छत्तीसगढ़ चुनाव: पहले चरण के लिए थमा प्रचार, सीएम रमन सिंह की किस्मत का होगा फैसला
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छत्तीसगढ़ चुनाव: पहले चरण के लिए थमा प्रचार, सीएम रमन सिंह की किस्मत का होगा फैसला

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन रैलियों और रोडशो के जरिये मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया.

फाइल फोटो

रायपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित आठ जिलों की 18 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार शनिवार शाम में थम गया जहां पहले चरण के तहत 12 नवम्बर को मतदान होगा. इस प्रचार अभियान के दौरान नक्सलवाद एक बड़ा मुद्दा रहा. नक्सलियों ने पिछले 15 दिनों के दौरान करीब आधा दर्जन हमले किये गए. राज्य में पिछले तीन विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज कर चुकी बीजेपी और कांग्रेस ने इस प्रचार में अपने शीर्ष नेताओं को उतारा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन रैलियों और रोडशो के जरिये मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया.

कांग्रेस कर रही है शहरी नक्सलियों का समर्थन- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक रैली में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उस पर ''शहरी नक्सलियों'' का समर्थन करने का आरोप लगाया था जो उनके मुताबिक इस क्षेत्र में नक्सलवाद का ''रिमोट से नियंत्रण'' कर रहे हैं और गरीब आदिवासियों का जीवन बर्बाद कर रहे हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह नक्सलवाद से मुकाबले और राज्य में विकास लाने में बीजेपी सरकार की ''विफलता'' को छुपाने का एक प्रयास है. कांग्रेस ने चुनाव जीतने पर कृषि ऋण माफ करने और परिवार के लिए प्रति महीने 35 किलोग्राम चावल एक रूपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से देने का वादा किया. 

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2013 चुनाव में इन 18 में से 12 सीटों पर मिली थी बीजेपी को हार
राजनांदगांव से मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित कुल 190 उम्मीदवार इस चरण में चुनाव मैदान में हैं. 2013 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा इन 18 सीटों में से 12 पर हार गई थी. अनुमानत: 31,79,520 मतदाता वोट देने के पात्र हैं. इनमें से 16,21,839 पुरूष और 15,57,592 महिलाएं हैं. वहीं इसमें 89 तीसरे लिंग के हैं. इस चरण के लिए 4,336 मतदान केंद्र स्थापित किये गए हैं. छत्तीसगढ़ में पारंपरिक रूप से भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला देखा गया है लेकिन इस बार एक तीसरा मोर्चो भी मैदान में है जिसमें अजित जोगी की ‘जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़’ (जे), मायावती की बसपा और भाकपा शामिल हैं.

10 विधानसभा सीटों पर मतदान का समय अलग
प्रचार अपराह्न तीन बजे 10 विधानसभा क्षेत्रों में समाप्त हो गया जिसमें मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केसकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा शामिल हैं जहां नक्सली समस्या है. यहां मतदान का समय सुबह सात बजे से लेकर अपराह्न तीन बजे तक होगा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से यहां जारी एक बयान में कहा गया है कि बाकी विधानसभा क्षेत्रों खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में प्रचार शाम पांच बजे समाप्त हो गया और मतदान का समय सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक होगा. 

बीते 15 दिनों में नक्सलियों ने किए आधा दर्जन हमले
नक्सलियों ने चुनाव के बहिष्कार का आह्वान किया है और पिछले 15 दिनों के दौरान आधा दर्जन हमले किये हैं. इनमें से तीन हमले बड़े हमले थे जिसमें चुनाव कवर कर रहे राष्ट्रीय प्रसारणकर्ता दूरदर्शन के एक कैमरामैन सहित 13 व्यक्ति मारे गए थे. डीडी के कैमरामैन और तीन पुलिसकर्मी 30 अक्टूबर को दंतेवाड़ा के अरनपुर क्षेत्र में हुए नक्सली हमले में मारे गए थे. उससे पहले 27 अक्टूबर को बीजापुर जिले में नक्सलियों ने सीआरपीएफ के एक बुलेटप्रुफ बंकर वाहन को विस्फोट से उड़ा दिया था जिसमें सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन के चार कर्मी मारे गए थे.

आठ नवम्बर को चार नागरिक और सीआईएसएफ का एक जवान दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों द्वारा किये गए आईईडी विस्फोट में मारे गए थे. चुनाव प्राधिकारियों ने कहा कि मतदान कर्मियों को कड़ी सुरक्षा में उनके गंतव्य के लिए भेजा जा रहा है.

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नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हेलीकाफ्टर से ले जाई गई मतदान सामग्री
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईवीएम, मतदान कर्मियों और मतदान सामग्री को संवेदनशील क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों तक हवाई मार्ग से ले जाने के लिए हेलीकाप्टर को सेवा में लगाया गया है. उन्होंने बताया कि करीब 200 मतदान बूथ के लिए हेलीकाप्टर सेवाओं का इस्तेमाल किया जाएगा. सबकी नजर राजनांदगांव विधानसभा सीट पर है जहां मुख्यमंत्री रमन सिंह मैदान में हैं और उनके खिलाफ कांग्रेस ने करूणा शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया है. करूणा शुक्ला दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी हैं. 

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कांग्रेस ने नौ वर्तमान विधायकों पर जताया भरोसा
इस विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 30 उम्मीदवार मैदान में हैं. वहीं सबसे कम उम्मीदवार कोंडागांव और बस्तर में पांच-पांच होंगे. सत्ताधारी भाजपा ने फिर से भरोसा जताते हुए दो वर्तमान मंत्रियों महेश गागड़ा (बीजापुर), केदार कश्यप (नारायणपुर) और वर्तमान विधायकों संतोष बाफना (जगदलपुर), सरोजनी बंजारे (डोंगरगढ़) को टिकट दिया है. कांग्रेस ने अपने नौ वर्तमान विधायकों को फिर से टिकट दिया है जिसमें मनोज सिंह मंडावी (भानुप्रतापपुर), मोहन लाल मरकाम (कोंडागांव), लखेश्वर बघेल (बस्तर), दीपक कुमार बैज (चित्रकोट), देवती कर्मा (दंतेवाड़ा) शामिल हैं. 

18 में से 13 सीटे हैं आरक्षित
पहले चरण की इन 18 विधानसभा सीटों में से 12 अनुसूचित जनजाति जबकि एक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. बाकी 72 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 20 नवम्बर को होगा. मतगणना 11 दिसम्बर को होगी. पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 90 सीटों में से भाजपा ने 49 सीटें जबकि कांग्रेस ने 39, बसपा ने एक और निर्दलीय ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी.

(इनपुट भाषा से)

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