राम जेठमलानी लड़ेंगे 'वन रैंक वन पेंशन' की कानूनी लड़ाई
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राम जेठमलानी लड़ेंगे 'वन रैंक वन पेंशन' की कानूनी लड़ाई

उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने ‘वन रैंक वन पेंशन’ को पूरी तरह लागू करने की मांग कर रहे पूर्व सैनिकों को आज आश्वासन दिया कि उच्चतम न्यायालय में वह खुद उनका मुदकमा लड़ेंगे।

राम जेठमलानी लड़ेंगे 'वन रैंक वन पेंशन' की कानूनी लड़ाई

नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने ‘वन रैंक वन पेंशन’ को पूरी तरह लागू करने की मांग कर रहे पूर्व सैनिकों को आज आश्वासन दिया कि उच्चतम न्यायालय में वह खुद उनका मुदकमा लड़ेंगे।

राष्ट्रीय राजधानी में जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए जेठमलानी ने कहा, ‘मैं 93 वर्ष का हूं और किसी भी दिन मर सकता हूं, लेकिन मैं आपको आश्वासन देता हूं कि उच्चतम न्यायालय से आपको न्याय दिलाने से पहले ऐसा नहीं होगा।’ प्रदर्शन कर रहे सैनिकों के नेता मेजर जनरल (अवकाश प्राप्त) सतबीर सिंह ने दावा किया कि ओआरओपी मांग को लेकर जेठमलानी अगले तीन-चार दिनों में उच्चतम न्यायालय में मुकदमा दायर करेंगे और वह कोई फीस नहीं लेंगे।

कालाधन को लेकर 2009 से ही उच्चतम न्यायालय में कानूनी लड़ाई लड़ रहे जेठमलानी ने विदेशों में रखा कालाधन वापस लाने में ‘असफल’ रहने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया, ‘मोदी ने विदेशों से कालाधन लाने का वादा किया था और मैंने उनका विश्वास किया, लेकिन उन्होंने मुझे बेवकूफ बनाया। जब जर्मनी की सरकार ने ऐसे खाता धारकों के नामों का खुलासा करने का पेशकश किया तो भारत से किसी ने संपर्क नहीं किया।’ सिंह ने कहा कि सैन्य अधिकरण के समक्ष और चार मुदकमे दायर किए गए हैं। पूर्व सैनिक पिछले 320 दिनों से अपनी मांगों को लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

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