिक हल्का हेलीकाप्टर ध्रूव होगा। इसकी दूसरी झांकी में ‘भारतीय नौसेना और नारी शक्ति’ विषय पर होगा जिसमें नौसेना की चार महिला अधिकारियों को समुद्री यात्रा में नौसेना के पोत ‘महादेई’ से गोवा से रियो दी जेनेरियो जाते दिखाया जाएगा।

गणतंत्र दिवस पर परेड समारोह की शुरुआत इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति से हुई जहां देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले शहीदों को राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि दी गई। परंपरा के अनुसार तिरंगा फहरानपे के बाद राष्ट्रगान के साथ 21 तोपों की सलामी दी गई। इसके बाद परेड शुरू हुआ और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सलामी ली। परेड की शुरूआत भारतीय वायु सेना के हेलीकाप्टर से गुलाब की पंखुडियो बिखेरने से हुई, जिसमें तिरंगे के साथ सेना, नौसेना और वायुसेना के ध्वज प्रदर्शित किए गए। ऐतिहासिक राजपथ पर राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले 20 बहादुर बच्चे जिप्सी पर आए। गणतंत्र दिवस पर परेड में सेना के 13 बैंड, वायुसेना और नौसेना के एक-एक बैंड, बीएसएफ के उंट दस्ते समेत अर्धसैनिक बलों के आठ बैंड और एनसीसी के बालक एवं बालिकाओं के एक-एक बैंड हिस्सा ले रहे हैं। परेड के दौरान भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमान और विमान शानदार करतब दिखायेंगे। इसमें चक्र का आकार बनाना शामिल है।

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