केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि सीमा सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने और बांग्लादेश एवं पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा को मजबूती प्रदान करने के लिए नई रूपरेखा तैयार है। सिंह ने ग्वालियर के पास तेकनपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सहायक कमांडेंट की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कहा, ‘केंद्र ने सीमा सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने के लिए एक नई रूपरेखा तैयार की है और योजना बांग्लादेश और पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा को सील करने की है।’
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ग्वालियर : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि सीमा सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने और बांग्लादेश एवं पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा को मजबूती प्रदान करने के लिए नई रूपरेखा तैयार है।
सिंह ने ग्वालियर के पास तेकनपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सहायक कमांडेंट की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कहा, ‘केंद्र ने सीमा सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने के लिए एक नई रूपरेखा तैयार की है और योजना बांग्लादेश और पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा को सील करने की है।’ परेड में बीएसएफ की पहली महिला सहायक कमांडेंट तनुश्री पारिक पास आउट हुईं। गृहमंत्री सिंह ने बीएसएफ की पहली महिला फील्ड आफिसर की प्रशंसा की।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में केंद्रीय गृह मंत्री सिंह को उद्धृत करते हुए कहा गया कि बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सम्पर्क के नियम बदल दिये हैं और अब वह पड़ोसी देशों में भी एक ‘जानामाना बल’है।
'जमीन, पानी और हवा में काम करने वाला BSF एकमात्र बल'
उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने हाल में 73 सीमा चौकियां बनायीं तथा तीन और जल्द बनायी जाएंगी। गृहमंत्री ने कहा, ‘हम बलों में एक प्रभावी शिकायत निवारण तंत्र की भी योजना बना रहे हैं।’विज्ञप्ति में कहा गया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल ऐसे तंत्र की स्थापना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के बाद बीएसएफ ही एकमात्र ऐसा बल है जो जमीन, पानी और हवा में काम करता है।
उन्होंने कहा, ‘यह केवल ‘प्रथम रक्षा पंक्ति’नहीं बल्कि ‘रक्षा की पहली दीवार भी है।’ विज्ञप्ति के अनुसार सिंह ने सहायक कमांडेंट की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कहा, ‘पेशेवर चुनौतियों के समक्ष साहस का प्रदर्शन करें और सर्वोच्च गरिमा का परिचय दें।’
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