छत्‍तीसगढ़ : चुनाव से 24 घंटे पहले नक्‍सली हमला, 1 जवान शहीद
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छत्‍तीसगढ़ : चुनाव से 24 घंटे पहले नक्‍सली हमला, 1 जवान शहीद

कांकेड़ के कोयलीबेड़ा में नक्‍सलियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए 6 आईईडी लगाए थे. 12 नवंबर को होना है पहले चरण का मतदान.

(फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली : छत्‍तीसगढ़ में पहले चरण के विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले नक्‍सलियों ने सुरक्षा बलों को अपना निशाना बनाया है. रविवार को कांकेड़ के कोयलीबेड़ा में नक्‍सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्‍लास्‍ट में एक बीएसएफ जवान शहीद हो गया. बताया जा रहा है कि नक्‍सलियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए 6 आईईडी लगाए थे. इन्‍हीं में से एक आईईडी में रविवार सुबह गोम और गट्टकल गांव के बीच विस्‍फोट हो गया है. 

इससे पहले एंटी नक्‍सल ऑपरेशंस के डीआईजी पी सुंदराज ने बताया था कि हमले में बीएसएफ के जवान महिंदर सिंह घायल हुए हैं. उन्‍हें एयरलिफ्ट करके इलाज के लिए रायपुर ले जाया गया है. इस समय घटनास्‍थल पर माहौल सामान्‍य है. सुरक्षा बल इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं.

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डीआईजी एंटी नक्‍सल ऑपरेशंस. फोटो ANI

बता दें कि आठ नवंबर को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एक यात्री बस को उड़ा दिया था. इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि सुरक्षा बल का एक जवान शहीद हो गया था. इस हादसे में दो जवान घायल हो गए हैं.

राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि दंतेवाड़ा जिले के बचेली थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एक बस को उड़ा दिया. इससे इस घटना में बस चालक और उसके सहायक सहित चार लोगों की मौत हो गई है.

वहीं एक दिन पहले शनिवार को ही छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित आठ जिलों की 18 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार थमा है. यहां पहले चरण के तहत 12 नवंबर को मतदान होगा. इस प्रचार अभियान के दौरान नक्सलवाद एक बड़ा मुद्दा रहा. नक्सलियों ने पिछले 15 दिनों के दौरान करीब आधा दर्जन हमले किए गए. 

राज्य में पिछले तीन विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज कर चुकी भाजपा और कांग्रेस ने इस प्रचार में अपने शीर्ष नेताओं को उतारा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन रैलियों और रोड शो के जरिये मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक रैली में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उस पर ‘‘शहरी नक्सलियों’’ का समर्थन करने का आरोप लगाया था जो उनके मुताबिक इस क्षेत्र में नक्सलवाद का ‘‘रिमोट से नियंत्रण’’ कर रहे हैं और गरीब आदिवासियों का जीवन बर्बाद कर रहे हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह नक्सलवाद से मुकाबले और राज्य में विकास लाने में भाजपा सरकार की ‘‘विफलता’’ को छुपाने का एक प्रयास है. कांग्रेस ने चुनाव जीतने पर कृषि रिण माफ करने और परिवार के लिए प्रति महीने 35 किलोग्राम चावल एक रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से देने का वादा किया.

राजनांदगांव से मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित कुल 190 उम्मीदवार इस चरण में चुनाव मैदान में हैं.  2013 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा इन 18 सीटों में से 12 पर हार गई थी. अनुमानत: 31,79,520 मतदाता वोट देने के पात्र हैं. इनमें से 16,21,839 पुरुष और 15,57,592 महिलाएं हैं.  वहीं इसमें 89 तीसरे लिंग के हैं. इस चरण के लिए 4,336 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.

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फाइल फोटो

शनिवार को चुनाव प्रचार अपराह्न तीन बजे 10 विधानसभा क्षेत्रों में समाप्त हो गया था. इसमें मोहला मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केसकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा शामिल हैं जहां नक्सली समस्या है. यहां मतदान का समय सुबह सात बजे से लेकर अपराह्न तीन बजे तक होगा. 

बता दें कि नक्सलियों ने चुनाव के बहिष्कार का आह्वान किया है और पिछले 15 दिनों के दौरान आधा दर्जन हमले किये हैं.  इनमें से तीन हमले बडे़ हमले थे जिसमें चुनाव कवर कर रहे राष्ट्रीय प्रसारणकर्ता दूरदर्शन के एक कैमरामैन सहित 13 व्यक्ति मारे गए थे. डीडी के कैमरामैन और तीन पुलिसकर्मी 30 अक्टूबर को दंतेवाड़ा के अरनपुर क्षेत्र में हुए नक्सली हमले में मारे गए थे. 

उससे पहले 27 अक्टूबर को बीजापुर जिले में नक्सलियों ने सीआरपीएफ के एक बुलेटप्रुफ बंकर वाहन को विस्फोट से उड़ा दिया था जिसमें सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन के चार कर्मी मारे गए थे. आठ नवंबर को चार नागरिक और सीआईएसएफ का एक जवान दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में मारे गए थे. चुनाव प्राधिकारियों ने कहा कि मतदान कर्मियों को कड़ी सुरक्षा में उनके गंतव्य के लिए भेजा जा रहा है. 

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईवीएम, मतदान कर्मियों और मतदान सामग्री को संवेदनशील क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों तक हवाई मार्ग से ले जाने के लिए हेलीकाप्टर को सेवा में लगाया गया है.  उन्होंने बताया कि करीब 200 मतदान बूथ के लिए हेलीकाप्टर सेवाओं का इस्तेमाल किया जाएगा.

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