कमला मिल्स हादसा : फायर अधिकारी समेत 3 गिरफ्तार, सोमवार को होगी कोर्ट में पेशी
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कमला मिल्स हादसा : फायर अधिकारी समेत 3 गिरफ्तार, सोमवार को होगी कोर्ट में पेशी

पुलिस ने कमला मिल्स हादसे में शनिवार को कमला मिल्स के सह मालिक, फायर ब्रिगेड अधिकारी और हुक्‍का सप्‍लायर को हिरासत में लिया है.

कमला मिल्स कंपाउंड में लगी आग में 14 लोग मारे गए थे (फाइल फोटो)

मुंबईः मुंबई के कमला मिल्स हादसे में आरोपियों को पकड़ने और उन्हें सजा दिलाने के लिए पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. पुलिस ने कमला मिल्स हादसे में शनिवार को कमला मिल्स के सह मालिक, फायर ब्रिगेड अधिकारी और हुक्‍का सप्‍लायर को हिरासत में लिया है. सोमवार (22 जनवरी) को पुलिस इन तीन अपराधियों को कोर्ट में पेश करेगी. जानकारी के मुताबिक पुलिस को इस हादसे से जुड़े कुछ और लोगों की तलाश है. 

  1. कमला मिल्स कंपाउंड के पब में लगी थी आग
  2. अग्निकांड में 14 लोगों की दम घुटने से हुई थी मौत
  3. BMC ने अवैध निर्माणों के खिलाफ की थी कार्रवाई

इससे पहले हादसे के बाद से फ़रार चल रहे मोजोज बिस्त्रो के मालिक युग तुली ने 16 जनवरी को सरेंडर कर दिया था. तुली हादसे के बाद से ही पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा था. 16 जनवरी को तुली ने एन.एम जोशी थाने में सरेंडर किया था.

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BMC के 10 अधिकारियों के खिलाफ होगी जांच
मुंबई के कमला मिल्स कंपाउंड के रेस्टोरेंट में लगी आग मामले में बीएमसी ने शुक्रवार (19 जनवरी) को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. बीएमसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि 28 दिसंबर 2017 को यह आग मोमो के बिस्टरो से फैलना शुरू हुई और 1-Above तक पहुंच गई. आग ने भयावह रूप इसलिए लिया क्योंकि रेस्टोरेंट में कुछ ऐसी चीजें मौजूद थी जिससे आग तेजी से फैलती है. बीएमसी ने इस घटना में 10 निगम अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की थी. 

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हुक्के में चिंगारी के कारण लगी आग
29 दिसंबर की रात कमला मिल्स कंपाउंड में लगी भीषण आग के मामले में मुंबई फायर ब्रिगेड ने दावा किया था कि यह आग हुक्के से उठी चिंगारी के कारण लगी थी. हुक्के मोजोज रेस्टोरेंट में सर्व किए जाने के लिए तैयार किए जा रहे थे. मोजोज रेस्टोरेंट से शुरू हुई आग धीरे-धीरे पूरे फ्लोर पर फैल गई और दूसरे पब 1-Above को भी इसकी चपेट में ले लिया. इस अग्निकांड में 14 लोगों की मौत हुई थी और करीब 50 लोग घायल हुए थे. रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपाउंड में स्थित दोनों पबों में अवैध रूप से निर्माण के साथ-साथ नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था, क्योंकि हुक्का पार्लर का किसी के भी पास लाइसेंस नहीं था. आग लगने के समय हुक्के वहां मौजूद ग्राहकों को बांटने के लिए तैयार किए जा रहे थे, तभी किसी हुक्के से चिंगारी उठी और आग में बदल गई.

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EXIT गेट था ब्लॉक
पिछली रिपोर्ट में बीएमसी ने कहा था कि 29 दिसंबर की रात दोनों रेस्टोरेंट में 200 से अधिक लोग मौजूद थे. आग लगने पर वहां लगा स्थाई टैंट तेजी से आग पकड़ने लगा. चारों तरफ धुआं भर गया. लोग आग और धुएं से बचने के लिए टॉयलेट में घुस गए, लेकिन आग टॉयलेट तक भी पहुंच गई और दम घुटने से 14 लोग मारे गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि पब के  रेस्टोरेंट के गेट पर काफी सामान भरा हुआ था, जिसके कारण लोग बाहर नहीं निकल पाए.

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