JNU समेत पूरा भारत जल्द होगा कम्युनिस्ट मुक्त, त्रिपुरा में बीजेपी नेता का ऐलान
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JNU समेत पूरा भारत जल्द होगा कम्युनिस्ट मुक्त, त्रिपुरा में बीजेपी नेता का ऐलान

 मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने त्रिपुरा में चुनाव के बाद हुई हिंसा का हवाला देते हुए चारिलाम सीट पर होने वाले चुनाव से हटने का फैसला किया है. 

बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुनील देवधर ने कहा है कि जल्द ही भारत वामपंथ से मुक्त हो जाएगा

नई दिल्ली : त्रिपुरा में 25 साल पुराने वाम गढ़ को ढहाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि नार्थ-ईस्ट के बाद अब पूरा भारत जल्द ही वामपंथ से मुक्त हो जाएगा. बीजेपी ने यह बयान चारिलाम सीट होने वाले चुनाव से सीपीएम द्वारा अपना उम्मीदवार हटाए जाने के बाद आया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुनील देवधर ने कहा है कि वामपंथ ने हमेशा देश को बांटने का काम किया है.

  1. चारिलाम सीट पर 12 मार्च को होगा चुनाव
  2. CPM ने वापस ली सीट से अपनी दावेदारी
  3. मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच में

CPM ने छोड़ा चुनावी मैदान
बता दें कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने त्रिपुरा में चुनाव के बाद हुई हिंसा का हवाला देते हुए चारिलाम सीट पर होने वाले चुनाव से हटने का फैसला किया है. माकपा उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देववर्मा के निधन के चलते चारिलाम विधानसभा सीट पर मतदान स्थगित हो गया था. राज्य में 18 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव से एक हफ्ते पहले देववर्मा की मृत्यु हो गई थी. इस सीट पर 12 मार्च का वोटिंग होगी. पार्टी ने बाद में इस सीट से पलाश देववर्मा को चुनाव मैदान में उतारा. उन्हें बीजेपी के नेता और नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री जिष्णु देववर्मा के विरुद्ध उतारा गया था. जिष्णु देववर्मा विधानसभा के सदस्य नहीं हैं. कांग्रेस ने इस सीट से अर्जुन देववर्मा को टिकट दिया है. 

प्रत्याशी ने छोड़ा इलाका
सीपीएम के प्रदेश सचिव बिजान धर ने बताया कि इंडिजीनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के साथ मिलकर बीजेपी ने चुनाव के बाद पूरे राज्य में हिंसा की है. पार्टी का आरोप है कि उनका उम्मीदवार को वहां का स्थाई निवासी होने के बावजूद हिंसा के चलते अपने इलाके से बाहर है. इसलिए कोई भी चुनाव एकतरफा कवायद के सिवा और कुछ नहीं होगा. सीपीएम ने पहले चुनाव को स्थगित करने की मांग की थी.

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बीजेपी ने बोला हमला
कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा चुनाव से हटने पर बीजेपी ने सीपीएम पर कड़ा प्रहार किया है. प्रदेश में पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश प्रभारी सुनील देवधर ने चारिलाम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चरिलाम विधानसभा के सीपीएम प्रत्याशी मैदान छोड़कर भाग चुके हैं. अभी तो सिर्फ़ चरिलाम से इनका पलायन हुआ है, अगले 2 साल में वामपंथियों का पूरे त्रिपुरा से पलायन होगा और जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी), बंगाल, केरल सहित भारत कम्युनिस्ट मुक्त हो जाएगा. 

JNU भी मुक्त होगा वामपंथ से
बीजेपी के वरिष्ठ नेता कहा कि वामपंथियों ने हमेशा लोगों को गुमराह करने और देश को तोड़ने का काम किया है. सुनील देवधर ने बताया कि नार्थ-ईस्ट वामपंथियों का गढ़ था, जो अब ढहने लगा है. त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड, तीनों राज्यों में ही वामपंथियों को जनता ने नकार दिया है. सुनील देवधर ने बताया कि अब जल्द ही बंगाल, केरल और दिल्ली के जेएनयू से भी वामपंथ का अस्तित्व खत्म हो जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली के जेएनयू में देश विरोधी गतिविधियां होती रहती हैं.  

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