सत्यार्थी ने ओबामा से मुलाकात की, बाल दासता मुक्ति का किया जिक्र
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सत्यार्थी ने ओबामा से मुलाकात की, बाल दासता मुक्ति का किया जिक्र

नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने आज अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात की और उनसे बच्चों को दासता और बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराने में मदद के लिए मित्रता का अनुरोध किया। ओबामा को स्वयं भी 2009 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। उन्होंने आज अपनी भारत यात्रा के तीसरे और अंतिम दिन एक आयोजन से इतर कुछ मिनट के लिए सत्यार्थी से मुलाकात की।

नई दिल्ली : नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने आज अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात की और उनसे बच्चों को दासता और बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराने में मदद के लिए मित्रता का अनुरोध किया। ओबामा को स्वयं भी 2009 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। उन्होंने आज अपनी भारत यात्रा के तीसरे और अंतिम दिन एक आयोजन से इतर कुछ मिनट के लिए सत्यार्थी से मुलाकात की।

भारतीय बाल अधिकार कार्यकर्ता ने ओबामा से कहा कि पुरस्कार जीतने के बाद पहले से कहीं अधिक मेहनत से काम करने का अत्यधिक नैतिक दबाव बना है। उन्होंने बाल मजदूरों की संख्या कम करने के ओबामा प्रशासन के प्रयासों की भी सराहना की। सत्यार्थी ने कहा कि मैंने अपने साथी नोबेल पुरस्कार विजेता (ओबामा) से अनुरोध किया है कि हमें बाल दासता और श्रम पर रोक लगाने के लिए मित्रता गढ़नी चाहिए ताकि दुनिया बच्चों के लिए सुरक्षित बने और अंहिसक विश्व बनाने में बच्चों और युवाओं को नेतृत्व की भूमिका में लाया जा सके।

सत्यार्थी के साथ तीन बच्चे भी थे जिन्हें उनके एनजीओ बचपन बचाओ आंदोलन ने बंधुआ मजदूरी, बाल तस्करी और बाल विवाह से बचाया था। अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने बच्चों से बातचीत की और उनसे कहा कि वह दोबारा भारत आएंगी तो अपनी बेटियों के साथ उनके आश्रम का दौरा करेंगी। बाल विवाह के चंगुल में फंसने से बीबीए की मदद से बचने वाली एक बच्ची ने कहा कि उन्होंने (मिशेल ने) मुझसे कहा कि मेरी आपकी जैसी बेटी है और अगली बार मैं भारत आउंगी तो मेरी बेटी के साथ बाल आश्रम जाउंगी। उन्होंने मुझसे अच्छा काम करते रहने के लिए कहा। बीबीए ने बच्ची की पहचान छिपाने के लिए उसका नाम तो नहीं बताया लेकिन कहा कि वह राजस्थान के एक गांव में ‘बाल सरपंच’ है।

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