छत्तीसगढ़ चुनाव 2018: भाजपा-कांग्रेस में कौन जीतेगा नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा की बाजी
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छत्तीसगढ़ चुनाव 2018: भाजपा-कांग्रेस में कौन जीतेगा नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा की बाजी

क्षेत्र में विकास के खिलाफ नक्सली आए दिन ग्रामीणों और सेना पर हमले कर क्षेत्र में बाहरी लोगों के आने-जाने को लेकर चेतावनी देते रहते हैं. ऐसे में यहां चुनाव संपन्न कराना सरकार के लिए काफी मुश्किल होता है.

फाइल फोटो

रायपुरः देश के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शुमार दंतेवाड़ा एक ऐसा क्षेत्र है जहां नक्सली चुनावों से पूर्व ही जनता पर चुनाव बहिष्कार का दबाव बनाने लगते हैं. यही नहीं क्षेत्र में विकास के खिलाफ नक्सली आए दिन ग्रामीणों और सेना पर हमले कर क्षेत्र में बाहरी लोगों के आने-जाने को लेकर चेतावनी देते रहते हैं. ऐसे में यहां चुनाव संपन्न कराना सरकार के लिए काफी मुश्किल होता है, लेकिन क्षेत्र के विकास और अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए क्षेत्र की जनता चुनावों में अपना मत देने जरूर आती है. 

दंतेवाड़ा विधानसभा सीट
बता दें दंतेवाड़ा एसटी आरक्षित विधानसभा सीट है और यह आदिवासी बहुल इलाका है. जिसके कारण यहां किसी भी पार्टी की जीत आदिवासियों के मत पर निर्भर करती है. दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर बीजेपी, कांग्रेस के अलावा सीपीआई का भी काफी प्रभाव है. यहां के चुनावों में सीपीआई उम्मीद्वार अक्सर बीजेपी और भाजपा को कड़ी टक्कर देते आए हैं. 

2003 विधानसभा चुनाव नतीजे
बात करें चुनावों की तो 2003 के विधानसभा चुनावों में जनता ने कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र कर्मा को 24,572 वोटों के साथ अपना प्रतिनिधी चुना था, जबकि सीपीआई प्रत्याशी नंदा राम सोरी को महेंद्र कर्मा की तुलना में केवल 19,637 वोट मिले. 

2008 विधानसभा चुनाव नतीजे
वहीं 2008 के चुनावों में दंतेवाड़ा की जनता ने बीजेपी के भीमाराव मांडवी को अपना नेता चुना. भीमाराव मंडावी को जहां 36,812 वोट मिले तो वहीं सीपीआई के मनीष कुंजम ने भीमाराव मंडावी को कड़ी टक्कर देते हुए 24,805 वोट हासिल किए.

2013 विधानसभा चुनाव नतीजे
2013 के चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी देवती वर्मा ने इस सीट पर 41417 वोटों से बीजेपी प्रत्याशी भीमाराव मंडावी को हराते हुए जीत हासिल की.

2013 छत्तीसगढ़ चुनाव नतीजे...
बता दें छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. राज्य में कुल 11 लोकसभा सीटें और 5 राज्य सभा सीटें हैं. राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 51 सामान्य, 10 एससी और 29 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं. 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को लगातार तीसरी बार मात देते हुए सरकार बनाई थी. 2013 में सीएम रमन सिंह की अगुवाई में हुए चुनाव में भाजपा ने कुल 49 सीटों पर जीत दर्ज कराई थी. बता दें छत्तीसगढ़ में इस बार भी कांग्रेस और भाजपा के बीच ही मुकाबला बताया जा रहा है. 2013 में भी कांग्रेस ने कुल 39 सीटों पर जीत पाई थी और 2 सीटों पर अन्य को जीत मिली थी. बता दें रमन सिंह पिछले 15 सालों से राज्य के मुख्यमंत्री हैं.

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