मध्य प्रदेश के इंदौर में जिला आबकारी अधिकारी पराक्रम सिंह चंद्रावत के विजय नगर स्थित आवास पर लोकायुक्त पुलिस ने शुक्रवार सुबह छापेमारी की, जिसमें आय से अधिक करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है.
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इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में जिला आबकारी अधिकारी पराक्रम सिंह चंद्रावत के विजय नगर स्थित आवास पर लोकायुक्त पुलिस ने शुक्रवार सुबह छापेमारी की, जिसमें आय से अधिक करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है. छापेमारी की प्रक्रिया जारी है. इंदौर लोकायुक्त के पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी ने बताया कि लोकायुक्त के दल ने चंद्रावत के विजय नगर आवास पर दबिश दी. शुरुआती जांच में मकान, मां और पत्नी के नाम पर पेट्रोल पंप, वेयरहाउस संबंधी दस्तावेज मिले हैं. सोनी के अनुसार, प्रारंभिक कार्रवाई के आधार पर कहा जा सकता है कि चंद्रावत करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं. छापे की कार्रवाई जारी है. चंद्रावत के आबकारी दफ्तर को सील कर दिया गया है. सूत्रों के अनुसार, चंद्रावत पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के भतीजे हैं. कालूखेड़ा मुंगावली से विधायक रहे हैं, उनका पिछले दिनों ही निधन हुआ था.
लोकायुक्त एसपी ने बताया कि अब तक की कार्रवाई में पराक्रम सिंह के दो पेट्रोल पंप सील किए. 3 लग्जरी गाड़ियां सील को सील किया गया है और 1 मर्सडीज, एक ऑडी, 1 इनोवा गाड़ी जब्त की गई है. HDFC के सुखलिया शाखा में दो लॉकर और 10 बैंक खाते भी जब्त कर लिए गए हैं. इंदौर में 2 बंगले और दुकानें सील कर दी गई हैं. रतलाम के जावरा में 6 वेयर हाउस सील और जावरा में ही 6 तेल टैंकर भी मिले हैं. दो कंप्यूटर और हार्ड डिस्क जप्त हुई हैं और साथ ही में भारी मात्रा में सोने चांदी के जेवरात भी मिले हैं.
बताया जा रहा है कि आबकारी अधिकारी के पास से 500 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा हो सकता है. चंद्रावत एक बार बिना सरकारी अनुमति के स्विट्जरलैंड और फ्रांस की यात्रा भी कर चुके हैं. आरटीआई कार्यकर्ता राजेंद्र गुप्ता ने शपथ पत्र देकर चंद्रावत के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत की थी. फिलहाल लोकायुक्त की कार्रवाई देर शाम तक जारी रहेगी.
(इनपुट: IANS)